व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रति मंगलवार आयुक्त एवं कलेक्टर लेंगे बैठक...

संभाग आयुक्त एवं कलेक्टर ने जेएएच का किया निरीक्षण



ग्वालियर l 15 नवम्बर  l जयारोग्य चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को और चाक-चौबंद करने के उद्देश्य से संभागीय आयुक्त श्री एम बी ओझा ने कलेक्टर अनुराग चौधरी एवं नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन के साथ शुक्रवार को अस्पताल के विभिन्न वार्डों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को समय पर और बेहतर इलाज मिले, यह सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। अस्पताल की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रति मंगलवार को शाम 4 बजे से अस्पताल परिसर में ही बैठक भी आयोजित की जायेगी।

संभागीय आयुक्त एम बी ओझा ने कहा कि अस्पताल की प्रतिष्ठा तभी बनती है जब लोगों को बेहतर इलाज मिले और चिकित्सक समय पर उपस्थित रहकर मरीजों का उपचार करें। अस्पताल में अव्यवस्थायें न हों, इसकी जवाबदारी भी चिकित्सकों को ही उठानी होगी। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सक अपने निर्धारित समय पर अपने कर्तव्य पर उपस्थित होकर मरीजों का उपचार करें। संभागीय आयुक्त श्री ओझा ने निरीक्षण के दौरान यह भी निर्देशित किया कि अस्पताल परिसर में स्वच्छता और सुरक्षा के लिए तैनात की गई एजेन्सी अगर ठीक से कार्य नहीं कर रही है तो उसके विरूद्ध कार्रवाई की जाए।

संभागीय आयुक्त श्री ओझा ने चिकित्सकों से कहा कि अस्पताल परिसर में गंदगी न हो तथा नियुक्त एजेन्सी के लोग नियमित साफ-सफाई रखें, इसकी मॉनीटरिंग प्रतिदिन की जाना चाहिए। अस्पताल परिसर के विभिन्न विभागों में छोटी – छोटी समस्याओं के निदान के लिए प्रति मंगलवार शाम 4 बजे से अस्पताल परिसर में बैठक आयोजित की जाए।

 इसके साथ ही चिकित्सकों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए लगाई जाने वाली थम्ब इम्प्रेशन मशीन भी विभागवार तत्परता से लगाई जाए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग एवं ईएण्डएम विभाग के इंजीनियरों को भी निर्देशित किया कि अस्पताल में छोटी-छोटी समस्याओं के निदान हेतु परेशानियां नहीं आना चाहिए। विद्युत विभाग और पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर छोटी-मोटी मरम्मत के सामान अपने पास रखें, ताकि शिकायत आने पर तत्परता से कार्रवाई की जा सके। अस्पताल के सभी वार्डों में भी विशेष सफाई के लिए चिकित्सक अपने स्टाफ के साथ अभियान चलाकर कार्य करें।



 संभागीय आयुक्त श्री ओझा ने यह भी कहा कि अस्पताल में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ऐसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं कि इलाज के लिए आने वाले लोगों को टोकन देकर एक डिस्प्ले बोर्ड पर उनका नम्बर अंकित हो ताकि लोग सुविधाजनक तरीके से अपना इलाज करा सकें। उन्होंने कहा कि अस्पताल में चिकित्सकों की उपलब्धता के संबंध में भी एनआईसी के माध्यम से एक एप विकसित किया जाए। जिसके माध्यम से कौन चिकित्सक कब मिलेगा, इसकी जानकारी मरीजों और उनके परिजनों को मोबाइल के माध्यम से उपलब्ध हो सके।

संभागीय आयुक्त श्री ओझा ने यह भी निर्देशित किया कि अस्पताल के चिकित्सक एवं स्टाफ भी अपने कर्तव्य पर उपस्थिति के दौरान अपना परिचय पत्र अनिवार्यत: लगाएं। इसके साथ ही सुरक्षा और सफाई के कार्य में लगी एजेन्सियों के साथ-साथ अन्य जो भी एजेन्सियां अस्पताल परिसर में काम कर रही हैं वे अपना परिचय पत्र अवश्य लगाएं, ताकि लोगों को जानकारी हो सके।

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर अनुराग चौधरी ने भी कहा कि अस्पताल की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए सीईओ जिला पंचायत शिवम वर्मा एवं एडीएम किशोर कान्याल भी नियमित मॉनीटरिंग करेंगे। इसकी जवाबदारी उन्हें सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर में अनावश्यक रूप से कोई व्यवसाय न हो, यह भी सुनिश्चित किया जाए।

कलेक्टर अनुराग चौधरी ने कहा कि अस्पताल परिसर में विभिन्न दानदाताओं एवं नागरिकों द्वारा भोजन वितरण करने की जो व्यवस्था है उस पर भी व्यवस्थाएं बनाई जाएं। कोई भी व्यक्ति अस्पताल में आकर भोजन वितरित न करे, इसके लिए एक स्थल और व्यवस्थाएं निर्धारित की जाएं।
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