वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री ने धर्मगुरूओं से की चर्चा

ग्वालियर में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने हेतु...

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री ने धर्मगुरूओं से की चर्चा 


ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोकने एवं लागू लॉकडाउन का पालन करने हेतु शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सभी धर्म गुरूओं से चर्चा कर उनसे आग्रह किया कि वह लोगों को समझाईश दें कि लॉकडाउन के दौरान अपने घरों से बाहर न निकलें एवं लॉकडाउन का पूर्ण रूप से पालन करें।

ग्वालियर कलेक्ट्रेट में व्ही.सी. कक्ष में ग्वालियर संभाग आयुक्त एम बी ओझा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजाबाबू सिंह, पुलिस उप महानिरीक्षक ए के पाण्डेय, नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन, धर्मगुरू संत कृपाल सिंह, फादर एस पी दास, फादर जोन जेनिफर, नवाब शहरकाजी अब्दुल हमीद कादिरी, सिख समाज से त्रिलोक सिंह भाटिया, एडीएम किशोर कन्याल, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ. ए के दीक्षित, एडवोकेट राजू फ्रांसिस आदि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस से निपटने हेतु संभागवार की गई तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि ग्वालियर में कोरोना वायरस के नियंत्रण हेतु बेहतर प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि ग्वालियर में जो सेम्पल जांच हेतु भेजे गए हैं। उनमें निगेटिव रिपोर्ट प्राप्त हो रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में धर्मगुरूओं का एक विशेष स्थान एवं महत्व है। सभी धर्म गुरूओं से आग्रह है कि वह समाज के लोगों को विभिन्न माध्यमों से समझाईश दें कि वह कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने हेतु जो लॉकडाउन घोषित किया गया है, उसका पूर्णता से पालन करें तथा लोगो को अपने घरों में रहने की अपील करें। धर्मगुरू एवं समाजसेवी लॉकडाउन के दौरान अति आवश्यक सेवायें बनी रहें इसमें भी सहयोग करें।


श्री चौहान ने कहा कि लोगों से अपील करें कि आगामी दिनों में पड़ने वाली महावीर जयंती, गुड फ्राइडे आदि पर्वों पर अपने धर्मों के अनुरूप घरों में रहकर ही पूजा, उपासना एवं इबादत करें। घरों में योग भी करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने हेतु पीपी किट का निर्माण भी शुरू हो गया है। 4 हजार पीपी किट्स भी तैयार किए जा चुके हैं।

वेंटीलेटर के निर्माण कार्य में भी प्रदेश में वैज्ञानिक लागातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचना है। ग्रामीणों को तीन फोल्ड कर तोलिया एवं साफी बांधने की समझाइश दी जाए। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश में 97 लाख परिवारों को तीन माह का खाद्यान्न, 430 करोड़ की राशि छात्रवृत्ति के रूप में छात्र-छात्राओं के खातों में जमा कराई गई।  89 करोड़ की राशि मध्यान्ह भोजन के रूप में प्रदाय की गई । पंजीकृत श्रमिकों के खाते में एक – एक हजार की राशि डाली गई है। क्रेडिट कार्ड की अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है।


वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में संत कृपाल सिंह ने कहा कि आज पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है। इससे निपटने के लिये आज सभी धर्मों, जाति के लोग सामाजिक दूरी बनाकर लॉकडाउन का पालन करें। उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्य की सराहना की। सिख समाज के श्री भाटिया ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में प्रशासन एवं अन्य विभागों का सहयोग सराहनीय रहा है, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की मेहनत का ही परिणाम है। कोरोना के प्रकरणों में कमी आई है।

नवाब शहर काजी अब्दुल हमीद कादिरी ने मुस्लिम भाईयों से गुजारिश की कि वह लॉकडाउन के दौरान अपने-अपने घरों में ही इबादत करें और सावधानी बरतें। फादर एस पी दास ने कहा कि परमपिता परमेश्वर से आग्रह है कि मानव जीवन को देखते हुए कोरोना के वायरस को विश्व से पूर्ण रूप से नष्ट हो।

ग्वालियर संभाग आयुक्त एम बी ओझा ने ग्वालियर संभाग के सभी नागरिकों से अपील की है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने हेतु घरों से बाहर न निकलें। अपने घरों में ही रहें। प्रशासन द्वारा जारी लॉकडाउन का पूर्ण रूप से पालन करें।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजाबाबू सिंह ने भी नागरिकों से अपील की है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने हेतु लॉकडाउन घोषित किया गया है उसका पूर्ण रूप से पालन करें और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें। शरीर में इम्युनिटी बनाए रखने हेतु विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों का उपयोग करें।

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