जौरासी हनुमान मंदिर पर सुंदरकांड का पाठ कर सुनी ग्रामीणों की समस्याएं

पदयात्रा के दूसरे दिन जौरासी स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे ऊर्जा मंत्री…

जौरासी हनुमान मंदिर पर सुंदरकांड का पाठ कर सुनी ग्रामीणों की समस्याएं

ग्वालियर। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पदयात्रा करते हुए दूसरे दिन मंगलवार सुबह जौरासी स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे। ऊर्जा मंत्री तोमर के पहुंचते ही यहां पर ग्रामीणों ने बिजली संबंधी शिकायतों को लेकर उन्हें घेर लिया और कहा कि हमें भी 24 घंटे बिजली मिले। इस पर ऊर्जा मंत्री ने तत्काल बिजली विभाग के अफसरों को ग्रामीणों की शिकायत दूर करने को कहा। ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के बाद ऊर्जा मंत्री तोमर ने मंदिर में सुंदरकांड का पाठ किया। शिकायतों के निराकरण से उत्साहित ग्रामीण भी ऊर्जा मंत्री के साथ सुंदरकांड करने के लिए बैठ गए। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर दतिया पीताम्बरा मां तक पदयात्रा के दूसरे दिन मंगलवार सुबह जौरासी स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे। 

ऊर्जा मंत्री के आने की खबर लगते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर पहुंचने लगे। ऊर्जा मंत्री के पहुंचते ही ग्रामीण अपनी शिकायतों का पिटारा खोलकर बैठ गए। ऊर्जा मंत्री ने सभी ग्रामीणों की एक-एक कर समस्याएं सुनीं। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के बाद अधिकारियों से तत्काल उन्हें दूर करने को कहा। ऊर्जा मंत्री के निर्देश मिलते ही बिजली विभाग के अधिकारी ग्रामीणों की समस्याएं हल करने में लग गए। इस दौरान सबसे ज्यादा समस्याएं बिजली के बिल को लेकर आई थीं। इसके अलावा कई ग्रामीणों ने सड़क की समस्या भी ऊर्जा मंत्री को बताई। ग्रामीणों का कहना था कि यहां की सड़कें लंबे समय से खुदी पड़ी हैं। इसके चलते ग्रामीणों को आने जाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। 

इस पर ऊर्जा मंत्री ने जल्द से जल्द यहां पर सड़क बनाने का आश्वासन दिया। वहीं रास्ते में मिलने वाले ग्रामीणों से भी ऊर्जा मंत्री ने मुलाकात की और उनकी समस्याएं जानीं। इस दौरान पूर्व मंत्री इमरती देवी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र सिंह तोमर, भाजपा नेता मोहन सिंह आदि उपस्थित थे। ऊर्जा मंत्री का पहला पड़ाव सिथौली स्थित एम्पायर रिसोर्ट पर था। उन्होंने दूसरे दिन की यात्रा मंगलवार सुबह शुरू की। पदयात्रा के मार्ग में जगह-जगह भाजपा कार्यकर्ताओं ने तोमर का स्वगात किया। तोमर के स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर स्वागत मंच बनाए थे। जहां पर पदयात्रा के पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया और स्वागत करने के बाद कार्यकर्ता पदयात्रा में शामिल होते गए।

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