महात्मा गांधी, सरदार पटेल की तरह देश में हर साल मनाई जाएगी बिरसा मुंडा जयंती

 

PM Modi का बड़ा ऐलान…

महात्मा गांधी, सरदार पटेल की तरह देश में हर साल मनाई जाएगी बिरसा मुंडा जयंती



भोपाल। जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर पीएम मोदी आज भोपाल में आयोजित हुए कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, सरदार पटेल की तरह ही अब से देश में हर साल बिरसा मुंडा जयंती मनाई जाएगी. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने जनजातीय समाज की खूब तारीफ की. 15 नवंबर 1875 में झारखंड के खूंटी जिले में जन्मे बिरसा मुंडा महान स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया. आदिवासियों में बिरसा मुंडा का बहुत सम्मान है और आदिवासी उन्हें भगवान का दर्जा देते हैं. बिरसा मुंडा ने आदिवासियों को अपने अधिकारों के प्रति जागरुक किया. 

आदिवासियों की जमीन और अधिकारों के लिए बिरसा मुंडा ने आंदोलन किया. साल 1900 में ही जेल की सजा काटने के दौरान ही बिरसा मुंडा का निधन हो गया था. बिरसा मुंडा ने एक अलग धर्म भी शुरू किया था, जिसे बिरसाइत के नाम से जाना जाता है. आज भी हजारों लोग इस धर्म को मानते हैं. अपने संबोधन में पीएम ने आदिवासी लोकगीतों के बारे में कहा कि जब इन गीतों को ध्यान से सुना जाए तो इन गीतों के सार में मानवीय जीवन का बखूबी वर्णन होता है. आदिवासी हमें समझा रहे हैं कि धरती, खेत, खलिहान, धन दौलत यहीं छोड़कर जाना है. पीएम ने कहा कि यह देश आदिवासियों का हमेशा ऋणी रहेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि वनवास के दौरान प्रभु राम ने वनवासियों के साथ जीवन बिताया और इसके बाद वह मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए. 

पीएम ने कहा कि आदिवासी ही हमारे असली हीरो हैं. इसके अलावा उन्होंने आदिवासियों के लिए किए जा रहे विकास कार्यों का भी जिक्र किया और कहा कि पहले की सरकारों ने आदिवासियों को वह सम्मान नहीं दिया, जिसके वह हकदार थे. जनजातीय समाज से आने वाले साथी जब राष्ट्रपति भवन पहुंचे तो दुनिया हैरान रह गई. आदिवासी और ग्रामीण समाज में काम करने वाले ये देश के असली हीरे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने जंगल को लेकर भी संवेदनशील कदम उठाए. राज्य में 20 लाख जमीन के पट्टे देकर जनजातीय भाइयों की चिंता दूर की. आगे भी उन्हें कभी चिंता नहीं होगी, इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा.

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