ओडिशा के बाद अब आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ रहा "Asani"

रेड अलर्ट जारी, NDRF की 50 टीमें तैनात, नेवी भी अलर्ट !

ओडिशा के बाद अब आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ रहा "असानी"

साइक्लोन असानी ने 24 घंटे में ही अपना रास्ता बदल लिया है। मंगलवार तक ओडिशा और बंगाल की खाड़ी की ओर जाने की आशंकाओं के बीच चक्रवात ने आंध्र प्रदेश की ओर रुख कर लिया है। मौसम विभाग ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया। यानी तूफान राज्य में तबाही मचा सकता है। इस अलर्ट के बाद राज्य में आज होने वाले इंटरमीडिएट की परीक्षाएं टाल दी गई हैं। IMD वैज्ञानिक, संजीव द्विवेदी ने बताया कि चक्रवात बुधवार सुबह तक काकीनाड़ा एवं विशाखापट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। इसके बाद यह पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकता है। आंध्र प्रदेश में इसके चलते रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। तूफान का असर बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ में भी रहेगा। 11 से 13 मई तक यहां बारिश होगी, साथ ही तेज हवाएं भी चलेंगी। असानी यहां तेज बारिश के साथ 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। ऐसे में यहां नुकसान की आशंका जताई जा रही है। 

इसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन को चक्रवात से जुड़ी आपदाओं को रोकने के लिए अलर्ट रहने को कहा गया है। IMD के मुताबिक आंध्र प्रदेश में के श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम, पूर्वी गोदावरी, कृष्णा, गुंटूर और पश्चिम गोदावरी जिलों में बुधवार सुबह 8.30 बजे तक 40-50 किमी प्रति घंटे से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। खराब मौसम की वजह से मंगलवार को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम एयरपोर्ट से उड़ान भरने और लैंड करने वाली 23 फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गईं। वहीं, चेन्नई एयरपोर्ट ने भी 10 फ्लाइट्स कैंसिल कर दी है। इनमें हैदराबाद, विशाखापट्टनम, जयपुर और मुंबई जाने वाली फ्लाइट्स शामिल हैं। ओडिशा के गंजाम जिले के छतरपुर के पास मंगलवार को समुद्र में मछली पकड़ने वाली 5 नौकाएं पलट गईं। इन हादसों में सभी 65 मछुआरे तैरकर किनारे आ गए। एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब पांच मछुआरों को ले जा रही एक नाव पलट गई और उसने चार अन्य नौकाओं को टक्कर मार दी, जिनमें कुल 60 लोग सवार थे। हादसे में सभी नौकाएं डूब गईं।

असानी के चलते NDRF की कुल 50 टीमों को पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के लिए रखा गया है। इसमें से 22 टीमों को ग्राउंड पर तैनात किया गया है, जबकि 28 टीमों को स्थिति से निपटने के लिए राज्यों के भीतर अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वे और राहत बचाव कार्यों के लिए विशाखापट्टनम में INS डेगा और चेन्नई के पास INS रजाली को नेवी स्टेशन पर अलर्ट मोड पर रखा गया है। इस बीच, पूर्वी तटीय रेलवे (ECOR) ने चक्रवात के कारण भारी बारिश की आशंका के मद्देनजर अपने अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा है। भुवनेश्वर में अपने मुख्यालय और विशाखापत्तनम, खुर्दा रोड तथा संबलपुर में डिवीजनल ऑफिस में 24 घंटे आपदा प्रबंधन के लिए कर्मचारियों को तैनात कर दिया है। राज्य सरकार ने घोषणा की कि आईएमडी की चेतावनी की अनदेखी कर गहरे समुद्र में जाने वाले मछुआरों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।

असानी इस साल का पहला चक्रवाती तूफान है। इससे पहले 2021 में 3 चक्रवाती तूफान आए थे। दिसंबर 2021 में साइक्लोन जावद आया था। वहीं, सितंबर 2021 में साइक्लोन गुलाब ने दस्तक दी थी, जबकि मई 2021 में साइक्लोन यास ने बंगाल, बिहार समेत कई राज्यों में कहर बरपाया था। चक्रवात असानी श्रीलंका द्वारा दिया गया एक नाम है जिसका अर्थ सिंहली में 'क्रोध' होता है। असानी के बाद बनने वाले चक्रवात को सितारंग कहा जाएगा, जो थाईलैंड द्वारा दिया गया नाम है। भविष्य में जिन नामों का इस्तेमाल किया जाएगा उनमें भारत के घुरनी, प्रोबाहो, झार और मुरासु, बिपरजॉय (बांग्लादेश), आसिफ (सऊदी अरब), दीक्सम (यमन) और तूफान (ईरान) और शक्ति (श्रीलंका) शामिल हैं।

अगले 24 घंटों के दौरान मौसम का हाल -

  • स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, तटीय आंध्र प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश संभव है। गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय ओडिशा, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण कर्नाटक और केरल के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है।
  • तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, शेष पूर्वोत्तर भारत, बिहार और झारखंड के पूर्वी हिस्सों और पश्चिमी हिमालय के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, आंतरिक ओडिशा, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की तलहटी में हल्की बारिश हो सकती है। 
  • आंध्र प्रदेश, तटीय ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में मध्यम से तेज हवाएं चलने की संभावना है। हवा की गति 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। समुद्र की स्थिति खराब बनी रहेगी तथा समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी। दक्षिण हरियाणा, राजस्थान के कुछ हिस्सों, गुजरात मध्य प्रदेश और विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों में लू की संभावना है।

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