24 से 48 घंटे में वितरित होने वाली डांक का वितान हुआ 16 दिन बाद

भारतीय डाक विभाग के अधिकारी की बड़ी लापरवाही…

 24 से 48 घंटे में वितरित होने वाली डांक का वितान हुआ 16 दिन बाद 

 

ग्वालियर। भारतीय डाक विभाग के अनुसार स्पीड पोस्ट पूरे हिन्दुस्तान में 24 से 48 घंटे में वितरित हो जाती है और प्रेषक  के पास वितरण संदेश पहुंच जाता है, परन्तु पोस्ट मास्टर मु डाकघर महाराजबाड़ा लश्कर ग्वालियर बृजेश शर्मा के अनुसार वितरण प्रेषक के पास संदेश पहुंचने डाक वितरण पर्ची पर प्राप्तकर्ता के हस्ताक्षर रबर स्टाप लगने के बाद भी हस्ताक्षर दिनांक को डाक वितरण होकर लगभग 16 दिन बाद प्राप्ति स्थल पर डाक वितरण पोस्टमैन की मानवीय भूल के कारण हुआ। पूरा मामला यह है कि प्रेषक बृजेश चतुर्वेदी द्वारा सूचना के अधिकार के तहत आवेदन भारतीय डाक सेवा के स्पीड पोस्ट के माध्यम से मोतीमहल ग्वालियर डाक घर से 11 अगस्त 2021 को शासकीय गजराराजा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के लिए बुक की गई एवं डाक वितरण 14 अगस्त 2021 को शासकीय गजराराजा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में वितरण का संदेश प्रेषक को मोबाइल पर प्राप्त हो गया और प्रेषक बृजेश चतुर्वेदी ने डाक वितरण विवरण ऑनलाइन प्रति निकाल ली जिसके अनुसार डाक वितरण 14.8.2021 को दोपहर 4.30 पर डाक वितरण दर्शाया गया है।

सूचना के अधिकार के तहत एक माह तक संबंधित संस्था से किसी प्रकार की जानकारी प्राप्त नहीं हुई तो प्रेषक बृजेश चतुर्वेदी 20.9.2021 को प्रथम अपील में चले गए। 22.9.2021 को प्रेषक के पास शासकीय गजराराजा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से पत्र द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि संस्था में स्पीड पोस्ट माध्यम से आपका आवेदन 26 अगस्त 2021 को प्राप्त हुआ था। 

अत: 12448 पेज के दो रुपए के हिसाब से 24496 रुपए जमा कर संस्था से जानकारी प्राप्त कर लें। प्रेषक बृजेश चतुर्वेदी द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मु डाकघर लश्कर ग्वालियर से 14.8.2021 की डाक वितरण पर्ची प्राप्त कर ली। जिस पर संस्था की मुहर हस्ताक्षर दिनांक सहित प्राप्तकर्ता द्वारा अंकित किया गया है। 12 अक्टूबर 2021 को प्रथम अपील में प्राचार्य शासकीय गजराराजा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ग्वालियर उपस्थित नहीं हुईं, तो अपीलीय अधिकारी द्वारा दूरभाष पर प्राचार्य को बताया कि आप अपील में उपस्थित नहीं हुईं, तो प्राचार्य ने बताया कि मैं अवकाश पर हूँ इसलिए अपील  में उपस्थित नहीं हो पायी और मैं जानकारी देने को तैयार हूँ।

 

इस पर अपीलीय अधिकारी ने कहा कि आपने अपने पत्र में 26 अगस्त को आवेदन प्राप्ति बताई है जबकि डाक विभाग के अनुसार 14 अगस्त को आपको आवेदन प्राप्त हो चुका है। तो प्राचार्य ने बताया कि हमको 26 को ही डाक प्राप्त हुई है। अपीलीय अधिकारी ने प्रामाण प्रस्तुत करने के लिए कहा। प्राचार्य ने अपील की अगली तारीख मांगी जिससे 26 अगस्त को डाक प्राप्ति का प्रमाण प्रस्तुत कर सके और उन्होंने अगली अपीलीय तारीख 21 अक्टूबर 2021 को मु डाक घर लश्कर ग्वालियर के पोस्ट मास्टर बृजेश शर्मा का लिखित पत्र पोस्टमैन की मानवीय भूल के कारण डाक वितरण 26 अगस्त को हुआ है का पत्र अपीलीय अधिकारी को दे दिया। 

जिस पर अपीलीय अधिकारी बृजेश चतुर्वेदी को 12448 पेज के 24496 रुपए जमा कर जानकारी प्राप्त करने के आदेश कर दिये। बृजेश चतुर्वेदी पोस्टल अधीक्षक ग्वालियर संभाग श्री ठाकरे को पोस्ट मास्टर की लिखित शिकायत की जिसमें बृजेश चतुर्वेदी ने लिखा कि डाक 14 अगस्त 2021 को वितरित हुई है अथवा 16 अगस्त 2021 को सही जानकारी प्रदान करें। अगर डाक 26 अगस्त 2021 को वितरित हुई है तो मैं उपभोक्ता फोरम की शरण में जाऊंगा। क्योंकि यह डाक विभाग की बड़ी लापरवाही है। परन्तु पोस्टल अधीक्षक श्री ठाकरे ने भी अपने जबाव में पोस्टर मास्टर को बचाते हुए अस्थायी कर्मचारी पोस्टमैन को दोषी बताते हुए पोस्टमैन पर विभागीय कार्रवाही करने का आश्वासन देते हुए पोस्ट मास्टर को बचाते हुए पल्ला झाड़ लिया। 

पोस्ट मास्टर बृजेश शर्मा विभाग की समस्त कार्रवाई ऑनलाइन ट्रेकिंग को, वितरण पावती पत्रक सभी को गलत बताते हुए विभाग के ऊपर सांवरिया निशान लगाते हुए अपने पत्र को सही बताने की कोशिश कर रहे हैं और पोस्टल अधीक्षक श्री ठाकरे इस बात के लिए उनका सहयोग कर रहे हैं।पोस्ट मास्टर ब्रजेश शर्मा के लिखित पत्र से पूर्व डाक विभाग के सभी कर्मचारी पोस्टल अधीक्षक ग्वालियर संभाग ऑन लाइन स्टेटर्स एवं वितरण पत्रक, वितरण संदेश के अनुसार 14 अगस्त 2021 को सही बता रहे थे लेकिन 18 अक्टूबर के बाद ब्रजेश शर्मा के लिखित पत्र के बाद अचानक कहने लगे कि पोस्टमैन की मानवीय भूल के कारण डाक वितरण 26 अगस्त को हुआ है। 

Comments