दहेज के लिए पिलाया था Acid, आखिर हार गई जिंदगी की जंग

मरते-मरते बयां कर गई दहेज प्रताड़ना का दर्द…

दहेज के लिए पिलाया था तेजाब, आखिर हार गई जिंदगी की जंग

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के गृह-मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा के गृह-नगर डबरा में दहजे के तीन लाख रुपए न मिलने पर विवाहिता को तीव्र अम्ल पिलाया गया था। पीड़िता ने 54 दिन जिंदा रहने के लिए संघर्ष किया, लेकिन गुरुवार शाम दिल्ली में दम तोड़ दिया। पीड़िता जिंदगी की जंग तो हार गई, लेकिन मरते-मरते जालिम पति और ससुरालियों के जुल्म का लेखा-जोखा अंतिम वीडियो-बयान में दर्ज करा दिया। पीड़िता का अंतिम बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मरने से पहले उसने अपील की–किसी को भी छोड़ा न जाए। मरते-मरते बयां कर गई दहेज प्रताड़ना का दर्द। 

डबरा की शशि ने तीव्र-अम्ल पिलाने के बाद 54 दिन तक जीवन के लिए युद्ध लड़ा। अंततः मृत्यु जीत गई, बल्कि कहा जाए कि मौत ने शशि को अपनों की क्रूरता के दर्द से मुक्त कर दिया। इलाज करने वाले चिकित्सकों के अनुसार उसके पाचन संस्थान के सभी अंग काम करना बंद करने लगे थे। गुरुवार को मृत्यु से पूर्व जीवन के अंतिम VIDEO में शशि जाटव बोली–मुझे मेरे पति, सास, ननद व जेठ-जेठानी ने तेजाब पिलाया था। अब वे मुझे छोड़कर भाग गए हैं। इनको मत छोड़ना। बयान दर्ज कराने के चार घंटे बाद शशि हर पीड़ा को अलविदा कह कर मौन हो गई। 

गुरुवार रात उसके शव को लेकर परिजन घाटीगांव पहुंचे गए, उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। ज्ञातव्य है कि शशि के अपराधी पुलिस की गिरफ्त में पहले ही आ चुके हैं। शशि को दहेज के तीन लाख रुपए न लाने पर क्रूरता तीव्र-अम्ल पिला दिया था। इस अम्ल ने शशि के पाचन-तंत्र के सभी अंगों को नष्ट कर दिया। उसका इलाज कर रहे चिकित्सकों ने शशि को बचाने का प्रयास किया। परिजन ने पैतृक कृषि-भूमि बेचकर उपचार कराया, लेकिन बुधवार रात से अचानक शशिन रक्त-वमन करने लगी, और गुरुवार को दम तोड़ दिया। 

शशि के भाई योगेश के अनुसार बहन के स्वास्थ्य में बीच में सुधार लगा, लेकिन जब भी उसे 27 जून की रात की स्मृतियां रह रह कर उसे तड़पा देती थीं, वह भय से कांपने लगती थी। जब वह स्मरण करती थी कि कैसे उसकी ननद ने उसके हाथ पकड़े थे और पति ने क्रूरता से तेजाब पिलाया थी तो उसकी आत्मा भी थर्रा जाती थी। ग्वालियर के घाटीगांव पुलिस थाने के सिमरिया गांव निवासी 22 वर्षीया शशि का विवाह 17 अप्रैल 2021 को डबरा के रामगढ़ निवासी वीरेन्द्र कुमार के साथ हुआ था। शशि के मायके वालों ने शादी में 10 लाख रुपए खर्च किए थे। 

लॉकडाउन खुसते ही वीरेन्द्र नई कार खरीदने की जुगत में जुटा था, लेकिन तीन लाख रुपए कम पड़ रहे थे। उसने शशि पर दबाव बनया कि वह मायके से तीन लाख रुपए की व्यवस्था करे। वीरेंद्र ने 27 जून की रात को शशि को फिर प्रताड़ित किया, लगातार मना करने पर पति ने बलपूर्व तीव्र-अम्ल शशि के मुंह में उड़ेल दिया। अम्ल शरीर के अंदर पहुंचते ही शशनि तड़पने लगी। उसे ग्वालियर में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत लगातार बिगड़ते देख उसे दिल्ली रैफर किया गया था। 

डबरा सिटी थाने में पुलिस ने असंवेदनशीलता जाहिर करते हुए सिर्फ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया था। दिल्ली में शशि ने SDM के सामने बयान में पति द्वारा एसिड पिलाने की बात कही थी। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य स्वाति मालीवाल ने इसे मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह को टेग करते हुए ट्वीट किया था, जिसके बाद मामला सुर्खियों में आया। पुलिस ने आरोपी पति वीरेन्द्र जाटव, वीरेन्द्र की भाभी मिथलेश सहित सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस मामले में विवेचना अधिकारी ASI को सस्पेंड करने के बाद TI डबरा सिटी विनायक शुक्ला को भी लापरवाही के आरोप में लाइन अटैच कर दिया गया था।

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