जीवन जीने की कला सिखाती है श्रीरामकथा : माया सिंह

ददरौआ धाम में चल रही श्रीराम यज्ञ कथा…

जीवन जीने की कला सिखाती है श्रीरामकथा : माया सिंह

ग्वालियर। ददरौआ धाम भक्त मण्डल द्वारा ददरौआ धाम में चल रही नौ दिवसीय श्रीराम यज्ञ श्रीराम कथा का आज समापन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री माया सिंह एवं पूर्व मंत्री ध्यानेन्द्र सिंह उपस्थित हुये। श्रीराम कथा में शामिल होने के लिये आयी माया सिंह ने कहा, कि श्रीराम कथा लोगों को जीवन जीने की कला सिखाती है। दुर्लभ मानव शरीर पाने के बाद जीवन जीने के लिये लोगों को श्रीराम कथा से जुड़ने की आवष्यकता है। गीता, योग का ग्रंथ है और श्रीमद्भागवत वियोग का ग्रंथ है, लेकिन श्रीरामचरितमानस जीवन में प्रयोग का ग्रंथ है। 

इस तरह के आयोजन हमें प्रेरणा देते हैं वही कथा वाचक सच्चिदानंद महाराज ने अंतिम दिवस श्रीराम चन्द्र जी के राजतिलक की कथा सुनाई वही पूर्व मंत्री माया सिंह ने भगवान श्रीराम का राजतिलक कर आर्षीवाद प्राप्त किया और अंजू शर्मा के द्वारा माया सिंह के हाथों भक्त मण्डली को शाॅल श्रीफल से सम्मानित कराया गया। कार्यक्रम के व्यवस्थापक पं कृष्णकान्त तिवारी ने नौदिवसीय श्रीराम कथा एवं श्री रामयज्ञ के समस्त सदस्यों का श्रीफल से सम्मान व आभार व्यक्त किया।

इस दौरान मण्डल अध्यक्ष रामप्रकाष परमार, पारीक्षित सुरेष चन्द्र गोस्वामी, समाजसेवी अमित खेमरिया, पूर्व पार्षद जबर सिंह, रेखा त्रिपाठी, व्यंजना मिश्रा, समाजसेवी संजीव रजक, समाजसेवी एवं उप पारीक्षित गौरव योगी, ददरौआ भक्त मण्डल के अध्यक्ष अंकुर श्रीवास, युवा समाजसेवी आकाष कौरव, पंकज केन, नरसिम्हा केन, गिर्राज वर्मा, अभिषेक वर्मा, कोलू गुर्जर, रामू वर्मा एवं हजारों की संख्या में भक्त मण्डल व व्यवस्था टीम उपस्थित रही।

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