G News 24 : पाकिस्तान के कानून मंत्री ने संसद में बोला सच,रावी नदी पर भारत का अधिकार !

हम उसके खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट नहीं जा सकते...

पाकिस्तान के कानून मंत्री ने संसद में बोला सच,रावी नदी पर भारत का अधिकार !

सिंधु जल संधि को पहली बार पाकिस्तान के कानून मंत्री को देश की  पाकिस्तान संसद में सच बताना पड़ा. पाकिस्तान के कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने कहा है कि रावी नदी पर भारत का अधिकार है और हम उसके खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट नहीं जा सकते. यह संधि पाकिस्तान को कानूनी रूप से बाध्य करती है कि वह पड़ोसी देश के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में न जाए. तरार ने पाकिस्तानी संसद में एक चर्चा के दौरान कहा, पाकिस्तान और भारत के बीच एक जल संधि है. रावी नदी के पानी का अधिकार भारत का है और हम इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते. दरअसल, मंगलवार को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सिंधु जल संधि को लेकर सवाल पूछा गया था. इसमें पूछा गया कि  रावी नदी पर भारत की आक्रामकता को लेकर पाकिस्तान सरकार क्या कर रही है? इसपर पाकिस्तान के कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच एक जल संधि है, हम इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते. इस मुद्दे पर भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अदालत का सहारा भी नहीं लिया जा सकता

कानूनी मुद्दों का न हो राजनीतिकरण

उन्होंने कहा, दोनों देशों के बीच 1960 में सिंधु जल संधि हुई थी. इसके तहत भारत रावी, सतलज और ब्यास नदियों के पानी पर दावा करता है. संसद के निचले सदन में नोटिस पेश करने वाले जरताज गुल ने तरार पर प्रहार करते हुए कहा कि आज कानून मंत्री ने रावी नदी पर भारत का अधिकार स्वीकार कर लिया है, जो खेदजनक है. इस पर कानून मंत्री ने कहा कि कानूनी मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. जो सच है, वह बताया जा रहा है.

दोनों देशों ने किए थे जल संधि पर हस्ताक्षर

कानून मंत्री ने कहा, सिंधु जल संधि पर दोनों देशों ने 1960 में हस्ताक्षर किए थे. वहीं, मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत ने शाहपुर कंडी बैराज के पूरा होने के साथ रावी नदी से पाकिस्तान की ओर पानी रोक दिया है. शाहपुर कंडी बैराज पंजाब और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर है. रावी से जम्मू और कश्मीर को अब 1,150 क्यूसेक पानी मिलेगा, जो पहले पाकिस्तान को दिया गया था. इसलिए पाकिस्तान की संसद में यह मुद्दा चर्चा का विषय बना रहा.

G News 24 : पाकिस्तानी लड़की के सीने में धड़केगा 'भारत का दिल'

 19 साल की आयशा रशन को बॉर्डर पार भारत में मिली नई जिंदगी...

पाकिस्तानी लड़की के सीने में धड़केगा 'भारत का दिल'

                                                                           सांकेतिक तस्वीर 

भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को लेकर दोनों देशों के बीच समय-समय पर टेंशन बढ़ती रहती है जो अभी कायम है  लेकिन इन सबके बीच एक और तस्वीर है जो मानवता को दिखाती है. पाकिस्तान की आयशा रशन (19) पिछले 10 साल से हार्ट की बीमारी से पीड़ित थीं. जो कि साल 2014 में इलाज के लिए भारत आई थीं. डॉक्टरों ने पेस मेकर लगाकर उन्हें कुछ समय के लिए राहत दी, लेकिन उन्हें फिर परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके बाद डॉक्टरों ने उसके परिवार को हार्ट ट्रांसप्लांट की सलाह दी. पाकिस्तानी लड़की आयशा रशन की किस्मत पलटी और भारतीय डॉक्टरों ने उसकी जिंदगी बदल दी. चेन्नई स्थित एमजीएम हेल्थकेयर हॉस्पिटल में तैनात इंस्टीट्यूट ऑफ हार्टएंड लंग ट्रां सप्लांट के डायरेक्टर डॉ. केआर बालाकृष्णन और को-डायरेक्टर डॉ. सुरेश राव ने फ्री में सर्जरी करने की पेशकश की. 

भारत से इस तरह जगी उम्मीद

चेन्नई स्थित एमजीएम हेल्थकेयर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि हार्ट ट्रांसप्लांट की जरूरत है, क्योंकि आयशा के हार्ट पंप में लीकेज हो गया था, जिसके चलते उसे एक्स्ट्रा कार्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन सिस्टम पर रखा गया था. परिवार के लोगों का कहना था कि आयशा के हार्ट प्लांट को बदलने के लिए करीब 35 लाख रुपए की जरूरत थी. मगर, उनके पास पैसों की आर्थिक तंगी थी. जिसको लेकर अस्पताल के डॉक्टरों ने परिजनों की ऐश्वर्यम ट्रस्ट से मुलाकात करवाई, जिन्होंने आयशा की आर्थिक मदद का भरोसा दिया.

हालांकि, आयशा को पिछले 6 महीने पहले हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए एक डोनर मिला. जिसके बाद परिवार के लोगों की उम्मीद जगी. इसके बाद डोनर के हार्ट को दिल्ली से लाया गया. इसके बाद चेन्नई के एमजीएम हेल्थकेयर ने आयशा की हार्ट ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन मुफ्त में किया था.

पाकिस्तान से बेहतर इलाज की सुविधाएं हैं भारत में

इस दौरान आय़शा के परिवार वालों का कहना है कि वो फैशन डिजायनर बनना चाहती है. उधर, आय़शा ने अपने हार्ट के ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन होने पर कहा, "मैं दिल पाकर बहुत खुश हूं. मैं इसके लिए भारत सरकार को यहां के डॉक्टरों को शुक्रिया कहती हूं." जबकि, आयशा की मां ने बताया कि जब आयशा को भारत लाया गया तो उसके जिंदा बचने के चांस महज 10% थे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से बेहतर इलाज की सुविधाएं भारत में हैं.  

भारत में ऑपरेशन और सहायता के लिए के लिए मां ने दिया धन्यवाद

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में डॉक्टरों ने कहा कि वहां ट्रांसप्लांट की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है तो हमने डॉ. केआर बालाकृष्णन से संपर्क किया. जिसके चलते मैं इलाज के लिए भारत सरकार और डॉक्टरों को धन्यवाद देती हूं. भारत और यहां के डॉक्टर बहुत शानदार हैं. वहीं, डॉ. केआर बालाकृष्णन ने कहा कि आयशा मेरी बेटी की तरह है. वैसे भी हमारे लिए हर जिंदगी मायने रखती है.

G News 24 : अब IRCTC (रेलवे)लेकर आया है आपके लिए सिर्फ 20 रुपये में भरपेट खाना

 रेलवे की तरफ से इकोनॉमी मील की शुरुआत की गई है...

अब IRCTC (रेलवे)लेकर आया है आपके लिए सिर्फ 20 रुपये में भरपेट खाना 

रेलवे की तरफ से यात्रियों के लिए अब IRCTC आपके लिए सिर्फ 20 रुपये में खाना लेकर आया है. इसके साथ ही आपको 3 रुपये में पानी भी मिल जाएगा. रेलवे की तरफ से इकोनॉमी मील की शुरुआत की गई है, जिससे सभी को खाना मिल सके. सस्ते खाने के स्टॉल रेलवे प्लेटफॉर्म पर लगाए गए हैं. इसमें आपको पूड़ी-सब्जी के साथ ही मसाला डोसा, छोले-भटूरे, खिचड़ी समेत कई तरह के ऑप्शन मिल जाएंगे. भारतीय रेलवे ने इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (भारतीय रेल सीटीसी) के साथ मिलकर यह सुविधा शुरू की है.

जनरल कोच के सामने लगाए गए हैं स्टॉल

आपको बता दें रेलवे ने मौजूदा समय में करीब 100 से ज्यादा रेलवे स्टेशन पर 150 स्टॉल लगाए हैं. यह स्टॉल प्लेटफॉर्म पर जनरल कोच के सामने लगाए जा रहे हैं, जिससे जनरल क्लास में सफर करने वालों को सस्ता खाना और नाश्ता मिल सके. इस स्टॉल पर यात्रियों के पास में खाने के 2 ऑप्शन होंगे. इसमें पहले ऑप्शन में आपको 20 रुपये में खाना मिलेगा और दूसरे ऑप्शन में आपको 50 रुपये में खाना मिलेगा. 

20 रुपये में मिलेगी पूड़ी-सब्जी

रेलवे की तरफ से खाने की कीमतें तय कर दी गई हैं. बता दें 20 रुपये में आपको पूड़ी-सब्जी और अचार मिल जाएगा. इसमें आपको 7 पूड़ी के साथ में 150 ग्राम सब्जी मिलेगी. 

50 रुपये में मिलेगा

इसके अलावा खाने का एक और ऑप्शन उपलब्ध है, जिसमें आपको 50 रुपये खर्च करने होंगे. 50 रुपये में आपको राजमा-चावल, खिचड़ी-पोंगल, छोले-कुल्चे, छोले-भटूरे और मासाला डोसा में से कुछ भी एक चीज आप ले सकते हैं. आपको इसमें से एक चीज खाने के लिए 50 रुपये खर्च करने होंगे. 

3 रुपये में मिलेगा पानी

इसके अलावा पानी भी काफी सस्ता हो गया है. पानी के लिए आपको सिर्फ 3 रुपये खर्च करने होंगे. आपको 3 रुपये में 200 मिलीमीटर पैकेज्ड के सीलबंद पानी के ग्लास मिल जाएंगे. 

पहले 51 स्टेशनों पर की थी टेस्टिंग

रेलवे ने पिछले साल करीब 51 स्टेशनों पर इसका टेस्ट किया था, जो काफी सफल रहा था. इसके बाद में रेलवे ने इसी आधार पर इकोनॉमी फूड वाले आइडिया को आगे बढ़ाया है. पिछले 51 स्टॉल की सफलता के बाद में रेलवे ने 100 और स्टॉल शुरू किए हैं. अब कुल 151 स्टॉल हो गए हैं, जिस पर आपको सस्ता फूड मिल जाएगा. 

G News 24 : 16 किलोमीटर तक फैल गई थीं लपटें, बिखरी पड़ी थीं 500 लाशें,9737 घर हो गए थे नष्ट

 187 साल पहले अप्रैल के महीने में सूरत हुआ था भयंकर अग्निकांड...

16 किलोमीटर तक फैल गई थीं लपटें, बिखरी पड़ी थीं 500 लाशें,9737 घर हो गए थे नष्ट 

सूरत। आधुनिकता के पथ पर बढ़ते इस शहर का इतिहास भी कम गौरवपूर्ण नहीं है. लेकिन क्या आपको पता है कि आज से 187 साल पहले यानी साल 1837 के अप्रैल महीने में गुजरात के इस शहर में भीषण आग लग गई थी. यह हादसा इतना दिल दहला देने वाला था कि कुछ ही मिनटो में आग 16 किलोमीटर के दायरे में फैल गई और इसके लपटों में लगभग 9,737 घर नष्ट हो गए थे. इतना ही नहीं इस हादसे में 500 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो गई थी. उस वक्त देश में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन था. 

बताया जाता है कि 24 अप्रैल, 1837 की शाम पांच बजे सूरत के मछली पीठ इलाके में एक पारसी घर की सूखी लकड़ियों पर उबलता हुआ पिच यानी टार गिर गया था. जिससे वहां आग लग गई. पड़ोसियों ने आग बुझाने के लिए अपने कुओं से पानी का उपयोग करने से इनकार कर दिया. उस वक्त ज्यादातर घरों में लकड़ी के तख्ते और लकड़ी की छतें हुआ करती थी. ऐसे में उस पारसी के घर से आग की लपटे पड़ोसी घर में फैल गई और देखते ही देखते उस इलाके की ज्यादातर घरों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया. 

उत्तर से तेज हवा के कारण कुछ ही घंटो में ये आग तीन मील के क्षेत्र में फैल गई. यह घटना इतनी भयानक थी कि अंधेरा होते होते आग की लपटें और धुएं को बीस से तीस मील की दूरी से भी देखा जा सकता था. इस घटना के अगले दिन यानी 25 अप्रैल को, दक्षिण-पश्चिम से आने वाली हवा के कारण आग का फैलाव और भी ज्यादा बढ़ गया. इस दिन दोपहर करीब दो बजे आग अपने चरम पर थी.

पूरे एक दिन तक जलने के बाद 26 अप्रैल की सुबह जैसे तैसे इसे बुझाया गया. इस घटना ने शहर के लगभग तीन-चौथाई भाग, 93⁄4 मील के दायरे में घरों को जला कर राख कर दिया था. उस भीषण आग में 500 से अधिक लोगों के मरने की आशंका जताई गई थी, हालांकि मौत का सही आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो पाया. लेकिन इस अग्निकांड में कुल 9,373 घर नष्ट हो गये. जिसमें से 6,250 घर शहर में और 3,123 घर उपनगरों में थे.  ब्रिटिश सरकार ने उस वक्त इस घटना से पीड़ित लोगों को मुआवजे के तौर पर ₹50,000 की रकम दी थी, जबकि कई अलग अलग दानदाताओं ने बॉम्बे में 1,25,000 रुपये इकट्ठा किया था. 

आग लगने के बाद बाढ़ का प्रकोप 

ये साल सूरत के लोगों के लिए किसी डरावने सपने से कम नहीं था. एक तो आग ने लगभग आधे शहर को जलाकर राख कर दिया था. वहीं इस घटना के कुछ ही महीनों बाद यानी अगस्त 1837 में सूरत भारी बाढ़ से प्रभावित हुआ. इन आपदाओं के कारण पारसी , जैन और हिंदू व्यापारी बंबई चले गए.  बाद में, बॉम्बे सूरत को पीछे छोड़कर भारत के पश्चिमी तट का प्रमुख बंदरगाह बन गया.

2019 के मई महीने में सूरत के तक्षशिला कॉम्प्लेक्स के एक कोचिंग सेंटर में भीषण आग लग गई थी

साल 2019 के मई महीने में सूरत के तक्षशिला कॉम्प्लेक्स के एक कोचिंग सेंटर में भीषण आग लग गई थी. इस आग ने 21 जिंदगियां एक पल में खत्म कर दी. दरअसल इस हादसे में कोचिंग में पढ़ रहे 20 बच्चे और एक महिला टीचर की मौत हो गई थी. इस हादसे से सिर्फ सूरत ही नहीं बल्कि पूरा गुजरात और पूरा देश इस हादसे से दहल गया है. 

कैसे हुआ था ये हादसा 

दरअसल सूरत के जिस कॉम्प्लेक्स में आग लगी थी वहां के चौथे माले पर कोचिंग क्लास चल रही थी. ये आग दोपहर करीब 3.30 बजे लगी थी. उस वक्त कोचिंग में 40 बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. इस पूरे मामले की जांच से पता चला की आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट थी. शॉर्ट सर्किट के कारण पहले आग बैनर में लगी फिर बिल्डिंग में फैल गई और आग ने विकराल रूप ले लिया.

आग फैली तो चौथी मंजिल से कूदे बच्चे

उस वक्त कोचिंग में पढ़ रहे 40 बच्चों ने जैसे ही आग फैलती देखी, वह घबराहट में खुद को बचाने लिए वहां से भागने की कोशिश करने लगें. लेकिन तब तक आग ने इतना विकराल रूप ले लिया था कि बच्चों को वहां से निकलने का रास्ता नहीं मिला. जिसके बाद अपनी जान बचाने के लिए कई बच्चों ने चौथी मंजिल से छलांग लगा दी थी. उस दौरान सोशल मीडिया पर भी इस भयानक हादसे का वीडियो वायरल हो रहा था. जिसमें देखा गया था कि बच्चे चौथी मंजिल के बाहर खिड़की, बालकनी से लटके हुए थे.हालांकि मौत ने यहां भी उनका पीछा नहीं छोड़ा. दरअसल चौथा मंजिल से कूदने के कारण वह नीचे सड़क पर गिर गए. बाद में अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई.

फायर ब्रिगेड सर्विस पूरी तरह हो गई था फेल

उस वक्त घटनास्थल पर मौजूद तमाम चश्मदीदों और वीडियो के मुताबिक, इस हादसे के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड को बुलाया  गया था लेकिन उनकी टीम भी बच्चों को बचा नहीं पाई. घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों ने कहा कि फायर ब्रिगेड के पास ना तो जाल था और न ही बड़ी सीढ़ियां. उन्होंने बताया कि कई बच्चों ने सीढ़ियों को पकड़ने की कोशिश भी की थी, लेकिन इस कोशिश में वह ऊपर से नीचे आ गिरे. इस हादसे के बाद बदइंतजामी को देखते हुए गुजरात सरकार पर भी कई सवाल खड़े हो गए थे.    


G News 24 : ग्वालियर से जौरा तक जाने वाली मेमू ट्रेन पर असमाजिक तत्वों ने किया पथराव !

  स्टेशन के आउटर पर सक्रिय असामाजिक तत्वों द्वारा पहले भी प्रीमियम ट्रेनों को  बनाया है निशाना ...

ग्वालियर से जौरा तक जाने वाली मेमू ट्रेन पर असमाजिक तत्वों ने किया पथराव !

ग्वालियर. ग्वालियर स्टेशन के आउटर पर सक्रिय असामाजिक तत्वों द्वारा शताब्दी और वंदे भारत एक्स्प्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनों को निशाना बनाया जाता है लेकिन अब वे मेमू ट्रेन पर भी पत्थरबाजी कर रहे है। मंगलवार को ग्वालियर से जौरा तक जाने वाली मेमू ट्रेन पर बिरला नगर स्टेशन के पास पत्थरबाजी की गई। इस दौरान ट्रेन के इंजन का कांच टूट गया। चूंकि ट्रेन रवाना हो चुकी थी ऐसे में जौरा से वापसी के बाद निर्णरू लिया गया कि इस रैक को बदला जाएगा।

इसके चलते ग्वालियर-इटावा के बीच संचालित होने वाली मेमू ट्रेन के रैक को जौरा के लिए भेजा गया, जबकि जौरा के रैक को इटावा तक संचालित किया गया। अब इसे मरम्मत के लिए कानपुर भेजा जाएगा। इस घटना के बाद आरपीएफ के उप निरीक्षक रविंद्र सिंह राजावत, उप निरीक्षक शिवम और आरक्षक उमेश शर्मा ने तत्काल ही ट्रैक पर पेट्रोलिंग शुरू की और लोगों को हिदायत दी कि वे पत्थरबाजी को अंजाम न दें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

झांसी रोड थाना क्षेत्र के अंतर्गत महलगांव पुलिया के पास रेलवे ट्रैक किनारे आग लगने पर स्टेशन प्रबंधन ने 42 मिनट के लिए ओएचइ लाइन को बंद कर दिया। आग की सूचना मिलने पर रेलवे की टीम मौके पर पहुंची और ट्रैक के पास लगी आग को बुझाया। इसके चलते प्लेटफार्म क्रमांक चार की ओएचइ लाइन में सप्लाइ बंद हो गई और शिवपुरी-गुना ट्रैक की ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा। दोपहर के समय भिंड की ओर रवाना होने वाली पैसेंजर को प्लेटफार्म क्रमांक चार के बजाय एक से संचालित किया गया।

G News 24 : बेसमेंट की खुदाई के दौरान चार मंजिला इमारत गिरी, बुजुर्ग की मौत !

 ग्वालियर में बड़ा हादसा...

बेसमेंट की खुदाई के दौरान चार मंजिला इमारत गिरी, बुजुर्ग की मौत !

ग्वालियर। प्लॉट में बेसमेंट की खुदाई करते वक्त नींव हिलने से चार मंजिला इमारत भरभराकर पड़ोस के मकान पर गिर गई। मकान भी ढह गया। मकान में सो रहे नगर निगम के रिटायर कर्मचारी की मौत हो गई। 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद 65 साल के बुजुर्ग के शव को मलबे से बाहर निकाला जा सका। 

एसडीआरएफ की टीम ने जैक से छत को उठाकर उनके शव को बाहर खींचा। घटना ग्वालियर के हजीरा शहर का नाका की है। हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

G News 24 : मैने दर्जी की तरह, पिछोर विधानसभा में सड़कों का जाल बुना है : सिंधिया

 कांग्रेस पार्टी सत्ता की भूखी है, वह देश के विकास और प्रगति को रोकना चाहती है:  सिंधिया

मैने दर्जी की तरह, पिछोर विधानसभा में सड़कों का जाल बुना है : सिंधिया

पिछोर । गुना लोक सभा क्षेत्र में चुनावी संग्राम में भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया दिन प्रतिदिन अपनी मजबूती बढ़ाते जा रहे है। 4 दिन से लगातार वह गांव गांव, शहर-शहर जाकर जन सभाएं कर रहे हैं और इसी क्रम में आज वह पिछोर में है जहां उन्होंने मायापुर और मुहासा में विशाल जनसभा को संबोधित किया।

अपने भाषण में सिंधिया ने बोला, "जैसे दर्जी एक एक धागे से कपड़ा बनाता है वैसे ही मैने एक दर्जी के रूप में पिछोर और शिवपुरी क्षेत्र में सड़कों का जाल बनाया है। पांच सब स्टेशन बनवाए, करीब रू 150 करोड़ की लागत से 236 किलोमीटर की सड़कें बनवाई और एनटीपीसी एवं एनटीपीआई कॉलेज शुरू करवाया और ग्वालियर से देवास का हाईवे बनवाया जिससे आपके क्षेत्र को विकास के नए स्रोत मिले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि  किसी भी प्रधानमंत्री ने गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति के बारे में नहीं सोचा पर जब प्रधानमंत्री मोदी जी ने 2014 में प्रधानमंत्री की शपथ ली तब से हर जाति और हर वर्ग के विकास के लिए काम कर रहे हैं।

कांग्रेस पर वार करते हुए सिंधिया ने बोला, "कांग्रेस पार्टी सत्ता की भूखी है। वह देश में अन्न कल्याण योजना रोकना चाहते है, आयुष्मान योजना रोकना चाहते है, वह पूरे देश का विकास रोकना चाहते है। वह आज वोट मांगने आ रहे है, यही लोग भगवान राम को काल्पनिक बताते हैं, अयोध्या मंदिर का न्योता ठुकरा दिया और अशांति फैला कर यह भारत की शक्ति को नष्ट करना चाहते हैं। इसीलिए जरूरी है कि आप सब इस चुनाव में कांग्रेस का बोरिया बिस्तर बांध कर सिंध नदी में सफाया कर दें।

G News 24 : शासकीय राशि का दुरुपयोग करने पर सरपंच सचिवों से वसूली के आदेश !

  राशि जमा नहीं करने पर हो सकती है गिरफ्तारी...

शासकीय राशि का दुरुपयोग करने पर सरपंच सचिवों से वसूली के आदेश !

रायसेन। सरकारी राशि के दुरुपयोग करने के मामले में जिला पंचायत ने कड़ा रुख अपनाते हुए जिले की सांची जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत संरचंपा एवं नयापुरा पंचायत के तत्कालीन सरपंच सचिवों पर शासकीय राशि आहरण करने के उपरांत भी निर्माण नहीं कराये जाने पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी अंजु भदोरिया ने कड़ी कार्रवाई करते हुए संरचंपा पंचायत की तत्कालीन सरपंच सविता बाई एवं सचिव कल्लू सिंह शाक्य को वर्ष 2015-16 में स्वीकृत आंगनबाड़ी भवन सिलवाहा एवं आंगनबाड़ी भवन संरचंपा की राशि आहरित कर ली परन्तु निर्माण नहीं कराये गये । 

मामले में पंचायत राज ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 89-एवं 92 के तहत तत्कालीन सरपंच सविता बाई को राशि जमा करने 362787,50/ रुपए एवं सचिव कल्लू शाक्य को 362787,50/ रुपए कुल 725575/रुपए के वसूली नोटिस जारी किए गए हैं। वसूली राशि जमा नहीं किए जाने पर संबंधितों पर पृथक से गिरफ्तारी वारंट जारी करने के भी आदेश दिए गए हैं । इसी प्रकार इसी जनपद पंचायत की नयापुरा पंचायत में भी सीसी रोड निर्माण कार्य ग्राम टोला करपाट इंदर के घर से हनुमान मंदिर तक एवं विद्युत मोटर पंप पाइप लाइन कार्य पर वर्ष 2021-22 में निर्माण हेतु आवंटित राशि आहरण कर ली गई थी। 

निर्माण कार्य नहीं कराये जाने पर मप्र पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993के अंतर्गत धारा 89-एवं 92 के तहत तत्कालीन सरपंच राधा बाई को राशि वसूली का 303293 रुपए एवं तत्कालीन सचिव स्व चंद्र शेखर नाथ के स्वतत्तो से राशि 184417/ रुपए एवं तत्कालीन प्रभारी सचिव राकेश सल्लाम जीआर एस से राशि 118876रुपये कुल राशि 606586/ रुपए की घोषित वसूली आदेश पारित किए गए हैं राशि जमा न करने की स्थिति में संबोधितो के विरुद्ध पृथक से गिरफ्तारी वारंट जारी करने के भी आदेश दिये गये है । सांची जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली अनेक ग्राम पंचायतों में सरकारी राशि में हेरफेर की चर्चा देखने सुनने को मिलती रहती है अन्य ग्रामपंचायतों की जांच में और भी सरकारी राशि के हेरफेर करने से पर्दा उठने से इंकार नहीं किया जा सकता है ।

G News 24 : आज शाम 4 बजे तक आएगा दसवीं बारहवीं का रिजल्ट

 परीक्षा में ​​9,92,101 छात्र एवं 7,48,238 छात्राएं शामिल हुए...

आज शाम 4 बजे तक आएगा दसवीं बारहवीं का रिजल्ट

भोपाल। मध्यप्रदेश में 10वीं बोर्ड परीक्षा 5 फरवरी से और 12वीं की बोर्ड परीक्षा 6 फरवरी से शुरू हुई थीं। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित इस परीक्षा में ​​9,92,101 छात्र एवं 7,48,238 छात्राएं शामिल हुए। पूरे प्रदेश में कुल 7,501 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। बोर्ड पिछले डेढ़ महीने से लगातार रिजल्ट्स को लेकर तैयारियां कर रहा था । माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के रिजल्ट की घोषणा करने जा रहा  है। रिजल्ट 24 अप्रैल को शाम 4 बजे आएगा। बोर्ड पिछले डेढ़ महीने से लगातार रिजल्ट्स को लेकर तैयारियां कर रहा है।

छात्राएं हमेशा अव्वल

बारहवीं की तरह दसवीं में भी पिछले पांच सालों में छात्राओं ने छात्रों से बेहतर परफॉर्म किया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड के अनुसार दसवीं साल 2019 में लड़के जहां 59.15 प्रतिशत पास हुए तो लड़कियों की यही संख्या 61.32 रही। वहीं हमेशा की तरह साल 2023 में छात्राओं का पासिंग प्रतिशत 66 से अधिक रहा तो छात्र इस इस साल 60 प्रतिशत से अधिक पास हुए। इस साल कुल रिजल्ट 63.29 रहा था।

मोबाइल ऐप पर भी देखें रिजल्ट

बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि गूगल प्ले स्टोर पर MPBSE MOBILE App अथवा MP Mobile App Download कर सकते हैं। ऐप में Know Your Result का चयन करने के बाद अपना अनुक्रमांक (Roll Number) तथा आवेदन क्रमांक (Application Number) प्रविष्ट (submit) कर परीक्षा परिणाम मिल जाएगा।

ऐसे देखें रिजल्ट

  • MP बोर्ड की वेबसाइट https://mpresults.nic.in, https://mpbse.mponline.gov.in, https://mpbse.nic.in पर जाएं।
  • वेबसाइट के होमपेज पर 10th और 12th के रिजल्ट के अलग-अलग लिंक मिलेंगे। किसी एक पर क्लिक करते ही नया पेज खुलेगा।
  • इस पेज पर अपना रोल नंबर और जन्मतिथि दर्ज करनी होगी। जानकारी सब्मिट होते ही स्क्रीन पर रिजल्ट आ जाएगा।

एक नजर

  • माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित इस परीक्षा में ​​9,92,101 छात्र एवं 7,48,238 छात्राएं शामिल होंगी।
  • पूरे प्रदेश में कुल 7,501 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
  • भोपाल में दोनों कक्षाओं की परीक्षा 103 केंद्रों पर होगी।
  • एमपी बोर्ड ने विद्यार्थियों के लिए टोल फ्री नंबर 18002330175 जारी किया है।

G News 24 : रोड शो के दौरान लगभग 200 मंच स्थलों से होगा भव्य स्वागत : डॉ.मोहन यादव

 राजधानी भोपाल का हर चप्पा-चप्पा होगा भगवामय...

रोड शो के दौरान लगभग 200 मंच स्थलों से होगा भव्य स्वागत : डॉ.मोहन यादव

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 24 अप्रैल, बुधवार को भोपाल में रोड-शो करेंगे। ये रोड-शो करीब एक किलोमीटर का होगा और रोड-शो के दौरान करीब 200 मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का भव्य स्वागत किया जाएगा। प्रधानमंत्री खुले रथ पर सवार हो क्षेत्रीय जनता का अभिवादन करेंगे और बीजेपी के लिए वोट मांगेंगे। भोपाल में विभिन्न समाज मंडल की महिलाओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की आरती उतारेंगी एवं आम जनता पुष्पवर्षा कर मोदी-मोदी के गगनभेदी नारियों के साथ प्रधानमंत्री का स्वागत करेगी। प्रधानमंत्री की यात्रा मार्ग में संत समाज, सामाजिक, व्यवसायिक सहित विभिन्न समाज के नागरिकों का मंच द्वारा स्वागत किया गया। यात्रा में लोकनृत्यों की झलक के साथ कलाकार पारंपरिक वेशभूषा में प्रधानमंत्री जी का स्वागत करेंगे। इस दौरान ढोल नगाड़े, बैंड, लेजर बीम सहित अन्य वाद्ययंत्रों के माध्यम से अपनी कला प्रस्तुतियाँ निकाली गईं। राजधानी भोपाल के दौरान रोड शो भगवानमय रहेगा। 

प्रधानमंत्री जी का मध्य प्रदेश में सदैव प्रेम रहता है

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने मोदी से कहा कि यह प्रदेश की जनता का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र जी हमेशा मध्य प्रदेश को पसंद करते हैं और पांचवी बार 24 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान वह प्रदेश की जमीन पर जनता की नजरें गड़ाए हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रदेश में एक सबसे बड़ा रिकॉर्ड भी बनाया है। इससे पहले आज तक कोई भी प्रधानमंत्री प्रदेश के दौरे पर इतनी बार नहीं आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पिछले दस वर्षों में मध्य प्रदेश को केवल उदारतापूर्ण संसाधन उपलब्ध नहीं कराए हैं, बल्कि प्रदेश के हर क्षेत्र में विकास के स्तर को उजागर किया है। भगवा रंग हमारी संस्कृति की पहचान है। यह रोड शो देश के विकसित भारत संकल्प को लेकर प्रधानमंत्री जी ऐतिहासिक रोड शो करने जा रहे हैं। 

मध्यप्रदेश के विकास के लिए यह समय स्वर्णिम काल

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी ने मध्य प्रदेश को एक लाख करोड़ से अधिक की कीमत पर विभिन्न मंडलों के माध्यम से दे दिए हैं। पिछले 100 दिनों में प्रदेश के विकास को लेकर केंद्र की ओर से 35 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न बड़ी योजनाएं दी गईं। दिन में पार्वती-काली सिंध-चंबल नदी परियोजना और सौ केन-बेतवा परियोजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने की। वहीं, रेलवे का 2013 का पहला स्थान सौ करोड़ रुपए था। आज 15000 करोड़ रुपये से अधिक रेलवे आर्किटेक्चर के लिए खर्च कर रही है। आईटी से उद्योग, कृषि सहित सभी सेक्टर में विकास के लिए उदारता संसाधन केंद्र की ओर से मिल रहे हैं। सही मायनों में यह प्रदेश की जनता के लिए विकास का स्वर्णिम काल का समय है। प्रदेश के प्रधानमंत्री  नेतृत्व वाले देश में पांचवी बन अर्थव्यवस्था बनी हुई है और प्रदेश में भी आने वाले पांच पूर्वी देशों में तीसरी अर्थव्यवस्था बनी है और राज्य की दिशा में तेजी से वृद्धि हो रही है। 

प्रधानमंत्री जी ने कांग्रेस की खतरनाक वोट बैंक राजनीति से देशवासियों का अपमान किया

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने राजस्थान में अपने भाषण में कांग्रेस पार्टी की खतरनाक वोट बैंक की राजनीति और आर्थिक संकट को लेकर देशवासियों का अपमान किया है। कांग्रेस पार्टी और गठबंधन की ये सोच हैरान कर देने वाली है कि देश की पहली हक़ीक़त गुड़िया ही है। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और कांग्रेस की विभाजनकारी सोच सामने आई है। जिस पार्टी ने दशकों तक देश पर शासन किया और देश को गरीबी में धकेला, उसकी यह सोच बहुत ही पसंदीदा है। कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल में कांग्रेस और उसके सहयोगियों की वोट बैंक की राजनीति अपने चरम पर थी। 

कांग्रेस के नटखट की भी पक्षधर थी और इसे साकीत बनाने में जी-जान से अभिषेक किया गया था। यह हमारे संविधान के दर्शन का अपमान है। अब उनकी नज़र हमारे गरीब भाई-बहनों की मेहनत की गाढ़ी कमाई और उनकी गहराई पर है, जो बेहद चिंता की बात है। लोगों के खून-पसीना की इस कमाई की हर कीमत पर रक्षा होनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी जी ने जिस तरह से इस मुद्दे को जनता-जनार्दन के सामने रखा है और कांग्रेस की कुटिल चाल को लेकर आगाह किया है, उसके लिए हम उनकी दिल से सराहना करते हैं। कांग्रेस को अपने मेनिफेस्टो पर माफ़ी मांगना चाहिए। मैं और भारतीय जनता पार्टी इसकी निंदा करती है।

G News 24 : चुनाव के दूसरे और तीसरे फेज की वोटिंग के दौरान भी जेल में रहेंगे केजरीवाल

 केजरीवाल और के.कविता की कस्टडी 7 मई तक बढ़ी...

 चुनाव के दूसरे और तीसरे फेज की वोटिंग के दौरान भी जेल में रहेंगे केजरीवाल 

दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने मंगलवार 23 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 7 मई तक बढ़ा दी। इसके पहले केजरीवाल और के.कविता की कस्टडी 1 अप्रैल से 15 अप्रैल, फिर उसके बाद 23 अप्रैल तक बढ़ाई गई थी। कोर्ट के इस आदेश के बाद केजरीवाल अब लोकसभा चुनाव के दूसरे (26 अप्रैल) और तीसरे (7 मई) फेज की वोटिंग के दौरान भी जेल में रहेंगे।

केजरीवाल के अलावा BRS नेता के. कविता और एक अन्य आरोपी चरनप्रीत की कस्टडी भी 7 मई तक बढ़ा दी गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सुनवाई के दौरान कहा कि के. कविता के केस में एजेंसी 60 दिन में चार्जशीट फाइल करेगी। ED ने शराब नीति केस में केजरीवाल को 21 मार्च को अरेस्ट किया था। 22 मार्च को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी हुई, जहां से उन्हें 28 मार्च तक ED की रिमांड पर भेजा गया। 1 अप्रैल से वे तिहाड़ जेल में हैं।

इस बीच, तिहाड़ प्रशासन ने बताया कि केजरीवाल को सोमवार शाम इंसुलिन दी गई। अधिकारियों ने कहा कि कम खुराक वाली इंसुलिन की 2 यूनिट दी गईं, क्योंकि सोमवार शाम 7 बजे उनका शुगर लेवल 217 हो गया था। एम्स की टीम ने कहा था कि स्तर 200 पार होने पर उन्हें कम खुराक वाली इंसुलिन दी जा सकती है।

G News 24 : 'रामनवमी पर जहां भड़की हिंसा, वहां नहीं होने देंगे लोकसभा चुनाव : HC

 दंगाइयों को प्रतिनिधि को चुनने का कोई अधिकार नहीं है,छीन लो उनसे वोटिंग का अधिकार ...

'रामनवमी पर जहां भड़की हिंसा, वहां नहीं होने देंगे लोकसभा चुनाव : HC

कोलकाता । कलकत्ता हाई कोर्ट ने चेताते हुए कहा कि इस साल जिन निर्वाचन क्षेत्रों में सांप्रदायिक हिंसा भड़की है, उन जगहों पर वह लोकसभा चुनाव 2024 की मंजूरी नहीं देगा. मंगलवार 23 अप्रैल, 2024 को अदालत की ओर से इस बारे में कहा कि अगर लोग शांति के साथ आठ घंटे भी कोई जश्न नहीं मना सकते हैं तब हमारी सिफारिश है कि चुनाव आयोग ऐसे निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव न कराए. चुनाव आचार संहिता के बाद भी उसका उल्लंघन होता है और दो समुदाय के लोग आपस में लड़ते हैं तब उन्हें प्रतिनिधि को चुनने का कोई अधिकार नहीं है. 

कलकत्ता हाई कोर्ट ने रामनवमी के दौरान हुई हिंसा से जुड़ी घटनाओं की न्यायिक संज्ञान लिया है. हाई कोर्ट की ओर से इस दौरान कहा गया कि वह चुनाव आयोग के सामने बहरामपुर संसदीय क्षेत्र में होने वाले चुनाव को टालने का प्रस्ताव रखेगा. सूत्रों से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस टीएस शिवगणनम ने कहा, "हम चुनाव आयोग से सिफारिश करेंगे कि जब लोग कुछ घंटों के लिए शांति के साथ पर्व नहीं मना सकते हैं तब उन्हें संसदीय प्रतिनिधि चुनने का अधिकार भी नहीं दिया जाना चाहिए. ऐसे में चुनाव (वहां पर) टाल दिए जाने चाहिए. हमें अब देखने दीजिए."

हाई कोर्ट की ओर से आगे कहा गया कि कुछ तुच्छ घटनाओं के चलते बड़ा धमाका हो सकता है. ऐसा नहीं होता कि ये सारी घटनाएं पहले से सुनियोजित होती हैं. त्योहार के दिन...किसी आदमी के ऊपर कोई चीज सवार हो जाती है और वह (हो सकता है बाकी लोगों को भड़काए)...लेकिन इस तरह की असिहष्णुता दोनों तरफ से है. 

रामनवमी इस बार देश में 17 अप्रैल, 2024 को मनाई गई थी. पश्चिम बंगाल में इस दौरान कुछ जगहों पर हिंसा भड़क थी. मुर्शिदाबाद में रामनवमी जुलूस के दौरान झड़पों से जुड़ी छिटपुट घटनाओं के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग (ईसी) को जिम्मेदार ठहराया था. झड़प में कथित तौर पर कुछ लोग घायल हो गए थे, जबकि पिछले साल भी हावड़ा और हुगली जिलों में रामनवमी जुलूस पर हिंसा की दो अलग-अलग घटनाएं हुई थीं.

G News 24 : आज नजर आएगा Pink Moon गुलाबी चाँद

 पिंक मून को फसह का चांद भी कहा जाता है...

आज नजर आएगा Pink Moon गुलाबी चाँद 

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, साल का पहला महीना चैत्र महीना होता है. चैत्र के महीने में पूर्णिमा के दिन ही पिंक मून नजर आने वाला है. इस साल चैत्र पूर्णिमा (Chaitra Purnima) 23 अप्रैल, मंगलवार के दिन पड़ रही है और इसी दिन शाम को आकाश में पिंक मून का नजारा देखने को मिलेगा. पिंक मून असल में पूरी तरह गुलाबी दिखाई नहीं देता है बल्कि यह आम चांद की तरह ही सिल्वर और गोल्डन रंग का नजर आता है. इस पिंक मून को इसका नाम पूर्व अमेरिका में पाए जाने वाले एक हर्ब मॉस पिंक के नाम पर रखा गया है.

चैत्र पूर्णिमा पर पिंक मून 

इस साल चैत्र पूर्णिमा की शुरूआत 23 अप्रैल, मंगलवार की सुबह 3 बजकर 25 मिनट से होगी और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 24 अप्रैल, बुधवार को 5 बजकर 18 मिनट पर होगा. 23 अप्रैल के दिन ही पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा. 

पिंक मून के और नाम 

पिंक मून को कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है. इसे स्प्राउटिंग ग्रास मून, एग मून, फिश मून, फसह मून, पक पोया और फेस्टिवल मून के नाम से भी जाना जाता है. वहीं, चैत्र पूर्णिमा को चैती पूनम (Chaiti Punam) भी कहते हैं. इसी दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है. 

कब दिखता है पिंक फुल मून 

पिंक फुल मून तब दिखता है जब 2 घटनाएं एकसाथ होती हैं. जब चांद धरती के करीब हो और उसी समय पूर्णिमा हो तो पिंक फुल मून (Pink Full Moon) होता है. इस पूर्णिमा के दिन आकाश में यही नजारा दिखने वाला है. 

चांद के अलग-अलग रंग 

पिंक मून के अलावा भी चांद पूर्णिमा के दिन अलग-अलग रंगों का नजर आ सकता है. कई बार प्रदूषण के कारण चांद का रंग नारंगी या फिर पीला दिख सकता है. इसके अलावा हवा में मौजूद कण चांद का रंग बदला हुआ दिखाते हैं और चांद भूरे रंग का दिख सकता है. चांद का सबसे साफ रंग चमकीला होता है जो साफ आकाश में दिखता है.

G News 24 : सोनिया और राहुल और प्रियंका गांधी बाड्रा का परिवार दवाएगा झाड़ू वाला बटन !

 पहली बार कांग्रेसी देंगे आम आदमी पार्टी को वोट...

सोनिया और राहुल और प्रियंका गांधी बाड्रा का परिवार दवाएगा झाड़ू वाला बटन !

नई दिल्ली। नई दिल्ली लोकसभा सीट पर भाजपा ने अब तक 11 बार जीत दर्ज की है। इस बार भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्‍वराज की बेटी बांसुरी स्‍वराज को अपना उम्‍मीदवार बनाया है। आम आदमी पार्टी की ओर से सोमनाथ भारती मैदान में हैं। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि कांग्रेस लोगों का भरोसा खो चुकी है, उन्हें उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं, यही कारण है कि कांग्रेस का शाही परिवार पहली बार दिल्ली में अपनी ही पार्टी को वोट नहीं देगा। 

दरअसल, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे बड़े कांग्रेस नेता नई दिल्ली की जिस लोकसभा सीट के मतदाता है, वहां कांग्रेस का कोई उम्मीदवार ही नहीं है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस का शाही परिवार दिल्ली में अपनी ही पार्टी को वोट नहीं करेगा। नई दिल्‍ली लोकसभा सीट पर इस बार आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है।

आज तक नई दिल्ली सीट नहीं जीती है AAP

आजादी के बाद यह पहला अवसर है जब कांग्रेस पार्टी का कोई उम्‍मीदवार यहां मैदान में नहीं है। कांग्रेस यहां मुकाबले से बाहर है। कांग्रेस के भी कई नेता मानते हैं कि आम आदमी पार्टी आज तक नई दिल्ली लोकसभा सीट नहीं जीती है, जबकि कांग्रेस 7 बार नई दिल्‍ली लोकसभा का चुनाव जीत चुकी है। बावजूद इसके कांग्रेस को यह सीट छोड़नी पड़ी है। दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच हुए सीट समझौते के कारण कांग्रेस यहां मुकाबले में नहीं है। यह वही सीट हैं जहां के मतदाताओं में कांग्रेस संसदीय दल की अध्‍यक्ष सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन प्र‍ियंका वाड्रा शामिल हैं।

गठबंधन के विरोध में थे कांग्रेस नेता !

दबी जुबान में कांग्रेस के कई वरिष्ठ व स्थानीय नेता इस समझौते को लेकर अपनी आपत्ति जताते रहे हैं। शुरुआती दौर में तो दिल्ली कांग्रेस के अधिकांश नेता पूरी तरह से इस गठबंधन के विरोध में थे। इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि कांग्रेस व 'आप' में हुए गठबंधन से पहले आम आदमी पार्टी के विधायक जरनैल सिंह व अन्य सदस्यों ने दिल्‍ली विधानसभा में राजीव गांधी से भारत रत्‍न वापस लेने का प्रस्‍ताव किया था। विधानसभा में न केवल यह प्रस्ताव रखा गया था बल्कि विधानसभा अध्‍यक्ष समेत आम आदमी पार्टी के अधिकांश सदस्‍यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन भी किया था।

सोनिया की गिरफ्तारी की मांग कर चुके हैं केजरीवाल

यही नहीं स्वयं दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल सोनिया गांधी की गिरफ्तारी की मांग भी कर चुके हैं। कई स्थानों पर अभी भी आप व कांग्रेस के नेताओं के संबंध आपस में सहज नहीं हो सके हैं। कांग्रेस व 'आप' अभी भी पंजाब में एक-दूसरे के विरोधी हैं और अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं।

बांसुरी स्वराज Vs सोमनाथ भारती

वहीं, भाजपा ने अब तक नई दिल्ली लोकसभा सीट पर 11 बार जीत दर्ज की है। इस बार भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्‍वराज की बेटी बांसुरी स्‍वराज को अपना उम्‍मीदवार बनाया है। आम आदमी पार्टी की ओर से सोमनाथ भारती मैदान में हैं। सोमनाथ भारती आम आदमी पार्टी के विधायक हैं और दिल्‍ली सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।

भाजपा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज ने वारविक विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में ग्रेजुएशन की है। उन्होंने लंदन के बीपीपी लॉ स्कूल से कानून की पढ़ाई और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के सेंट कैथरीन कॉलेज से मास्टर्स की है। 'आप' के सोमनाथ भारती की बात की जाए तो वह भी पेशे से वकील हैं। वह दिल्ली की केजरीवाल सरकार में कानून मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में वह दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं। सोमनाथ भारती ने 1997 में आईआईटी दिल्ली से एमएससी की थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ की और दिल्ली हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस भी की है।

G News 24 : चुनावी इंपेक्ट है या गर्मी का असर,बरेली में पिछले 24 घंटे के अंदर 4 लोगों की हत्या !

 अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई हैं हत्याएं...

चुनावी इंपेक्ट है या गर्मी का असर,बरेली में पिछले 24 घंटे के अंदर 4 लोगों की हत्या !

बरेली। बरेली में पुलिस लोकसभा चुनाव में व्यस्त है तो वहीं दूसरी ओर बदमाश आपराधिक वारदातों को अंजाम देने में जुटे हुए है। जिले में पिछले 24 घंटे के अंदर चार हत्याओं ने पुलिस प्रशासन के दावों की पोल खोल कर के रख दी है। बरेली के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में गौ रक्षक, ईट भट्टा मालिक, किसान और महिला की हत्या से हर कोई हैरान है।

गौ रक्षक की गोली मारकर हत्या

बिथरी चैनपुर के महेशपुर इमामुद्दीन निवासी 23 साल के अमन पटेल घर से मोटर साइकिल से कपड़े खरीदने की बात कहकर दोपहर के वक्त निकले थे। रात तक जब अमन वापस घर नही लौटे तो घर वालों ने उसे फोन किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। कुछ देर बाद बिथरी चैनपुर थाने की पुलिस ने अमन के घर वालों को फोन कर बताया कि अमन को किसी ने गोली मारी है। उसे सरकारी अस्पताल ले गए हैं। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अमन की हत्या के बाद उसके परिवार में कोहराम मच गया। अमन गौ रक्षक थे और कई बार अमन ने गौ तस्करों को जेल भिजवाने का काम किया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। 

ईट भट्टा मालिक की मजदूर ने थप्पड़ मारने पर की हत्या

फरीदपुर थाना क्षेत्र के पदारथपुर में ईट भट्टा मालिक और पूर्व प्रधान मजहर खान उर्फ बॉबी एडवोकेट की भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों से कहासुनी हो गई। जिस पर मजहर खान ने एक मजदूर के थप्पड़ मार दिया। जिस पर मजदूर ने उनको गोली मार दी। मजहर को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज कर आरोपी रेहान और उसके साथियों की तलाश शुरू कर दी है। 

महिला की पीट पीट कर हत्या  

शाही थाना क्षेत्र के भमोरा गांव निवासी चंपा देवी की बेटी घूरे पर कूड़ा डालने गई थी, वहां पर पड़ोस के ही लोगो से उसकी कूड़ा डालने को लेकर कहासुनी हो गई। जिस पर वो लोग चंपा देवी की बेटी को पीटने लगे। बेटी की चीख पुकार सुनकर मां चंपा देवी उसे बचाने पहुंची तो दबंगों ने लाठी डंडों से उन्हें बेरहमी से पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया। चंपा देवी की मौत के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है और हत्यारों की तलाश शुरू कर दी है। 

किसान की धारदार हथियार से हत्या 

मीरगंज थाना क्षेत्र के करनपुर गांव निवासी 50 साल के किसान नेपाल सिंह उर्फ विधायक अपने खेत पर लगे ट्यूबबेल पर गए थे वहां कुछ लोग आकर शराब पीने लगे। जिस पर नेपाल सिंह ने विरोध किया और शराब पीने को मना किया। तभी शराबियो ने धारदार हथियार से उनकी गर्दन पर पूरे शरीर पर कई वार किए जिससे उनकी मौत हो गई। सूचना पर सीओ दीपशिखा मौके पर पहुंची और मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया है। 

बरेली के एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान का कहना है कि चारों हत्याये अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हत्याएं हुई है। उन पर पुलिस तत्काल पहुंची है और मुकदमा दर्ज कर कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही सभी मामलों का खुलासा कर दिया जाएगा।

G News 24 : विश्व के सबसे सफल डिप्लोमेट,हनुमान जी के अवतरण दिवस की,सभी को हार्दिक शुभकामनाएं...

 गंभीर चिंतक, महान कूटनीतिज्ञ, महाबुद्धिशाली और महान पराक्रमी ...

विश्व के सबसे सफल डिप्लोमेट,हनुमान जी के अवतरण दिवस की,सभी को हार्दिक शुभकामनाएं...


पौराणिक ग्रंथों में हनुमान जी को प्रेम, करुणा, भक्ति, शक्ति और ज्ञान का प्रतीक बताया गया हैं. जनमानस में धारणा प्रबल है कि हनुमान जी पूजा से जीवन की सभी बाधाएं समाप्त हो जाती हैं. अंजना और केसरी के पुत्र हनुमान को पवनपुत्र भी कहा जाता है. ये वायुदेव के रक्षक और सूर्य नारायण के शिष्य हैं. सूर्य देव से ही इन्हें वेदकोश, धनुर्वेद, गंधर्व विद्या, नीति, न्याय, प्रबंध और राजनीति की शिक्षा मिली.

हनुमान को क्यों कहा जाता दुनिया का सबसे सफल डिप्लोमेट !

चैत्र पूर्णिमा के दिन मंगलवार, 23 अप्रैल को हनुमान जयंती यानी हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा. भगवान हनुमान रामायण के प्रचलित पात्रों में एक हैं. इन्हें कलियुग का जागृत यानी जीवित देवता कहा जाता है. इसलिए ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी आज भी धरती पर विराजमान हैं. क्योंकि इन्हें अमरता का वरदान प्राप्त है. 

डिप्लोमेट यानी कूटनीतिज्ञ का काम है !

कूटनीतिज्ञ रिश्तों को बनाने और बनाए रखने के लिए चातुर्य और आपसी सम्मान का उपयोग करके बातचीत की कला और अभ्यास है. हालांकि कूटनीतिज्ञ की परिभाषा में अंतर हो सकता है. लेकिन सामान्य तौर पर कूटनीतिज्ञ बातचीत प्रणाली में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना और संघर्षों व विवादों को हल करने के उद्देश्य से किया गया संचार, बातचीत की प्रक्रिया और अभ्यास है.

हनुमान जी हैं महान कूटनीतिज्ञ !

  • भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी भगवान श्रीकृष्ण और हनुमान जी को विश्व का सबसे महान कूटनीतिज्ञ मानते हैं. इनके अनुसार, हनुमान जी तो कूटनीति को भी पार कर गए थे. 
  • वो लंका गए और वहां उन्होंने माता सीता से संपर्क किया. लंका में आग भी लगाई. एस. जयशंकर ने कूटनीतिज्ञ को परिभाषित करते हुए कहा था कि, कूटनीति के दृष्टिकोण से हमें श्रीकृष्णजी और हनुमानजी की ओर देखना चाहिए तब जाकर उनकी महानता का पता चलेगा.
  • ‘हनुमानजी को कौन सा कार्य सोंपा गया था?’, ‘वह कार्य हनुमान जी ने किस प्रकार पूरा किया?’, अपनी बुद्धीमत्ता का परिचय देते हुए वे इतने आगे निकल गए कि, उन्होंने कार्य तो पूरा किया ही, साथ ही आगे जाकर लंका भी जलाई .

हनुमान जी में थे ये कूटनीतिज्ञ गुण

  • वफादारी - सूर्य देव से वेदकोश, धनुर्वेद, गंधर्व विद्या, नीति, न्याय, प्रबंध और राजनीति की शिक्षा प्राप्त करने के बाद हनुमान किष्किंधा नरेश वानरराज सुग्रीव के दरबार के मंत्री बने. मंत्री पद में वफादारी की विशेष जरूरत होती है, जिसेस राजा और राज्य की रक्षा हो. जब सुग्रीव को वालि ने गद्दी से उतारा तो वे ऋष्यमूक पहाड़ी पर चले गए. इसके बाद हनुमान ने कठिन परिस्थिति में सुग्रीव को वालि के हमलों से बचाया.
  • जासूसी व चतुराई - सुग्रीव ने जब हनुमान को राम और लक्ष्मण के ऋष्यमूक पर्वत पर जाने का कारण पूछने के लिए भेजा तो वे अपना भेष बदलकर वहां गए. इससे हनुमानजी की जासूसी क्षमता की झलक मिलती है. हनुमान जी ने शांत, संयमित और बड़े ही चतुराई से राम-लक्ष्मण से बात कर उनकी प्रशंसा की. जब उन्होंने राम और लक्ष्मण के मन को पढ़ लिया तब जाकर उन्होंने अपनी पहचान और उद्देश्य को उजागर किया. हनुमान की बातें सुनकर रामजी ने उनकी प्रशंसा की और ऋष्यमूक जाने का कारण भी बताया. इस तरह से हनुमान जी ने अपनी कूटनीतिज्ञ कुशलता का परियच दिया.
  • इसके बाद हनुमान राम को ऋष्यमूक पहाड़ी पर सुग्रीव के गुफा ले गए और इसी स्थान पर राम और सुग्रीव मित्र व सहयोगी बने. इससे हमें यह सीख मिलती है कि भले ही दो सहयोगियों का लक्ष्य समान न हों फिर भी यह जरूरी है कि दोनों अपने-अपने लक्ष्यों को पूरा करने में एक-दूसरे की सहायता करें. जैसा कि हनुमान जी के कारण राम और सुग्रीव के बीच संभव हो पाया.

जब लंका में रामदूत बनें हनुमान

सुग्रीव और राम दोनों कुछ ही समय में हनुमान की क्षमता, कौशल और गुणों को जान चुके थे. इसलिए उन्होंने हनुमान को माता सीता की खोज के लिए दक्षिण की ओर भेजा.मार्ग में कई चुनौतियां आईं, जिसे पार करते हुए हनुमान ने यात्रा जारी रखी और लंका पहुंच गए. उन्होंने यहां सभी चीजों का बारीकी से अवलोकन किया और अशोक वाटिका के पास पहुंच गए, जहां माता सीता थीं. माता सीता से मिलकर हनुमान ने उन्हें रामजी का संदेश दिया.लंका में रावण हनुमान जी को पकड़कर उसे मृत्युदंड देना चाहता था. लेकिन विभीषण और कुंभकर्ण ने हनुमान को अन्य प्रकार से दंडित करने का सुझाव दिया. हनुमान जी ने इस अवसर का लाभ उठाया और पूरी लंका ही जला डाली.

राम दुआरे तुम रखवारे,

होत न आज्ञा बिनु पैसारे।

ज्ञान और गुण के सागर में हनुमान का बहुत महत्व और प्रताप है, जो राम के मन में बसते हैं और उनके द्वार पर द्वारपाल की तरह विराजमान हैं. यानी रामजी के द्वार पर हनुमान का पहरा है. हनुमान जी वहां के रखवाले हैं. इनकी आज्ञा और अनुमति के बिना कोई प्रवेश नहीं कर सकता है. तभी तो अपने प्रिय हनुमान के लिए, श्रीमद्वाल्मीकि रामायण किष्किन्धा कांड के श्लोक में राम जी हनुमान की इस प्रकार से स्तुति करते हैं-

सचिवोऽयं कपिन्द्रस्य सुग्रीवस्य महात्मनः।

तमेव काङ्क्षमंस्य ममन्तिकमुपागतः4.3.26।।

यहां वानरों के महान सरदार सुग्रीव के मंत्री हैं, जिन्हें मैं देखना चाहता हूं.

तमभ्यभाषमित्रे सौग्रीव सचिवं कपिम्।

वाक्यज्ञं मधुर्वाक्यैस्नेहयुक्तमरिन्दम।।4.3.27।।

हे सौमित्री, शत्रुओं को जीतने वाला यह वानर, सुग्रीव का मंत्री, मैत्रीपूर्ण संचार में कुशल है. उसे सौम्य और मधुर शब्दों में उत्तर दें.

नानृग्वेदविनीतस्य नायजुर्वेदधारिणः।

नासामवेदविदुषश्च्यमेवं विभाषितुम्4.3.28।।

जब तक ऋग्वेद, यजुर्वेद और सामवेद में पारंगत न हो, निश्चित रूप से किसी के लिए भी इतनी अच्छी तरह से बोलना संभव नहीं है.

नूनं व्याकरणं कृत्स्नमनेन बहुधा श्रुतम्।

बहु व्याहर्ताऽनेन न किञ्चिदपशब्दितम्4.3.29।।

निश्चित रूप से ऐसा लगता है कि उन्होंने पूरे व्याकरण का अच्छी तरह से अध्ययन किया है, क्योंकि उनके पूरे भाषण में एक भी गलत उच्चारण नहीं है.

न मुखे उत्सवयोर्वपि ललते च भ्रुवोस्तथा।

अन्येष्वपि च गत्रेषु दोषसंविदितः क्वचित्4.3.30।।

उसके चेहरे, आंखों, माथे, भौंहों के बीच या उसके शरीर के किसी भी हिस्से में कोई दोष नहीं.

अविस्त्रमसन्दिग्धमविलम्बितमद्रुतम्।

उर्स्थं कण्ठगं वाक्यं वर्तते मध्यमे स्वरे4.3.31।।

उनके वाक्य बहुत विस्तृत नहीं हैं, अस्पष्ट नहीं हैं, खींचने वाले नहीं हैं, तेज़ नहीं हैं, छाती या गले में उभरे हुए हैं, मध्यम स्वर में हैं.

संस्कारक्रमसम्पन्नामद्रुतमविलम्बिताम्।

उच्चार्यति कल्याणीं वाचं हृदयहारिणीम्4.3.32।।

उनकी बातें शुभ हैं. वे परिष्कृत हैं. न तेज, न धीमी, उनकी बातें दिल को मोह लेती है.

अन्या चित्रया वाचा त्रिस्थानव्यंजनस्थया।

कस्य नाराध्यते चित्तमुद्यतासेरेरपि4.3.33।।

उनके रंगीन शब्द तीनों स्रोतों से प्रवाहित होते हैं. उनकी छाती के नीचे से, उनके गले से और उनके सिर से. यदि कोई शत्रु ही हो जिसके हाथ में तलवार हो तो भी किसका मन उनकी पूजा नहीं करेगा?

एवं विदो यस्य दूतो न भवेत्पार्थिवस्य तु।

सिद्धयन्ति हि कथं तस्य कार्याणां गतियोऽनघ4.3.34।।

हे निष्पाप, कोई राजा, चाहे वह कोई भी हो, ऐसे राजदूत के साथ अतीत में अपना लक्ष्य कैसे पूरा नहीं कर सकता?

एवं गुणगणैर्युक्ता यस्य सयुः कार्यसाधकः।

तस्य सिध्यन्ति सर्वार्थ दूतवाक्यप्रचोदिताः4.3.35।।

जिसके पास अपने दूत जैसे महान गुणों वाले महान कार्यपालक हों, वह अपने कूटनीतिक कौशल से प्रेरित होकर अपने सभी लक्ष्य पूरे कर सकता है.

हनुमान जी को अमरता के साथ इन्हें अलग-अलग देवी-देवताओं से कई वरदान मिलें। 

  • सीता से मिला वरदान - माता सीता से हनुमान जी को अमरत्व का वरदान मिला. जब माता सीता की खोज में हनुमान जी अशोक वाटिका पहुंचे तो इन्हें माता सीता ने अमरत्व का वरदान देते हुए कहा कि वे युगों-युगों तक रामभक्तों की रक्षा करते रहेंगे.
  • सूर्य से मिला वरदान- हनुमान को सूर्यदेव से तेज का प्राप्त हुआ. पौराणिक कथाओं के अनुसार, सूर्यदेव ने हनुमानजी को अपना सौवां अंश वरदान दिया.
  • कुबेर से मिला वरदान - कुबेर देवता से ही हनुमान को गदा प्राप्त हुई है. गदा के साथ ही उन्होंने हनुमान को यह वरदान भी दिया कि, युद्ध में उन्हें कोई परास्त नहीं कर पाएगा.
  • यमराज से मिला वरदान - यमराज से हनुमान जी को यह वरदान मिला कि, वो कभी भी उनके पास नहीं जाएंगे. क्योंकि उन्हें अमरत्व का वरदान पहले ही मिला है.
  • शिव से मिला वरदान - हनुमान जी को शिव का 11वां रुद्रावतार कहा जाता है. शिव ने हनुमान जी को यह वरदान दिया कि, उन्हें कभी भी किसी अस्त्र से मारा नहीं जा सकेगा.
  • इंद्र से मिला वरदान - पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार हनुमान और इंद्र के बीच युद्ध हुआ. युद्ध में ही इंद्र ने हनुमान को यह वरदान दिया कि भविष्य में कभी भी उनके वज्र का प्रभाव हनुमानजी पर नहीं पड़ेगा.
  • विश्वकर्मा से मिला वरदान - भगवान विश्वकर्मा ने हनुमान जी को यह वरदान दिया कि, उनके द्वारा बनाए गए अस्त्र-शस्त्र का प्रभाव भी हनुमान पर नहीं पड़ेगा.
  • ब्रह्मा से मिला वरदान - ब्रह्मा जी से हनुमान को दीर्घायु का वरदान मिला.

इस तरह से भगवान हनुमान को कई देवी-देवताओं से अलग-अलग वरदान प्राप्त हुए, जिससे वो पराक्रमी,अमर, बलशाली और शक्तिशाली बनें. लेकिन बलशाली होने के साथ ही हनुमान जी एक सफल कूटनीतिज्ञ भी थे. आइये जानते हैं कूटनीतिज्ञ का अर्थ 


G.NEWS 24 : अंपायर से भिड़ने पर विराट कोहली पर लगा जुर्माना !

आईपीएल आचार संहिता का किया उल्लंघन...

अंपायर से भिड़ने पर विराट कोहली पर लगा जुर्माना !

नई दिल्ली। ईडन गार्डन्स में केकेआर और आरसीबी के मैच में विराट कोहली अंपायर से भिड़ लिए थे। उनकी इस व्यवहार के चलते उन पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। आरसीबी यह मैच केकेआर से एक रन से हार गई थी। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु ने जानकारी दी कि केकेआर के खिलाफ ईडन गार्डन्स में खेले गए मैच में विराट कोहली ने आईपीएल आचार संहिता का उल्लंघन किया है। उन पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगा है। विराट कोहली ने अपनी गलती को मान लिया है। 

विराट कोहली आईपीएल कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.8 के लेवल 1 के दोषी हैं। तीसरे ओवर में हर्षित राणा की पहली गेंद हाई फुलटॉस थी, जिसको विराट कोहली ने मारने का प्रयास किया। उनकी इस कोशिश में बॉल हर्षित के हाथों में आ गई। केकेआर ने विराट के आउट होने को लेकर अंपायर के सामने अपील की। विराट को लगा कि बॉल कमर से ऊपर थी, इसलिए नॉ बोल होगी। विराट ने तुरंत डीआरएस की मदद ली। 

थर्ड अंपायर ने हॉक आई के जरिए देखा तो कोहली क्रीज से आगे निकलते दिखाई दिए। थर्ड अंपायर ने विराट को आउट करार दे दिया। कोहली इस फैसले से काफी नाराज दिखाई दिए। वह अपना गुस्सा अंपायर को दिखाते नजर आए। विराट कोहली जब पवेलियन से जा रहे थे, तब उन्होंने बल्ले को पटककर अपना गुस्सा सबको दिखाया। उसके बाद मैदान से बाहर निकलकर उन्होंने डगआउट पास रखे डस्टबिन को गलब्स से गिरा दिया। उनकी इस हरकत के बाद उन पर जुर्माना लगा दिया।

G.NEWS 24 : आज घोषित होंगे कक्षा 5वीं-8वीं की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम

लॉगिन क्रेडेंशियल का उपयोग करके अपनारिजल्ट देखें...

आज घोषित होंगे कक्षा 5वीं-8वीं की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम

राज्‍य शिक्षा केंद्र मंगलवार 23 अप्रैल को कक्षा 5वीं और 8वीं के बोर्ड परीक्षा परिणाम 2024 की घोषणा करेगा। ये परिणाम आधिकारिक वेबसाइट - rskmp.in पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध होंगे। छात्रों को परिणाम तक पहुंचने के लिए अपना रोल नंबर और अन्य लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज करना आवश्यक है।

राज्य शिक्षा केंद्र मध्य प्रदेश (आरएसकेएमपी) RSKMP कक्षा 5वीं और 8वीं के लिए आधिकारिक एमपी बोर्ड परिणाम 2024 मंगलवार 23 अप्रैल को जारी करेगा। छात्र परिणाम की जांच करने और ऑनलाइन मार्कशीट डाउनलोड करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट - rskmp.in पर जा सकते हैं। 

उम्मीदवार अपने रोल नंबर और अन्य लॉगिन क्रेडेंशियल का उपयोग करके अपना एमपी बोर्ड 5वीं 8वीं परिणाम 2024 देख सकते हैं। एमपी बोर्ड 5वीं और 8वीं परीक्षा 2024 6 मार्च से 14 मार्च 2024 तक आयोजित की गई थी। पिछले साल, एमपी बोर्ड 5वीं परीक्षा में 8.65 लाख से अधिक छात्र उपस्थित हुए थे और एमपी 8वीं परीक्षा 2023 में 7.70 लाख छात्र उपस्थित हुए थे।

ऐसे चेक करें रिजल्ट -

  • स्‍टेप 1: आधिकारिक वेबसाइट - rskmp.in पर जाएं। 
  • स्‍टेप 2: स्क्रीन पर प्रदर्शित 'एमपी बोर्ड रिजल्ट 2024 5वीं या 8वीं' लिंक पर क्लिक करें। 
  • स्‍टेप 3: लॉगिन पेज पर रोल नंबर और आवश्यक लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज करें। 
  • स्‍टेप 4: भविष्य के संदर्भ के लिए ऑनलाइन मार्कशीट डाउनलोड करें। 

G.NEWS 24 : पंडोखर धाम में लगी आग, साधु-संतों के लिए बनीं कुटियाएं हुईं खाक

करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया...

पंडोखर धाम में लगी आग, साधु-संतों के लिए बनीं कुटियाएं हुईं खाक

मध्यप्रदेश के दतिया ज़िले के पंडोखर धाम में सोमवार दोपहर को आग लग गई। तेज हवाओं के कारण आग फैलती गई। देखते ही देखते आग साधु-संतों समेत भक्तों के लिए बनीं कुटियाओं तक पहुंच गईं। दूर से ही ऊंची-ऊंची लपटें दिखाई दे रही थीं। पंडोखर थाना पुलिस और भांडेर नगर परिषद की फायर ब्रिगेड का अमला मौके पर पहुंचा। फायर ब्रिगेड के अमले ने स्थानीय लोगों की मदद से करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इधर पंडोखर धाम सरकार गुरुशरण शर्मा ने आग लगाए जाने के आरोप लगाए हैं। 

बताया जा रहा है कि पंडोखर धाम में मंगलवार 23 अप्रैल से महोत्सव शुरू होना है, जो 8 मई तक चलेगा। इसमें पंडोखर पीठाधीश्वर पंडित गुरुशरण शर्मा, वृंदावन के अर्पिताचार्य जी महाराज और साध्वी पीताम्बरा के प्रवचन होंगे। देशभर से अनुयायी यहां पहुंच रहे हैं। इससे पहले सोमवार को अज्ञात कारणों से आग लग गई। हवा के कारण आग फैलती गई। परिसर में बनीं साधु-संतों की कुटियाओं को भी आग ने चपेट में ले लिया। दो घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई जा सकी, पर तब तक काफी कुछ खाक हो गया। पंडोखर धाम के व्यवस्थापक मुकेश गुप्ता ने बताया कि महोत्सव को देखते हुए विशेष तैयारियां की गई थीं। 

साधु-संत और भक्तों के रुकने के लिए कुटीर बनाए गए थे। आग इन्हीं कुटीर से भड़की और जल्द ही महाराज निवास समेत धाम के नए ऑफिस तक पहुंच गई। कुटियाओं के साथ जरूरी दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक सामान, जेवरात, सोफा समेत लकड़ी के आइटम्स जल गए हैं। पंडोखर पीठाधीश्वर पंडित गुरुशरण शर्मा ने कहा कि तैयारियां चल रही थीं। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने आग लगाई और वे पीछे की तरफ से भाग निकले। पुलिस को सूचित करेंगे। मैं अभी-अभी आया हूं। कल यज्ञ होने वाला है। व्यवस्थाएं बनेंगी, पर प्रशासन को भी सहयोग करना चाहिए। 

बता दें कि दतिया में पंडोखर धाम महोत्सव का आयोजन बीते 28 साल से किया जा रहा है। महोत्सव 23 अप्रैल को कलश यात्रा के साथ शुरू होगा। 30 अप्रैल तक श्रीराम कथा का आयोजन होगा। इस दौरान भजन गायक जित्तू खरे, शहनाज अख्तर, संजो बघेल और लखबीर सिंह लक्खा भी प्रस्तुतियां देंगे।जादूगर नाइट एवं रामलीला का भी आयोजन होगा। बता दें कि पंडोखर सरकार का दरबार भी बागेश्वार धाम के जैसा लगता है। पर्चियां लिखकर पंडोखर सरकार लोगों की समस्या और निदान बताते हैं। 

G.NEWS 24 : गंभीरता से हो वेब-कास्टिंग की मॉनीटरिंग : कलेक्टर

नोडल अधिकारियों की बैठक में हुई निर्वाचन संबंधी तैयारियों की समीक्षा...

गंभीरता से हो वेब-कास्टिंग की मॉनीटरिंग : कलेक्टर

ग्वालियर। मतदान केन्द्र पर होने वाली वेब कास्टिंग की मॉनीटरिंग को गंभीरता से लें। मॉनीटरिंग  के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाएँ, जिससे यदि किसी मतदान केन्द्र पर कोई कमी या अनियमितता दिखाई दे तो तत्काल कार्रवाई की जा सके। इस आशय के निर्देश कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने जिले के सभी एआरओ को दिए। उन्होंने कहा वेब कास्टिंग की निगरानी के लिए मतदान केन्द्रों के हिसाब से ड्यूटी लगाई जाए। श्रीमती चौहान निर्वाचन कार्य से संबंधित नोडल अधिकारियों की बैठक में चुनाव की तैयारियों की समीक्षा कर रहीं थीं। बैठक में मतदान सामग्री वितरण व मतगणना व्यवस्था सहित निर्वाचन से संबंधित अन्य व्यवस्थाओं की तैयारियों की भी समीक्षा की गई। 

जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती चौहान ने कहा कि वेब- कास्टिंग के लिए मतदान केन्द्रों में ऐसे स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाएं जिससे सम्पूर्ण मतदान केन्द्र कवर हो सके। उन्होंने सभी मतदान केन्द्रों के लिए निर्धारित भवनों पर भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत मतदान केन्द्र क्रमांक सहित सभी आवश्यक जानकारी जल्द से जल्द प्रदर्शित कराने के निर्देश भी दिए। साथ ही कहा कि सभी सेक्टर अधिकारी मतदान केन्द्रों में बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था कराने के साथ-साथ अपने क्षेत्र के पटवारी, पंचायत सचिव व पुलिस थाना व चौकी में पदस्थ पुलिस कर्मियों से अवश्य संपर्क करें, जिससे मतदान दिवस को जरूरत पड़ने पर व्यवस्थाएँ सुचारू की जा सकें। 

बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार एवं अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार व टी एन सिंह सहित चुनाव कार्य से संबंधित सभी नोडल अधिकारी एवं एआरओ मौजूद थे। भितरवार व डबरा के एआरओ वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के जरिए इस बैठक में शामिल हुए। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने जोर देकर कहा कि हर मतदाता तक मतदाता सूचना पर्ची पहुँचाई जाए। इस काम में कोई ढिलाई न हो। बीएलओ के माध्यम से हर हाल में 28 अप्रैल से  2 मई तक की समयावधि में मतदाता सूचना पर्चियों का वितरण सुनिश्चित कराएँ। सभी एआरओ मतदाता पर्ची वितरण कार्य पर विशेष नजर रखें। 

साथ ही निर्देश दिए कि मतदाता पर्ची वितरण से पहले सभी बीएलओ अपने-अपने क्षेत्र के घरों का सर्वे कर यह पता लगा ले कि उन्हें कहाँ –कहाँ जा कर मतदाता पर्ची सौंपनी हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने सभी एआरओ को निर्देश दिए कि मतदान केन्द्र से 100 मीटर और 200 की दूरी का चिन्हाकन अभी से कराएँ, जिससे उस क्षेत्र के मतदाता इससे भलीभाँति वाकिफ हो सकें। इससे मतदान दिवस को भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन कर मतदाता अपना वोट डालने आएँ। जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने विशेष जोर देकर कहा कि गर्मी के मौसम को ध्यान में रखकर हर मतदान केन्द्र में उस स्थान के ऊपर टेंट इत्यादि लगाकर छाया की व्यवस्था अवश्य कराएँ। 

इस काम को पूरी गंभीरता से अंजाम दिलाएँ। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने सभी मॉडल बूथ को आकषर्क ढंग से सजाने व संवारने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि मॉडल बूथ पर छाछ, जल-जीरा, नीबू पानी इत्यादि वेलकम ड्रिंक से मतदाताओं का स्वागत करें। साथ ही धात्री माताओं के बैठने के लिए अलग से स्थान निर्धारित करें। मतदाताओं का प्रोत्साहन करने के लिए मतदान दिवस को इनामी लकी ड्रा निकालने का सुझाव भी जिला निर्वाचन अधिकारी ने दिया। उन्होंने कहा मतदान दिवस को 11 बजे, 4 बजे व मतदान समाप्ति पर लकी ड्रा निकालें। दूसरे दिन लकी ड्रा के आधार पर विजेता मतदाताओं को सम्मानजनक इनाम प्रदान की जाए।