ग्वालियर-चंबल अंचल के युवाओं को नहीं मिल पा रहा है तकनीकी प्रशिक्षण !

 ग्वालियर में एमएसएमई वर्कशॉप एवं इण्डो जर्मन टूल रूम को पुन: प्रारंभ किया जाए : MPCCI 

ग्वालियर-चंबल अंचल के युवाओं को नहीं मिल पा रहा है तकनीकी प्रशिक्षण !

ग्वालियर 16 नवम्बर । ग्वालियर में एमएसएमई वर्कशॉप एवं इण्डो जर्मन टूल रूम को पुन: प्रारंभ किए जाने के संबंध में मध्यप्रदेश चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (एमपीसीसीआई) द्बारा केन्द्रीय एमएसएमई मंत्री-नारायण राणे, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री-नरेन्द्र सिंह तोमर व केन्द्रीय नागर विमान एवं इस्पात मंत्री- ज्योतिरादित्य  सिंधिया को पत्र लिखा गया है l 

अध्यक्ष-विजय गोयल, संयुक्त अध्यक्ष-प्रशांत गंगवाल, उपाध्यक्ष-पारस जैन, मानसेवी सचिव-डॉ. प्रवीण अग्रवाल, मानसेवी संयुक्त सचिव-ब्रजेश गोयल एवं कोषाध्यक्ष-वसंत अग्रवाल द्बारा प्रेस को जारी विज्ञप्ति में अवगत कराया है कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम उद्योगों को उनकी श्रम जरूरतों को पूरा करने के लिए केन्द्र सरकार द्बारा जर्मनी के सहयोग से एमएसएमई वर्कशॉप एवं इण्डो-जर्मन टूल रूम प्रारंभ किये गये हैं। 

मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में तानसेन रोड इण्डस्ट्रियल एरिया में स्थापित एमएसएमई वर्कशॉप एवं इण्डो जर्मन टूल रूम को विगत 5 वर्ष पूर्व बंद कर दिया गया है, जिससे ग्वालियर-चंबल संभाग में स्थापित औद्योगिक इकाईयों को अपनी श्रम जरूरतों को पूर्ण करने में काफी परेशानी आ रही है। वहीं ग्वालियर-चंबल अंचल के युवा भी तकनीकी कोर्सेस जो कि इण्डो जर्मन टूल रूम द्बारा प्रदान किये जाते हैं, उसका प्रशिक्षण नहीं ले पा रहे हैं। 

पदाधिकारियों ने बताया है कि इण्डो-जर्मन टूल रूम के ग्वालियर में होने से जहां एक ओर युवाओं को विभिन्न तकनीकी कोर्सेस का प्रशिक्षण प्राप्त हो रहा था, वहीं ग्वालियर-चंबल में स्थापित इकाईयों को प्रशिक्षित कर्मचारी व विभिन्न सेवायें प्राप्त हो रही थीं। ग्वालियर में इण्डो-जर्मन टूल रूम के बंद होने से करोड़ों रूपये की जमीन व इसमें स्थापित इंफ्रॉस्ट्रक्चर खराब हो रहा है। एमपीसीसीआई द्बारा पत्र के माध्यम से मांग की गई है कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए बहुपयोगी एमएसएमई वर्कशॉप एवं इण्डो जर्मन टूल रूम को पुन: प्रारंभ किया जाए, ताकि सरकार को राजस्व व ग्वालियर-चंबल की एमएसएमई इकाईयों को सुविधायें प्राप्त हो सकें।

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