हिम्मत है तो किसी दूसरे धर्म पर फिल्म बनाकर दिखाएं : नरोत्तम मिश्रा
फ्लॉप और फ्रस्टेट एक्टर जनता को धमकी ना दें…
हिम्मत है तो किसी दूसरे धर्म पर फिल्म बनाकर दिखाएं : नरोत्तम मिश्रा
आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा और शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' तक को लेकर चल रहे बॉयकॉट ट्रेंड पर बॉलिवुड एक्टर अर्जुन कपूर के बयान पर विवाद बढ़ गया है। अर्जुन कपूर की बात को मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसे जनता के लिए धमकी बताया है। उन्होंने अर्जुन को फ्लॉप एक्टर बताते हुए कहा कि जनता को धमकाने की बजाय अपनी एक्टिंग पर ध्यान दें। साथ ही यह भी चुनौती दी कि हिम्मत है तो किसी दूसरे धर्म पर फिल्म बनाकर दिखाएं।नरोत्तम मिश्रा ने एक प्रेस कॉन्फेंस में अर्जुन कपूर के बयान पर सवाल पूछे जाने के बाद कहा, ''अब कोई फ्लॉप और फ्रस्टेट एक्टर जनता को धमकाए यह अच्छा नहीं मानता मैं।
अगर जनता को धमकाने की जगह वह अपनी एक्टिंग पर ध्यान दें, तो मैं सभझता हूं ज्यादा अच्छा है। और मेरा उनसे एक सवाल है, क्या वह या जो हिमायती हैं टुकड़े-टुकड़े वालों के, उनमें किसी में हिम्मत है कि किसी और धर्म पर फिल्म बना सकें, और धर्म के लिए अपमानित शब्द बोल सकें, और धर्म के देवाताओं को नीचा दिखा सकें, सिर्फ हम सनातनी लोगों के साथ ऐसा करके फिर जनता को धमकी देते हो बॉयकॉट पर। इंतजार करो आप भी अर्जुन जी। अब जनता जागरूक हो चुकी है।
बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर ने सोशल मीडिया पर बॉलीवुड फिल्मों को लेकर चल रहे बायकॉट पर कहा कि इस मामले में हम सबने चुप रहकर गलती की है और इस ट्रेंड को खत्म करने के लिए इंडस्ट्री के लोगों को एक साथ रहने की जरूरत है। अर्जुन कपूर ने कहा, ''सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स द्वारा फिल्मों को बायकॉट किए जाने के मामले में हम सबने इस बारे में चुप रहकर गलती की है। जब सब इस पर चुप रहकर अपनी डिग्नीटी बना रहे थे, तब लोग इसका फायदा उठाने लगे।
इंडस्ट्री में लोग सोच रहे हैं कि उनका काम उनके लिए बोलेगा। हालांकि अब ट्रोलर्स ने इसे अपनी आदत बना ली है। अर्जुन कपूर ने कहा, ''अब इंडस्ट्री के लोगों को एक साथ आने और इसके बारे में खुलकर बात करने की जरूरत है। क्योंकि लोग उनके बारे में क्या लिखते हैं, वो सच्चाई से बहुत दूर होता है। जब हम ऐसी फिल्में करते हैं, जो बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म करती हैं, तो उस समय लोग उन्हें हमारे नाम की वजह से नहीं बल्कि फिल्म की वजह से पसंद करते हैं। हालांकि, यह अब बहुत ज्यादा हो रहा है और यह गलत है।
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