शिक्षा ही सफलता की मंजिल तक पहुंचाती हैः श्री कुशवाह

 मेधावी छात्रों व नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को  किया सम्मानित... 

शिक्षा ही सफलता की मंजिल तक पहुंचाती हैः श्री  कुशवाह

ग्वालियर, 12  सितंबर।  शिक्षा का महत्व पहले भी था, आज भी है और कल भी रहेगा। शिक्षा ही सफलता की ओर ले जाती है। हमें शिक्षा को केन्द्र बिन्दु में रखकर राजनीति सहित अन्य क्षेत्रों में विशेष पहचान बनाना होगी। प्रांतीय कुशवाह समाज के प्रदेशाध्यक्ष योगेश मानसिंह कुशवाह ने यह बात कही। वे संगठन की ग्वालियर जिला इकाई की ओर से रविवार को पटेल मैरिज गार्डन मुरार में आयोजित मेधावी छात्रों और नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में 10वीं तथा 12वीं के 80 मेधावी छात्रों के अलावा नवनिर्वाचित जिला पंचायत, जनपद पंचायत सदस्य, पार्षद व सरपंचों का शील्ड व प्रमाण-पत्र देकर सम्मान किया।

विशेष अतिथि पूर्व विधायक व भाजपा के प्रदेश मंत्री मदन कुशवाह ने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में जो आपकी बात को सरकार के समक्ष मजबूती से रखे, उसका साथ देना चाहिये। समय आ गया कि समाज को अब एकजुट होकर राजनीतिक दलों को अपनी शक्ति का अहसास कराएं। कार्यक्रम के अध्यक्ष  हरीश चन्द्र कुशवाह का कहना था कि नारी शक्ति को अब राजनीति, समाजसेवा, व्यापार, शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में सक्रिय होकर नेतृत्व करना चाहिये। संगठन के प्रदेश महामंत्री गोपाल सिंह कुशवाह का कहना था कि समाज में एकता के जरिये ही सत्ता तक पहुंचा जा सकता है। प्रारंभ में अतिथियों ने देश ही पहली महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले तथा महात्मा ज्योतिवा फुले की तस्वीर पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कक्षा दसवीं में 99% लाने वाली छात्रा  राधिका को विशेष सम्मान दिया गया।

कार्यक्रम का संचालन संगठन के युवा ईकाई के अध्यक्ष देवेन्द्र कुशवाह, ब्रजेन्द्र कुशवाह व मंशाराम कुशवाह ने किया। अतिथि परिचय तोताराम कुशवाह तथा आभार जिलाध्यक्ष व पार्षद भगवान सिहं कुशवाह ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में संगठन के उपाध्यक्ष चंदन कुशवाह, महामंत्री काशीराम कुशवाह, महेश कुशवाह, सूरज कुशवाह, धर्मवीर कुशवाह, रामधार कुशवाह, विशाल कुशवाह एडवोकेट संतोष कुशवाह, रिंकू कुशवाह, श्याम कुशवाह, भरत कुशवाह, केशव पटेल, रूप सिंह कुशवाह, प्रेम, शुभम, अर्जुन, सूरज, गुड्डू आदि मौजूद थे।

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