Dengue के मरीज 500 के पार, अस्पतालों में लगीं लंबी-लंबी कतारें

दूसरी महामारी : बिगड़ा इलाज का सिस्टम…

डेंगू के मरीज 500 के पार, अस्पतालों में लगीं लंबी-लंबी कतारें

ग्वालियर में डेंगू पीड़िताें की संख्या 505 पर पहुंच गई। शनिवार काे 139 संदिग्ध मरीजाें के सैंपलों की हुई जांच में 45 को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। इसमें से 24 ग्वालियर के तथा 21 अन्य जिलों के हैं। वायरल फीवर के रोगी भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका असर सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ने लगा है। अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य चिकित्सालय की ओपीडी में पहुंच रहे मरीजों को अब बुखार की दवा पैरासिटामोल तक नहीं मिल रही है। बच्चों के लिए पैरासिटामोल का सीरप भी उपलब्ध नहीं है। 

यह स्थिति तब है, जब कमलाराजा चिकित्सालय में बच्चों के इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं होने के मामले में न्यायालय में लगी जनहित याचिका पर अस्पताल प्रबंधन और शासन को जवाब देना है। शनिवार को ओपीडी में आए मरीजों को बुखार की दवा और खांसी का सीरप नहीं दिया गया, उन्हें ये दवा बाजार से खरीदनी पड़ीं। सेंट्रल मेडिकल स्टोर के इंचार्ज व प्रवक्ता डॉ. देवेंद्र सिंह कुशवाह का कहना है कि दवा के ऑर्डर लगा दिए हैं। जल्द ही दवा आ जाएगी। 

शनिवार को ग्वालियर में मिले 24 डेंगू पाॅजिटिव में 17 बच्चे हैं। एक माह में जिले में 478 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं, जिसमें से 285 बच्चे हैं। जिले में डेंगू से अब तक 2 बच्चों की मौत भी हो चुकी है। जयारोग्य चिकित्सालय की ओपीडी में शनिवार काे 2220 मरीज दिखाने आए। इनमें मेडिसिन के 405, पीडियाट्रिक के 133 तथा स्किन के 293 मरीज थे। ओपीडी में दिखाने आने वाले मरीज को पहले पर्चा बनवाने और फिर डॉक्टर को दिखाने की लाइन में लगना पड़ा। 

शिवाजी नगर आमखो पहाड़िया से दिखाने आए 38 वर्षीय मरीज अल्लू को बुखार आ रहा है जिसे देखते हुए डॉक्टर ने पैरासिटामोल सहित तीन दवा लिखीं थी। इसमें से सिर्फ एक ही दवा मिली। स्किन, पीडियाट्रिक के मरीजों को भी सभी दवा नहीं मिल रही हैं। रेडियोलॉजी विभाग में 3 डिजिटल एक्सरे और एक डीआर एक्सरे मशीन है। एक्सरे की डिजिटल कैसेट नहीं होने के कारण सिर्फ डीआर मशीन पर ही एक्सरे हो रहे हैं। इसके चलते मरीजों को काफी इंतजार करना पड़ता है।

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