आप सफाई दूत नहीं सफाई देव हो : सिंधिया

अटल सभागर में हुआ सफाई दूतों का सम्मान...

आप सफाई दूत नहीं सफाई देव हो : सिंधिया

केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सफाई दूतों का सम्मान करते हुए कहा कि मेरा सौभाग्य है कि आज मैं सफाई देवताओं का सम्मान कर रहा हूँ। आप सफाईदूत नहीं सफाई देवता हैं जिनका सम्मान करना मेरे लिये गौरव की बात है। स्वच्छता की लडाई की सेना के सेनापति आप हो आपके बिना ये स्वच्छता का युद्ध नहीं जीता जा सकता है। आप के स्वास्थ्य व सम्मान को बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कार्यक्रम के प्रारंभ में मंच से उतरकर वार्ड 42 की सफाईदूत बबीता नारायण का हाथ पकडकर मंच पर ले गए और अपने पास वाली कुर्सी पर अतिथि के रुप में बैठाकर स्वच्छताकर्मियों के प्रति अपने स्नेह से सभी को अभीभूत कर दिया।

इस अवसर पर मप्र बीज विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, संभागीय आयुक्त आशीष सक्सैना, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल सहित जनप्रतिनिधि एवं पार्षदगण व विभागीय अधिकारी व निगम के सभी सफाईदूत उपस्थित रहे। इस अवसर पर सभी स्वच्छताकर्मियों को हेल्थ कार्ड का वितरण किया गया। 

जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल बिहारी सभागार में आयोजित स्वच्छता दूत सम्मान समारोह में केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि हमारी कोशिश होती है कि देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के दिखाये हुए पथ पर चलें और बापू का पथ स्वच्छता का पथ था। स्वच्छता सिर्फ सफाई नहीं, स्वच्छता शीश से पांव तक जिंदगी के हर पल के आचरण में सोच और विचारधारा में, मूल्यों और सिद्धांतो में होना चाहिए और आज उनके दिखाये हुए पथ पर चलना, प्रण लेना और अपनी जिंदगी में उसे निभाना हर भारतवासी का दायित्व नहीं धर्म होना चाहिए। 

केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि भारत को विश्व पटल पर उभारने का जो संकल्प हमारे देश के प्रधानमंत्री ने लिया था, वह पूरा हो रहा है। बापू का सपना था स्वच्छ भारत हो अपना और इसी सपने को साकार करने का कार्य देश के प्रधानमंत्री ने किया है। जब आपके हृदय में पवित्रता हो दृण इच्छा शक्ति हो तो उस व्यक्ति के पीछे कारवा चलता है। यह प्रधानमंत्री जी ने करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि जिंदगी में जब मान सम्मान मिलता है तो कोई लालच की जरूरत नहीं होती, छाती गर्व से फूल जाती हैं, आप मेरे सफाई कर्मचारी नहीं सफाई देवता हैं। 

साथ ही कहा कि ग्वालियर को स्वच्छ बनाने का संकल्प हर मौहल्लेवासियों ने लिया है। आज वह साकार हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने सभी के हाथ उपर उठाकर ग्वालियर को स्वच्छता में देश में प्रथम स्थान पर लाने के लिये संकल्प दिलाया। कार्यक्रम के शुभारंभ सफाईदूत बबीता नारायण को हाथ पकडकर बिठाया अपने बगल में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कार्यक्रम में पहुंचे तो उन्होंने सभागार में बैठी वार्ड 42 की सफाईदूत बबीता नारायण का हाथ पकड कर अपने साथ दीप प्रज्जवलित कराया तथा अपने साथ मंच पर बगल की कुर्सी पर बिठाया इसके साथ ही उन्होंने बबीता से कहा कि आप वर्ष में कम से कम एक बार अपना स्वास्थ्य परीक्षण करायें तथा कोई परेशानी हो तो अवगत करायें। 

पूरे कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया बबीता नारायण का हाथ पकडे रहे। जीवाजी विश्वविद्यालय में आयोजित स्वच्छता दूतों के सम्मान कार्यक्रम के दौरान सभी स्वचछता दूतों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा इस अवसर पर सभी को हेल्थ कार्ड वितरण किया गया जिससे वह नियमित रुप से अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा सकें। 

इनका हुआ सम्मान

सफाईदूत सम्मान समोराह में श्रीमती सरोज, श्री सुनील, श्रीमती विमला, श्रीमती शिला, श्रीमती प्रीति, श्री राजू, श्री सचिन, श्रीमती सविता, श्रीमती ममता, श्रीमती आरती, श्रीमती गिरिजादेवी, श्रीमती रमा, श्रीमती उर्मिला, श्रीमती पार्वती, श्रीमती राधा, श्रीमती सुनीता, श्रीमती प्रीति, श्रीमती माया बाई, श्रीमती मीरा, श्रीमती वीना, श्रीमती पूजा, श्रीमती ममता, श्रीमती ममता, श्रीमती रंजना, श्रीमती लक्ष्मी, श्री रवि, ड्रायवरों में श्री विनोद, श्री मंगल, श्री रवि शर्मा, श्री राजेश तोमर, श्री वासुदेव धाकड, श्री जितेन्द्र, श्री फिरोज खॉन, श्री विजय शर्मा, जीवाजी विश्व विद्यालय के सफाईकर्मी श्री मनोज करोसिया, श्री राजवीर, श्री शिवराम, श्री राजेन्द्र एवं श्री कालीचरण का सम्मान केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने शॉल, जूते, ग्लब्स, पानी की बोटल, जाकेट व स्वास्थ्य कार्ड देकर सम्मानित किया।

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