कनिष्ठ लेखा अधिकारी 1500 की Bribe लेते हुए गिरफ्तार

लाेकायुक्त की टीम द्वारा आदिम जाति कल्याण विभाग में…

कनिष्ठ लेखा अधिकारी 1500 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार

ग्वालियर में लोकायुक्त पुलिस ने सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग के जूनियर अकाउंटेंट को 1500 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। जूनियर अकाउंटेंट ने एक कॉलेज के कर्मचारी से स्कॉलरशिप के भुगतान के लिए डिजिटल सिग्नेचर एप्रूव करने रिश्तवत मांगी थी। कर्मचारी ने मामले की शिकायत लोकायुक्त एसपी से की। जिसके बाद जूनियर अकाउंटेंट को ट्रैप किया गया है। शुक्रवार शाम जैसे ही लेखाधिकारी ने रिश्वत के 1500 रुपए हाथ में लिए उसे लोकायुक्त ने पकड़ लिया। जांच करने के बाद भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर लिया है। मुरार हाथीखाना निवासी सुशील कुमार झा सिकरौदा रोड स्थित एचएल सोमल ITI कॉलेज में अकाउंट डिपार्टमेंट में कर्मचारी हैं। साथ ही कॉलेज के स्कॉलरशिप विभाग के प्रभारी हैं। 

छात्रों की स्कॉलरशिप के लिए वह अक्सर सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग के दफ्तर में आते जाते हैं। वह वहां से स्कॉलरशिप की सभी औपचारिकता पूरी करने के बाद छात्रों के खातों में स्कॉलरशिप की राशि जमा करवाते हैं। पर इस बार स्कॉलरशिप से पहले डिजिटल सिग्नेचर का नियम आ गया है। यह डिजिटल सिग्नेचर वैरीफाई कर एप्रूव करने के लिए जिम्मेदारी विभाग में पदस्थ जूनियर अकाउंटेंट राकेश गुप्ता को दी गई थी। राकेश गुप्ता कुछ दिन से लगातार सुशील कुमार को कोई न कोई कमी बताकर परेशान कर रहे थे। जब सुशील ने पूछा कि डिजिटल सिग्नेचर एप्रूव कैसे होंगे तो इसके लिए उन्होंने 2 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। इस पर सुशील ने उसे रंगे हाथ पकड़वाने की ठान ली। एक दिन पहले उन्होंने मामले की शिकायत एसपी लोकायुक्त संजीव सिन्हा को दी। उन्होंने तत्काल लोकायुक्त की टीम लगाई। फरियादी ने जूनियर अकाउंटेंट से बात कर 1500 रुपए में बात तय की। सारे सबूत मिलने के बाद लोकायुक्त ने शुक्रवार शाम घेराबंदी कर ली।

आरोपी राकेश गुप्ता ने सुशील को शुक्रवार शाम अपने ही दफ्तर में मिलने के लिए बुलाया था। सुशील उनके दफ्तर पहुंचे। राकेश भी काम खत्म कर घर ही जा रहे थे। उन्होंने ऑफिस के गेट पर 1500 रुपए रिश्वत ली और जेब में रखने लगे। तभी लोकायुक्त पुलिस के अधिकारी इंस्पेक्टर राघवेन्द्र सिंह तोमर ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। लोकायुक्त को सामने देखते ही लेखाधिकारी को पसीना आ गया। इसके बाद उनके हाथ कैमिकल से धुलाए तो गुलाबी हो गए। लोकायुक्त पुलिस ने रुपए और रंग को निगरानी में लेकर आरोपी लेखाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। 

फरियादी सुशील कुमार झा ने बताया कि जूनियर अकाउंटेंट राकेश गुप्ता को हमारे कॉलेज की स्कॉलरशिप का इंचार्ज बनाया गया है। वह लगातार परेशान कर रहे थे। कई बार उनको समझाया, लेकिन वह रिश्वत के बिना डिजिटल सिग्नेचर एप्रूव नहीं कर रहे थे। तब मन में ठान लिया था कि इनको सबक सिखाना ही पड़ेगा। उसके बाद लोकायुक्त में शिकायत की।

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