Covid-19 के दौरान उल्लेखनीय कार्यों के लिए चिकित्सक एवं पैरामेडीकल स्टाफ सम्मानित

स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों भी हों सम्मानित…

कोविड-19 के दौरान उल्लेखनीय कार्यों के लिए चिकित्सक एवं पैरामेडीकल स्टाफ सम्मानित

ग्वालियर। संभागीय कमिश्नर आशीष सक्सेना ने आज यहाँ कोविड-19 के दौरान किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए चिकित्सक एवं उनके स्टाफ को प्रशस्ति पत्र प्रदाय कर सम्मानित किया। उन्होंने यह प्रशस्ति पत्र जेएएच अस्पताल समूह के कार्यों की समीक्षा बैठक में प्रदाय किए। बैठक में नवागत उपायुक्त राजस्व मूलचंद वर्मा, स्थानांतरित उपायुक्त राजस्व श्री गुर्जर, जेएएच के अधीक्षक डॉ. आर के एस धाकड़ एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना ने जेएएच के अधीक्षक डॉ. आर के एस धाकड़ को कोविड-19 के प्रबंधन के लिए सम्मानित किया। 

डॉ. प्रवेश सिंह भदौरिया को कोविड के मरीजों को अस्पताल में भर्ती करवाने में सहयोग प्रदान करने तथा कोविड की दवाईयों को एयरपोर्ट से चिकित्सालय तक लाने के लिए सम्मानित किया गया। डॉ. विजय गर्ग को कोविड-19 में गंभीर मरीजों के उपचार तथा श्योपुर एवं भिण्ड जिलों में बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए सम्मानित किया गया। डॉ. वैभव मिश्रा को कोविड-19 के मरीजों की आरटीपीसीआर जाँचें, समय पर रिपोर्ट जारी करना तथा शासन के प्रबंधन में सहयोग किया, इसमें राज्य के लगभग 6 जिलों के मरीजों की जांच की गई। इसी प्रकार डॉ. नीलिमा टंडन को कोविड-19 की प्रभारी, प्रशिक्षण प्रभारी, टास्क फोर्स सदस्य, वेंटीलेटर प्रभारी तथा ऑक्सीजन प्रभारी का कार्य करने के लिये सम्मानित किया गया। 

डॉ. सुषमा त्रिखा को कोरोना के दौरान आपदा काल में कोविड प्रबंधन, डीन एवं अधीक्षक की मदद से अन्य विभागों की सेवायें लेकर जेएएच अस्पताल को कोरोना वार्ड बनाया गया। साथ ही मरीजों को बेहतर सेवायें देने का कार्य किया गया। इनके द्वारा कोविड प्रभारी के रूप में कार्य किया गया तथा अस्पताल में अन्य बीमारियों के गंभीर मरीजों को उत्कृष्ट सेवायें प्रदान की गईं। इनके अलावा नीलिमा सिंह द्वारा कोविड-19 के प्रकरणों को भर्ती करने से लेकर डिस्चार्ज होने तक देखभाल की गई। 

बैठक में संभागीय कमिश्नर श्री सक्सेना ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मानित करने के पश्चात कहा कि कोविड-19 के दौरान स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक, पैरामेडीकल स्टाफ, आउट सोर्स कर्मी तथा अन्य विभागों के ऐसे अधिकारी-कर्मचारी जिन्होंने कोविड-19 के दौरान उल्लेखनीय कार्य किया है, उन्हें भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी - कर्मचारियों का डॉक्यूमेंटेशन किया जाए और उनके नाम प्रदर्शित किए जाएं। इससे लोगों में एक अच्छा संदेश जाएगा तथा अन्य लोग भी सहयोग के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग (विद्युत यांत्रिकी) के अधिकारी को निर्देश दिए कि जेएएच अस्पताल में जो भी विद्युत उपकरण खराब हालत में हैं, उन्हें तत्काल दुरूस्त कराया जाए। ऐसे एसी जिनकी अत्यंत आवश्यकता है, उन्हें भी ठीक कराया जाए। 

इसके अलावा विद्युत संबंधी अन्य छोटे-छोटे कार्यों को भी कराया जाए, जिससे भर्ती मरीजों को कोई कठिनाई नहीं हो। उन्होंने निर्देश दिए कि अस्पताल में जहां आवश्यकता हो, वहाँ की पुताई भी कराई जाए। बैठक में बताया गया कि कम से कम 50 पंखे शीघ्र उपलब्ध करा दिए जायेंगे। जिन्हें तत्काल लगाने के निर्देश लोक निर्माण विभाग (विद्युत यांत्रिकी) अधिकारी को दिए गए। जयाआरोग्य अस्पताल समूह में शीघ्र ही एचआईएमएस की सुविधा प्रारंभ की जावेगी। 

जिसके लिए मध्यप्रदेश शासन का एमओयू, आईटीएससी कंपनी के साथ कर लिया गया है एवं कंपनी के अधिकारियों द्वारा अस्पताल एवं नवनिर्मित एक हजार बिस्तर के अस्पताल का भी निरीक्षण सहायक अधीक्षक डॉ. देवेन्द्र सिंह कुशवाह के साथ कर लिया गया है। निरीक्षण के उपरांत क़रीब 4 करोड़ का क्रय आदेश अधिष्ठाता के द्वारा शीघ्र ही कंपनी को किया जावेगा। ज्ञात हो एचआईएमएस सिस्टम में एलआईएमएस (लेबोरेटरी इन्फ़ॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम है) एवं शीघ्र ही इस सिस्टम को कंपनी द्वारा जेएएच अस्पताल समूह में स्थापित कर दिया जावेगा। इससे जहाँ एक तरफ़ मरीज़ों को लंबी कतारों से निजात मिलेगी वहीं दूसरी तरफ़ डॉक्टर को मात्र एक क्लिक में मरीज़ की सारी इंफोर्मेशन मिल सकेगी।

इस सिस्टम के अंतर्गत मरीज़ को एक रजिर्स्टेशन नम्बर दिया जावेगा। इस रजिस्ट्रेशन नम्बर के बाद जब वह डॉक्टर को दिखाने जाएगा तो कंप्यूटराइज्ड पर्चा मरीज़ को दवाओं सहित दिया जावेगा। जो कि ऑनलाइन माध्यम से ही दवा वितरण केन्द्रों पर पहुँच जाएगा एवं मरीज़ के दवा वितरण केन्द्रों पर पहुँचने से पहले ही दवा वितरण केन्द्र को यह पता होगा कि मरीज़ को कौन सी दवाईयां देनी है। इस प्रकार दवा वितरण केन्द्रों पर मरीज़ के वहाँ पहुँचने से पूर्व ही दवा एकत्रित कर मरीज़ को बिना कतार में लगे उपलब्ध करा दी जावेगी। इसी प्रकार जो लैब जाँचें डॉक्टर द्वारा मरीज़ को लिखी जावेगी, वह भी ऑनलाइन माध्यम से लैब में पहले ही पहुँच जाएगी। 

जिससे मरीज़ को अनावश्यक कतार में खड़ा नहीं होना होगा। इसी प्रकार समस्त वार्डों में कम्प्यूटर स्थापित किए जाएंगे। जिसके अंतर्गत भर्ती मरीज़ों की सारी इंफोर्मेशन महज़ एक क्लिक के माध्यम से डॉक्टर को मिल सकेगी। साथ ही जैसे ही मरीज़ दुबारा कभी अस्पताल में आता है तो मरीज़ केवल डॉक्टर को रजिस्ट्रेशन नम्बर बताकर ही पूरी पिछली हिस्ट्री ऑनलाइन देखी जा सकेगी। साथ ही जेएएच अस्पताल एवं जीआर मेडीकल कॉलेज के समस्त वित्तीय प्रबंधन का भी ऑनलाइन माध्यम से ही किया जाएगा। समस्त सुविधाएं नए साल एक जनवरी 2022 में प्राप्त होने की संभावना है।

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