कश्मीर में target killing के बढ़ते मामलों पर आज गृहमंत्री लेंगे बैठक

सभी एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी बैठक में होंगे शामिल...

कश्मीर में टारगेट किलिंग के बढ़ते मामलों पर आज गृहमंत्री लेंगे बैठक

जम्मू कश्मीर में लगातार टारगेट किलिंग की घटनाएं हो रही हैं। घाटी में हालात बिगड़ते दिख रहे हैं। बीते 26 दिन में 10 लोगों की हत्या आतंकी कर चुके हैं। आतंकियों द्वारा की जा रही टारगेट किलिंग के खिलाफ कश्मीरी पंडितों ने सामूहिक पलायन की बात कही है। इन्हीं हालातों के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज जम्मू-कश्मीर के हालात की समीक्षा करेंगे। इस बैठक में घाटी में लगातार बढ़ते टारगेट किलिंग पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। एक पखवाड़े के भीतर शाह की ओर से जम्मू-कश्मीर पर बुलाई गई यह दूसरी उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक होगी। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि केंद्र सरकार कश्मीर के हालात को लेकर काफी चिंतित है। एक दिन पहले ही कश्मीर में दो मजदूरों को आतंकियों ने गोली मार दी थी। 

जिसमें बिहार के एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि पंजाब का रहने वाले दूसरे शख्स की हालत गंभीर है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, केंद्र शासित प्रदेश के अर्धसैनिक बलों, खुफिया एजेंसियों, पुलिस और नागरिक प्रशासन के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे। बैठक में यह सुनिश्चित करने के लिए सभी व्यवस्थाओं पर चर्चा होगी कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और 30 जून से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले घाटी में सुरक्षा स्थिति को अच्छी तरह से नियंत्रण में लाया जाए। सूत्रों ने कहा कि उपराज्यपाल जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और लक्षित हत्याओं को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर गृह मंत्री को विस्तृत जानकारी देंगे। 

इसमें अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा का खाका भी खींचा जा सकता है। इतना ही नहीं, कश्मीर घाटी में सुरक्षा के हालात को और मजबूत करने पर भी बात हो सकती है। इस हाईलेवल बैठक में सभी एजेंसियों के टॉप अधिकारी हिस्सा लेने वाले हैं। उधर, कश्मीर में एक के बाद एक टारगेट किलिंग की घटनाओं ने वहां रह रहे हिंदुओं में दहशत है। गुरुवार सुबह कुलगाम में बैंक मैनेजर की हत्या के बाद शाम को बडगाम में दो मजदूरों को गोली मारी गई। इनमें से एक की मौत हो गई। इस बीच कश्मीरी पंडितों ने सामूहिक पलायन का ऐलान कर दिया है। इसके लिए उन्होंने शुक्रवार 3 जून की तारीख तय की है। दूसरी ओर श्रीनगर एयरपोर्ट प्रशासन ने हवाई अड्डे पर पलायन के लिए जुटी भीड़ की खबर का खंडन किया है।

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