सात देशों से भारतीयों की होगी वतन वापसी

पहली फ्लाइट तीन बजे पहुंचेगी दिल्ली...

सात देशों से भारतीयों की होगी वतन वापसी


वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से लाखों भारतीय विदेशों में फंस गए हैं। इन नागरिकों की वतन वापसी के लिए सरकार 'वंदे भारत मिशन' चला रही है। इस मिशन का आज तीसरा दिन है। आज सात देशों से उड़ानें भारत आएंगी।

बांग्लादेश में फंसे भारतीयों को लेने के जाने वाली उड़ान दोपहर तीन बजे तक दिल्ली आ सकती है। हालांकि अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि किस फ्लाइट में कितने लोग आने वाले हैं। इससे पहले मिशन के दूसरे दिन पांच उड़ानों से भारतीयों की वतन वापसी हुई।



मिशन के दूसरे दिन यानि आठ मई को एयर इंडिया का एक विमान सिंगापुर में फंसे भारतीयों को लेकर शुक्रवार सुबह दिल्ली हवाईअड्डे पर उतरा। वहीं, बांग्लादेश में फंसे जम्मू-कश्मीर के छात्र-छात्राओं को लेकर ढाका से पहला विमान भी श्रीनगर पहुंचा। एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सिंगापुर से 234 यात्री और बांग्लादेश से 167 छात्र-छात्राओं को लाया गया है। तीसरी फ्लाइट रियाद से कोझिकोड पहुंची। इसमें आने वाले लोगों की संख्या पता नहीं चल पाई। बहरीन से कोच्चि और दुबई से चेन्नई आई उड़ानों में 182-182 लोग भारत वापस आए।

भारत 'वंदे भारत मिशन' के दूसरे चरण के तहत 15 मई से मध्य एशिया के साथ ही विभिन्न यूरोपीय देशों में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि भारत अगले सप्ताह अपने इस मिशन का विस्तार करेगा ताकि कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, रूस, जर्मनी, स्पेन और थाईलैंड सहित विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाया जा सके। उन्होंने बताया कि मिशन के पहले चरण में सात मई से 15 मई के बीच 12 देशों से लगभग 15,000 लोगों की वापसी होगी। इसके लिए 64 उड़ानों का संचालन होगा।

दूसरी ओर विदेशों में फंसे भारतीयों को समुद्र के रास्ते वापस लाने के लिए भारतीय नौसेना द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन समुद्र सेतु के तहत नौसेना के पोत जलाश्व से मालदीव में फंसे भारतीय नागरिकों का पहला समूह शुक्रवार को भारत लाया गया।  

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