कूलर पंखे फेल,पेड़ की छांव में राहत…
ग्वालियर में भीषण गर्मी, गर्म हवाओं ने किया बेहाल
सुबह से तीखी धूप व गर्म हवाओं ने शहरवासियाें काे भीषण गर्मी का अहसास कराया। सुबह साढ़े 11 बजे तापमान 42.4 डिग्री पर जा पहुंचा था, लेकिन दिन में बादल छाने से कुछ देर के लिए लाेगाें काे धूप से राहत मिल गई। हालांकि ये ज्यादा देर नहीं रहा, क्याेंकि गर्म हवाओं ने वातावरण में गर्मी पिछले दिन से कही अधिक बढ़ा दी और तापमान 46.6 डिग्री पर पहुंच गया। पिछले तीन दिन से लगातार पारा 46 डिग्री के ऊपर पहुंच रहा है। मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है, जिसकी वजह से रविवार को कुछ स्थानों पर आसमान में बादल छाए और हवाएं गर्म रहीं।
इस कारण पारा अन्य दिनों से ऊपर जा पहुंचा। पश्चिमी विक्षोभ आने से अगले तीन दिन तक अधिकतम तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आने की संभावना है, जबकि इतना ही न्यूनतम तापमान बढ़ सकता है। 24 और 25 मई को फिर से पश्चिमी विक्षोभ आएगा तब बारिश के आसार बन सकते हैं। रविवार काे अधिकतम तापमान 46.6 डिसे रिकार्ड हुआ, जाे सामान्य से 5 डिग्री अधिक था। जबकि न्यूनतम तापमान में 3.6 डिग्री की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई और तापमान 29.5 डिसे दर्ज किया गया। दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चलीं, जिनकी रफ्तार 6 से 8 किमी प्रतिघंटा दर्ज की गई।
हवा में आद्रता 32 फीसद रही। पहली बार मई मध्य में पहुंचा पारा 46.6 डिसेः मई मध्य में पारा 46.6 डिग्री सेल्सियस पर पहली बार पहुंचा है। इससे पहले 15 मई काे कब तापमान इतना अधिक रिकार्ड हुआ था, इसकी जानकारी माैसम विभाग के पास भी नहीं है। हालांकि 31 मई 2019 में तापमान 47.2 डिसे पहुंचा था। जबकि 23 मई 2016 में तापमान 46.6 डिग्री भी पहुंचा। 28 मई 2018 में भी तापमान 46.6 डिग्री पहुंचा। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि 15 मई से पहले इतना अधिक तापमान कभी नहीं पहुंचा। हालांकि 15 मई के बाद अलग-अलग तारीखों में तापमान इससे कही अधिक पहुंचा है।
- पिछले 8 साल में 15 मई को तापमान की स्थिति -
वर्ष तापमान
2015 39.4
2016 45.8
2017 44.8
2018 41.8
2019 41.1
2020 41.2
2021 39.5
2022 46.6
- तापमान की स्थिति -
समय तापमान
5:30 34.6
8:30 39.4
11:30 42.4
14:30 45.4
17:30 42.8
कूलर पंखे फेल,पेड़ की छांव में राहतः इस भीषण गर्मी में कूलर पंखे सब फेल हैं। कूलर व एसी इस गर्मी में हांफते नजर आ रहे हैं। पंखें गर्म हवा उगल रहे हैं, जिससे पंखे की हवा में बैठ पाना मुश्किल हो रहा है। जिन स्थानों पर घने पेड़ हैं, वहां पर तापमान में करीब 3 डिसे की कमी है और पेड़ की छांव में गर्म हवा शीतल बनकर बहती है। जिससे लोगों को राहत का अहसास हो रहा है। शहर में ऐसे स्थान कम ही बचे हैं, जहां पर घने पेड़ हों। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि जिन स्थानों पर घने पेड़ हैं और उनके मोटे पत्ते हैं, वहां पर तापमान अन्य स्थानों से कम रहता है।
0 Comments