जिले में बंद नलजल योजनायें शीघ्र कराई जायें प्रारंभ : श्रीमती दास

जो सरपंच योजनाओं को प्रारंभ नहीं करा सकते उनसे पैसा तत्काल वापस लें…
जिले में बंद नलजल योजनायें शीघ्र कराई जायें प्रारंभ : श्रीमती दास

मुरैना। कलेक्टर प्रियंका दास ने कहा कि वर्ष 2018-19 में जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों के नलजल योजना के लिये राशि स्वीकृत की गई थी, किन्तु कई सरपंच नलजल योजनाओं को आज तक प्रारंभ नहीं करा सके है, ऐसे सरपंचों के खिलाफ कार्रवाही कर राशि वापस जिला सीईओ करायें। इसके साथ ही नलजल योजनायें प्रारंभ न करने का जबाव प्राप्त करें। जबाव संतोषजनक न होने पर उनके खिलाफ शासकीय पैसा रखने के आरोप में कानूनी कार्रवाही करें। यह निर्देश उन्होंने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में उपस्थित अधिकारियों को दिये। 
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तरूण भटनागर, ईपीएचई आरएन करैया, नगर निगम कमिश्नर सहित जनपद सीईओ, सीएमओ एवं नलजल योजनाओं की निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

कलेक्टर प्रियंका दास ने कहा कि जिले में 69 बंद नलजल योजनाओं में 47 पूर्ण हो चुकी है, शेष 22 नलजल योजनायें बंद या अपूर्ण है, जिनमें   ग्राम पंचायत द्वारा कार्य में रूचि नहीं लेना, अपूर्ण कार्य को पूर्ण नहीं करना, कुछ नलजल योजना प्रगतिरत है, तथा कई ग्राम पंचायतों के सरपंच नलजल योजनाओं को प्रारंभ करने में रूचि नहीं ले रहे है। इनमें अम्बाह की 2, पोरसा की 2, जौरा की 2, मुरैना की 14 और सबलगढ़ की 2 ग्राम पंचायत है। इसका मतलब है कि वे अपनी ग्राम पंचायतों में पेयजल परिवहन कराना चाहते है, जिससे उनका आय का स्त्रोत बनता रहे। ऐसे सरपंचों के खिलाफ कार्रवाही करें और उनके पैसा वसूल करें। 

जिला सीईओ इस कार्य को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि समस्त जनपद सीईओ अपने-अपने क्षेत्र के अंतर्गत अपूर्ण नलजल योजनाओं को देंखे जो प्रारंभ करने योग्य है, उन्हें प्रारंभ करायें। कलेक्टर ने कहा कि जिले में 47 नलजल योजना अपूर्ण है, जिनमें अम्बाह कीे 3, पोरसा की 1, कैलारस की 8, जौरा की 1, मुरैना की 23, सबलगढ़ की 11 नलजल योजनाओं को निर्धारित तिथि तक प्रारंभ करावें। जिसमें 20 मई तक खेड़ा मेवदा, मसूदपुर, कुथियाना, दोहरावली, पिपरेसवा, जखौना रायपुर, रिठौराकलां, केंथरी और चचिहा ग्राम पंचायतों की नलजल योजना प्रारंभ होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि 25 मई तक सुजर्मा, हेतमपुर, करूआ, राजा का तोर, किशोरगढ़, रामपुरकलां, सांगोली, बहोरपुरा, माता बसैया, पिपरई, नावली बड़ागांव आदि ग्राम पंचायत शामिल है। 

जनपद मुरैना के अंतर्गत सबसे अधिक नलजल योजनायें बंद है, इसे कलेक्टर  प्रियंका दास ने घोर अनियमितता मानते हुये जनपद सीईओ मुरैना सृष्टि भदौरिया को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये है। कलेक्टर ने कहा कि जिन नलजल योजनाओं में रिवाइज प्रस्ताव की आवश्यकता है, उन ग्राम पंचायतों के प्रस्ताव दो दिवस के अंदर फाइल भेंजे। इसके साथ ही उन्होंने ईपीएचई श्री करैया को निर्देश दिये कि जिले में जहां हेण्डपम्पों में रायजर पाइपों की आवश्यकता है, वहां तत्काल रायजर पाइप हेण्डपम्पों में लगवाये जायें। शासन प्रशासन के लिये लोंगो को पेयजल मुहैया कराना प्राथमिकता है। 

कलेक्टर ने इस अवसर पर जल निगम की निर्माणाधीन दतहरा परियोजना की समीक्षा की। जिसमें दतहरा परियोजना का अभी तक 56 प्रतिशत कार्य पूर्ण होना बताया है, जबकि इसकी कार्य अवधि सितम्बर 2019 तक पूर्ण करना थी। इस पर कलेक्टर ने अप्रशन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि इतनी धीमी गति से कार्य मंजूर नहीं, विलंब होने पर निर्माण एजेंसी को चेंज करने का प्रस्ताव भेजा जावेगा अन्यथा रिवायज प्रस्ताव पर दिसम्बर 2020 तक कार्य पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत 12 टंकियों का निर्माण 78 प्रतिशत किया गया है जो अभी अधूरा है। इसके बाद कलेक्टर ने जौरा अलापुर में पीएचई विभाग को खराब टंकियों की मरम्मत एवं अन्य कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये।

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