Quality एवं New technique के साथ हो सडकों का निर्माण : निगमायुक्त

शहर की सडकों को दुरुस्त करने के लिए…

गुणवत्ता एवं नई तकनीक के साथ हो सडकों का निर्माण : निगमायुक्त

ग्वालियर। शहर की सडकों को दुरुस्त करने के लिए योजना बनाकर कार्य करें तथा प्रथम चरण में 100 किलोमीटर की सडकें प्राथमिकता के आधार पर तय करें और उन पर कार्य करें। उक्ताशय के निर्देश निगमायुक्त किशोर कन्याल ने सोमवार को सडक निर्माण के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक में संबंधित इंजीनियरों को दिए। निगमायुक्त ने कहा कि सडक ऐसी बने जिस पर सभी आवश्यक कार्य एक साथ हों तथा सडक की गुणवत्ता लंबे समय तक चलने वाली हो और सडक का स्लोब ऐसा बनाए कि उस पर पानी न ठहरे। इसके साथ ही डाम्बर में कुछ प्रतिशत प्लास्टिक मिलाकर भी प्रयोग करके देखा जा सकता है। 

निगम के प्रशासनिक भवन में आयोजित बैठक में निगमायुक्त ने सडक डाम्बरीकरण में 6-7 प्रतिशत तक प्लास्टिक का उपयोग करके उसकी डयूराबिलीटि एवं अन्य बेनीफिट के बारे में भी चर्चा की तथा प्रायोगिक तौर पर ऐसा प्रारंभ करने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही निगमायुक्त ने निर्देश दिए कि प्रत्येक विधानसभा में कम से कम एक-एक सडक तो ऐसी बनाओ जो शहर के लिए आर्दश हों तथा फिर उन्हीं की तर्ज पर हम अन्य सडकें भी बनाएंगे। इसके साथ ही निगमायुक्त ने कहा कि शहर में नगर निगम एवं पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई जाने वाली व संधारित करने वाली सडकों की जानकारी सभी को होनी चाहिए। इसके लिए नगर निगम द्वारा जिन भी सडकों पर कार्य किया जाता है वहां एक बोर्ड भी लगा सकते हैं। 

निगमायुक्त ने कहा कि सभी सडकों के निर्माण के लिए जो भी आवश्यक कार्यवाही की जानी है तत्काल उसकी प्रक्रिया पूर्ण करें और तेजी से निर्माण कार्य प्रारंभ कराएं। ठेकेदारों के भुगतान को लेकर निगमायुक्त ने सभी इंजीनियरों व अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि नियमानुसार पूर्ण प्रक्रिया के तहत लाई गई फाइल को वह कतई नहीं रोकते हैं, फाइल पूरी प्रक्रिया के तहत लाइऐ हम तत्काल उसका भुगतान कराएंगें। इसके साथ ही प्रत्येक महीने ठेकेदार का भुगतान हो इसके लिए समय पर बिल भुगतान प्रक्रिया करें। निगमायुक्त ने सभी इंजीनियरों से चर्चा करते हुए कहा कि विकास के लिए पैसा सबसे पहली आवश्यकता है और यदि हम अपने क्षेत्र में विकास कराना चाहते हैं तो हमें सम्प्त्तिकर वसूली को लेकर भी सहयोग करना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि सभी इंजीनियर भी सम्पत्तिकर वसूली में सहयोग करें तथा जिस इंजीनियर के प्रयास से जितना सम्पत्तिकर आएगा, उसका आधा तत्काल उसे अपने क्षेत्र में विकास के लिए दे दिया जाएगा। बैठक में अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता, आर के श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, संजय मेहता, अपर आयुक्त वित्त देवेन्द्र पालिया, अधीक्षण यंत्री जेपी पारा, प्रेम पचौरी, उपायुक्त एपीएस भदौरिया, सीसीओ सुशील कटारे, कीर्तिवर्धन मिश्रा, डी के गुप्ता, एपीएस जादौन, महेन्द्र अग्रवाल, सुरेश अहिरवार, सुरेन्द्र जैन एवं प्रमोद चौहान सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं ठेकेदार उपस्थित रहे।

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