अब JU में शुरू होगा डिप्लोमा इन फार्मेसी पाठ्यक्रम

मूल्यांकन बोर्ड और विद्या परिषद की हुई बैठक...

अब JU में शुरू होगा डिप्लोमा इन फार्मेसी पाठ्यक्रम 

जीवाजी विश्वविद्यालय के फार्मेसी अध्ययनशाला में डिप्लोमा इन फार्मेसी पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही जेयू के स्वास्थ्य केंद्र के लिए पैरामेडिकल कोर्स भी प्रारंभ किए जाएंगे। ये निर्णय जीवाजी विश्वविद्यालय के टंडन हॉल में शनिवार को हुई विद्या संबंधी योजना तथा मूल्यांकन बोर्ड की वार्षिक बैठक में लिए गए। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक में रेक्टर प्रो. डीडी अग्रवाल, प्रभारी कुलसचिव डॉ. आईके मंसूरी, डॉ. केशव सिंह गुर्जर, प्रो. विवके बापट, प्रो. पीके तिवारी, प्रो. योगेश उपाध्याय, प्रो. डीसी गुप्ता, प्रो. नलिनी श्रीवास्तव, प्रो.एसके गुप्ता, प्रो. जेएन गौतम, प्रो. एसके शुक्ला, प्रो. केशव ठाकुर मौजूद रहे। दोनों बैठकों के बाद वर्तमान रेक्टर प्रो डीडी अग्रवाल के रिटायरमेंट होने पर सभी ने पुष्पगुच्छ देकर उन्हें विदाई दी।

ये हुए निर्णय - 

आजीवन विस्तार शिक्षा व समाजकार्य अध्ययनशाला में स्ववित्तीय स्कीम के अंतर्गत एमए वूमन स्टडीज कोर्स प्रारंभ किए जाने की अनुमति प्रदान की गई।

योग विज्ञान केंद्र अध्ययनशाला तीन वर्षीय 6 सेमेस्टर बीए ऑनर्स योगा सत्र 2021- 2024 से प्रारंभ किए जाने की अनुमति प्रदान की गई। उक्त पाठ्यक्रम का संचालन कला संकाय के अुंतर्गतहोगा

प्राणी विज्ञान अध्ययनशाला के अंतर्गत 6 माह के सर्टिफिकेट कोर्सेस शुरू किए जाएंगे।

सीआईएफ विभाग के अंतर्गत बीएससी ऑनर्स इंस्ट्रूमेंटेशन कोर्स एवं सर्टिफिकेट इन इंस्ट्रूमेंटेशन  सर्टिफिकेट इन एनालिटिकल  टेक्निक्स प्रारंभ किए जाने का निर्णय हुआ। 

जेयू की अध्ययनशालाओं में यदि कोई विभाग सर्टिफिकेट कोर्स प्रारंभ करना चाहता है तो व प्रस्ताव तैयार करे। इसके लिए अनुमति प्रदान करने के लिए कुलपति को अधिकृत किया गया। मान्यता प्राप्त होने के बाद ही कोर्स को प्रारंभ किया जाएगा। 

इसके बाद दोपहर के सत्र में विद्या परिषद की वार्षिक बैठक भी हुई। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक में रेक्टर प्रो. डीडी अग्रवाल, प्रभारी कुलसचिव डॉ. आईके मंसूरी, डॉ. केशव सिंह गुर्जर, प्रो उमेश होलानी, डॉ. हरेंद्र शर्मा, प्रो. अविनाश तिवारी सहित अन्य सदस्यगण मौजूद रहे।

ये हुए निर्णय -

नवीन गठित विद्या संबंधी योजना व मूल्यांकन बोर्ड हेतु तीन विद्वानों को मनोनीत किया गया- प्रो. नागेश्वर राव, कुलपति इंदिरा गांधी मुक्त विवि नई दिल्ली, प्रो. अखिलेश पांडेय कुलपति विक्रम विवि उज्जैन, प्रो. आलोक शर्मा निदेशक आईआईटीटीएम ग्वालियर।

पीएचडी शोधार्थी छात्रों द्वारा  शोध जमा करने की तिथि पहंले 31 दिसंबर 2020 तय की गई थी, जिसमें यूजीसी के निर्देशानुसार बढ़ाकर 30 जून तक करने की सूचना ग्रहण की गइ।

विदहेल्ड का परीक्षा परिणाम यथासंभव 6 माह के अंदर घोषित किया जाए। इसके बाद भी यदि कोई कठिनाई आती है तो संबंधित छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं एवं संबंधित अन्य दस्तावेज परीक्षा परिणाम घोषित होने तक सुरक्षित रखे जाएं।

कंप्यूटर सेंटर में पदों को पुनः विज्ञापित कराए जाने के लिए यूजीसी की अर्हता अनुसार कार्यवाही की जाए।

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विवि से तीन वर्षीय डिप्लोमा पाठ्ययक्रम उत्तीर्ण छात्रों को प्रवेश की अनुमति दी गई।

दूरस्थ शिक्षण संस्थान के एमबीए पाठ्यक्रम के लिए अध्यादेश अनुमोदित किया गया।

छात्रों एमए से अन्य विषय में एमए व एमएससी से अन्य विषय में एमएससी पाठ्यक्रम में शामिल होने के लिए संबंधित अध्यादेशों के अनुसार कार्यवाही करने की बात हुई।

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