960 विदेशी तब्लीगियों के लिए भारत के दरवाजे हमेशा के लिए हुए बंद

गृह मंत्रालय ने इन विदेशियों को काली सूची में डालते हुए…

960 विदेशी तब्लीगियों के लिए भारत के दरवाजे हमेशा के लिए हुए बंद


नई दिल्ली। नियमों और निर्देशों को ताक में रखकर तब्लीगी जमात के कार्यक्रमों में शामिल होने और देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना संक्रमण फैलाने के दोषी 960 विदेशियों का वीजा रद्द कर दिया गया है। इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने इन विदेशियों को काली सूची में डालते हुए उनके लिए देश के दरवाजे हमेशा के लिए बंद कर दिए हैं। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पर्यटन वीजा पर भारत आने के बाद तब्लीगी गतिविधियों में शामिल होकर इन लोगों ने वीजा नियमों का उल्लंघन किया है और इस वजह से उनका मौजूदा वीजा रद्द कर दिया गया है।

इसके साथ ही इन लोगों ने कोरोना आपदा के दौरान बड़ी संख्या में एकजुट नहीं होने के निर्देशों का भी उल्लंघन किया है। इस वजह से इन सभी के भविष्य में भारत में प्रवेश पर रोक लगाते हुए उनको काली सूची में डाल दिया गया है। वीजा रद्द होने और काली सूची में शामिल होने के साथ ही इन विदेशी तब्लीगियों पर कानूनी शिकंजा भी कसा जा सकता है। गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस सहित सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को इन विदेशी तब्लीगियों के खिलाफ विदेशी कानून और आपदा प्रबंधन कानून के प्रावधानों के अंतर्गत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इन कानूनों के अंतर्गत उनको गिरफ्तार भी किया जा सकता है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बुधवार को कैबिनेट सचिव के सख्त निर्देश के बाद पूरे देश में 9,000 तब्लीगियों और उनसे संबंधित लोगों की पहचान कर उनको आइसोलेशन में रखा गया है। यही नहीं, देश में 328 नए मामले सामने आने के साथ कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 1,965 हो गई है। इनमें तब्लीग से जुड़े ग्रसित मरीजों की संख्या ही 400 है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के मुताबिक कई अन्य तब्लीगियों का टेस्ट किया जा रहा है और उनमें कोरोना से ग्रसित होने वालों की संख्या बढ़ सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक तब्लीगी जमात से संबंधित तमिलनाडु में 173, राजस्थान में 11, अंडमान निकोबार में नौ, दिल्ली में 47, पुडुचेरी में दो, जम्मू-कश्मीर में 22, तेलंगाना में 33, आंध्र प्रदेश में 67 और असम में 16 लोग कोरोना से ग्रसित पाए गए हैं।

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