अग्निपथ स्कीम पर बवाल के बीच सेना और सरकार Alert !

रक्षा मंत्री के साथ सेना प्रमुखों और अधिकारियों की अहम बैठक

अग्निपथ स्कीम पर बवाल के बीच सेना और सरकार अलर्ट !

अग्निपथ स्कीम पर मचे बवाल के बीच सेना और सरकार भी अलर्ट-मोड पर है। शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सेना प्रमुखों और डीएमए के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक करने जा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को अपने जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे से राजधानी दिल्ली लौट आए हैं। शनिवार की सुबह रक्षा मंत्री वायुसेना और नौसेना प्रमुखों के साथ अग्निपथ स्कीम की समीक्षा करेंगे और युवाओं के गुस्से को कम करने पर विस्तार से बातचीत करेंगे। जानकारी के मुताबिक, थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे शनिवार को वायुसेना की पासिंग आउट परेड (पीओपी) के रिव्यू के लिए हैदराबाद के करीब डूंडीगल में मौजूद रहेंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि रक्षा मंत्री के साथ बैठक में सहसेना प्रमुख मौजूद रहेंगे। 

इसके अलावा डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री एफेयर्स के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहेंगे। बता दें कि सेना और सरकार को अग्निपथ स्कीम पर मचे बवाल और उग्र प्रदर्शन का अंदेशा नहीं था। खुद नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में ये बात कबूल की। बैठक में इस बात पर चर्चा हो सकती है कि किस तरह युवाओं के गुस्से को शांत करने की पहल ‌सशस्त्र सेनाओं की तरफ से की जा सकती है। शुक्रवार को ही सरकार ने अग्निपथ स्कीम में एक बड़ा बदलाव कर इस‌ साल यानि 2022 के लिए अग्निवीरों की अधिकतम आयु 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है। शुक्रवार को ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा था कि ‘अग्निपथ’ योजना भारतीय युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में शामिल होने और मातृभूमि की सेवा करने का एक सुनहरा अवसर है। 

जम्मू और कश्मीर की दो दिवसीय यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह ने एक वक्तव्य में कहा कि पिछले दो वर्षों से भर्ती प्रक्रिया नहीं हो सकी है। इस कारण अनेक युवाओं को सशस्त्र बलों में भर्ती होने का अवसर नहीं मिला है। युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर 2022 की भर्ती के लिए अग्निवीरों की भर्ती के लिए आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी है। रक्षा मंत्री ने कहा कि उम्र में छूट निर्णय से पता चलता है कि सरकार हमारे युवाओं के प्रति चिंतित है। डीएमए, रक्षा मंत्रालय और तीनों सेनाएं नियुक्ति प्रक्रिया अति शीघ्र शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने और ‘अग्निपथ’ के माध्यम से राष्ट्र की सेवा करने के लिए आमंत्रित करते हैं।

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