कला से जीवन में आती है नई स्फूर्ति: निगमायुक्त

 चित्रकला एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी का उद्घाटन...

कला से जीवन में आती है नई स्फूर्ति: निगमायुक्त 

ग्वालियर।20 सितम्बर 2022।कला से जीवन में नई स्फूर्ति आती है उक्ताशय के विचार नगर निगम आयुक्त श्री किशोर कन्याल ने आज दिनांक 20 सितम्बर को तानसेन कलावीथिका पडाव पर स्व. श्री ओ.पी. जड़िया स्मृति में चार दिवसीय चित्रकला शिविर तथा चित्रकला एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए। चार दिवसीय चित्रकला शिविर तथा चित्रकला एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी का उद्घाटन नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल एवं पार्षद अपर्णा पाटिल के कर कमलों के द्वारा किया गया। इस अवसर पर निगमायुक्त श्री कन्याल द्वारा सभी कलाकारों को शिविर के लिए शुभकामनाएँ दीं गई।

इस अवसर पर सभी वरिष्ठ एवं प्रतिभावान कलाकारों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के दौरान आयोजक अनुराग जड़िया, तृप्ति गुप्ता , सुमन जड़िया , रागिनी सोनी , मनीष सोनी , वंदिता श्रिवास्तव , चन्द्रसेन जाधव , के. पी. श्रिवास्टव,  आलोक शर्मा , नीना खरे आदि उपस्थित थे।

आप आप राजनीति में आये,लीडर बने लेकिन पालीटिशियन नहीं

 छात्र संसद में प्रवीण पाठक का बोले …

 आप आप राजनीति में आये,लीडर बने लेकिन पालीटिशियन नहीं

ग्वालियर। ग्वालियर के दक्षिण से कांग्रेस के युवा विधायक प्रवीण पाठक एक अच्छे विचारक व पाजीटिव सोच वाले राजनेता है। बीते दिनों उन्होंने पुणे में सर्वश्रेष्ठ युवा विधायक का सम्मान लेने के बाद छात्र संसद में उपस्थित सैकड़ों छात्रों के बीच अपना व्याख्यान भी दिया। आजकल उनका यह व्याख्यान सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा में है। 

विधायक प्रवीण पाठक ने अपने उदबोधन में कहा कि आप राजनीति में आये, राजनीति में अपार संभावनाये हैं इसके लिए खुला आसमान आपका इंतजार कर रहा है। लेकिन आप लीडर बने पालीटिशियन नहीं। क्योंकि पालीटिशियन चुनाव जीतने के बाद सदैव दूसरे चुनाव जीतने की तैयारी में लग जाता हैं। 

जबकि लीडर वह होता है जो आने वाली पीढ़ियों के लिये रास्ते तैयार करता हैं। विधायक प्रवीण पाठक के इस उदबोधन में वहां उपस्थित छात्रों ने जमकर तालियां बजाई और बाद में उनसे व्यक्तिगत तौर पर मिले व सेल्फी भी खिंचाई। विधायक पाठक को मिली यह लोकप्रियता ग्वालियर अंचल के लिये गौरव की बात हैं।

टॉयलेट में लंच करने को मजबूर हुए खिलाड़ी !

सहारनपुर के डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में…

टॉयलेट में लंच करने को मजबूर हुए खिलाड़ी !

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में कबड्‌डी खिलाड़ियों को टॉयलेट में लंच कराया गया। इसका एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो तीन दिन पहले का है। तीन दिन चले अंडर-17 स्टेट लेवल कबड्‌डी टूर्नामेंट में 300 से ज्यादा खिलाड़ियों ने भाग लिया था। खिलाड़ियों को जो खाना दिया गया, वह अच्छी क्वालिटी का नहीं था। दाल, सब्जी, चावल कच्चे थे और भोजन स्वीमिंग पूल के पास बनाया गया था। मामला लखनऊ तक पहुंच गया है। जांच के लिए टीम गठित की गई है। डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में 16 सितंबर को कई जिलों से बालिका खिलाड़ी आई थीं। उनको दोपहर के लंच में अधपका चावल परोसा गया। कई खिलाड़ियों को रोटी भी नसीब नहीं हुई। खिलाड़ी सब्जी और सलाद से ही पेट भरती नजर आईं। 

चावल और पूरियां तैयार करके उन्हें शौचालय में रखवाया गया। वहां दुर्गंध के कारण खड़ा होना भी मुश्किल हो रहा था। सहारनपुर के जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा है कि, "16 और 17 सितंबर को राज्य स्तरीय कबड्डी टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था। इसमें खराब व्यवस्था की शिकायतें थीं। जिला खेल अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। मैंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और संबंधित व्यक्ति तीन दिनों में रिपोर्ट जमा करेगा। हम इसकी विस्तार से जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे।" उत्तर प्रदेश खेल निदेशालय के तत्वावधान में यूपी कबड्डी संघ द्वारा राज्य स्तरीय सब जूनियर बालिकाओं की प्रतियोगिता की मेजबानी का अवसर सहारनपुर को मिला था। प्रतियोगिता डॉ भीमराव आंबेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम में कराई गई। प्रतियोगिता में 17 मंडलों और एक खेल छात्रावास की टीम ने भाग लिया। खिलाड़ियों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था स्टेडियम में ही थी। 

स्टेडियम में भोजन स्वीमिंग पूल परिसर में तैयार किया गया। वहां कच्चा राशन चेंजिंग रूम और शौचालयों में रखा गया था। हीं पर बाहर ईंटों का चूल्हा बनाकर भोजन तैयार किया गया। भोजन तैयार करने के बाद शौचालय में रखा गया। चावल की बड़ी परात और पूरियां कागज पर शौचालय के फर्श पर रखी थीं। खिलाड़ियों को कच्चे चावल परोसे गए, जिनको कई खिलाड़ियों ने खाने से मना कर दिया। इसके बाद चावलों को टेबल से हटा लिया गया। ऐसे में टेबल पर केवल आलू की सब्जी, दाल और रायता रह गया था। प्रतियोगिता में प्रदेश भर से 300 से अधिक खिलाड़ी और करीब दो दर्जन अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे। उनके लिए भोजन तैयार करने को मात्र दो कारीगर लगाए गए। यही वजह रही कि ज्यादातर खिलाड़ियों के हिस्से में रोटी नहीं आ सकी। चावल खराब गुणवत्ता के आ गए थे, जो पकाने पर ठीक से गले नहीं। ऐसे में चावलों को तुरंत दुकान पर वापस भेजकर नए चावल मंगवाए गए। 

खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना का कहना है कि, स्टेडियम में निर्माण कार्य चल रहा है। इस कारण यहां पर जगह नहीं थी। खुले में खाना बन रहा था। बारिश आने के कारण खाना टॉयलेट में रखा गया था। चावल भी खराब गुणवत्ता के आ गए थे। जिसको वापस कराया गया था।

नोएडा के सेक्टर-21 में दीवार गिरने से 4 लोगों की मौत

मलबे में दबे लोगों की तलाश जारी…

नोएडा के सेक्टर-21 में दीवार गिरने से 4 लोगों की मौत

दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक बड़ा हादसा हो गया है। नोएडा के सेक्टर 21 में दीवार गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई है। बिजली घर के सामने जलवायु विहार में यह दीवार गिरी है। मलबे में दबे 9 लोगों को बाहर निकालकर हॉस्पिटल ले जाया गया है। दीवार के बगल में नाली बनाने का काम चल रहा था और अचानक से दीवार के गिरने से से हादसा हो गया। अभी 3 जेसीबी के सहारे ईंट हटाने का काम किया जा रहा है। मलबे में दबे अन्य लोगों की तलाश जारी है। नोएडा के डीएम सुहास एलवाई ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि नोएडा प्राधिकरण ने जलवायु विहार के पास जल निकासी मरम्मत कार्य का ठेका सेक्टर 21 में दिया था। 

हमें बताया गया है कि जब मजदूर ईंटें निकाल रहे थे, उसी वक्त दीवार गिर गई। इसकी जांच कराई जाएगी। जिला अस्पताल में दो और कैलाश अस्पताल में दो को मिलाकर कुल 4 लोगों की मौत की जानकारी प्राप्त हुई है। सुहास एलवाई ने आगे बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। घायलों के बारे में ज्यादा जानकारी का पता लगाया जा रहा है। एहतियात के तौर पर इलाके की तलाशी ली जा रही है। सभी टीमें यहां मौजूद हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में दीवार गिरने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। 

उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर तत्काल पहुंचकर युद्धस्तर पर राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। योगी ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए उनके उपचार की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले सोमवार को देवरिया के अंसारी रोड पर एक मकान गिरने से बड़ा हादसा हो गया था। देवरिया के अंसारी रोड पर सैकड़ों साल पुराना मकान गिर गया। मकान गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में पति-पत्नी के अलावा एक मासूम बच्ची की मौत हो गई है जबकि तीन लोग घायल हैं।

अंत्येष्टि से पहले महारानी को भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी श्रद्धांजलि

 महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की राजकीय…

अंत्येष्टि से पहले महारानी को भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी श्रद्धांजलि


लंदन । ब्रिटेन के शाही परिवार की क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में दिवंगत महारानी को भारत सरकार और भारत के लोगों की ओर से श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति भवन ने द्रौपदी मुर्मू की एक वीडियो क्लिप के साथ ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति ने दिवंगत महारानी को अपनी ओर से और भारत के लोगों की ओर से श्रद्धांजलि दी।Ó यह हॉल संसद भवन परिसर के अंदर स्थित है। राष्ट्रपति मुर्मू सोमवार को वेस्टमिंस्टर एबे में एलिजाबेथ द्वितीय की राजकीय अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए लंदन में हैं।

उन्होंने यहां रविवार को भारत सरकार की ओर से एक शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए। लंदन के लैंकेस्टर हाउस में राष्ट्रपति मुर्मू के साथ कार्यवाहक उच्चायुक्त सुजीत घोष भी मौजूद थे। यहां पहुंच रहे विश्व के नेता महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए एक पुस्तिका पर हस्ताक्षर कर रहे हैं। एलिजाबेथ द्वितीय का 96 वर्ष की आयु में आठ सितंबर को स्कॉटलैंड में निधन हो गया था। मुर्मू ने रविवार को वेस्टमिंस्टर हॉल में दिवंगत महारानी को श्रद्धांजलि दी, जहां एलिजाबेथ द्वितीय का पार्थिव शरीर रखा गया है।

महारानी की सोमवार को राजकीय अंत्येष्टि की जाएगी। भारतीय राष्ट्राध्यक्ष शनिवार शाम लंदन पहुंचीं। महारानी की अंत्येष्टि में दुनियाभर के शाही परिवार के सदस्यों समेत विश्व के करीब 500 नेता शामिल होंगे। अंतिम संस्कार की रस्म वेस्टमिंस्टर एबे में की जाएगी, जहां करीब 2,000 लोगों के उपस्थित रहने की संभावना है। शोक कार्यक्रम स्थानीय समयानुसार सुबह पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होगा और एक घंटे बाद दो मिनट का मौन रखे जाने के साथ संपन्न हो जाएगा।

विदेशियों को मत छुओ, मंकीपॉक्स हो जाएगा !

 टिप्पणी पर चीन फंसा…

विदेशियों को मत छुओ, मंकीपॉक्स हो जाएगा !


बीजिंग । स्थानीय नागरिकों को चेताते हुए अधिकारी ने मंकीपॉक्स से बचने के लिए विदेशियों और हाल ही में विदेश से लौटे नागरिकों के संपर्क में नहीं रहने को कहा है। चीन के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी की एक टिप्पणी पर बवाल कट गया है l  उनकी इस टिप्पणी को नस्लवादी और भेदभावकारी बताते हुए सोशल मीडिया पर इसका काफी विरोध किया जा रहा है। चीन के चोंगक्विंग शहर में शुक्रवार को मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था। विदेश से आए इस शख्स को क्वारंटीन में रखा गया था लेकिन क्वारंटीन में रहते हुए उनके शरीर पर लाल चकत्ते नजर आने लगे। इसके बाद चीन के शीर्ष महामारी विशेषज्ञ वु जुनयो ने स्थानीय लोगों को मंकीपॉक्स से बचने के लिए विदेशियों और हाल ही में विदेश से लौटे नागरिकों के संपर्क में नहीं आने को लेकर चेतावनी दी है।

चाइनीज फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुख्य महामारी विशेषज्ञ वु ने कहा, संभावित मंकीपॉक्स संक्रमण से बचने के लिए विदेशियों और बीते तीन हफ्तों के भीतर विदेश से लौटे लोगों के संपर्क में नहीं आने की सलाह दी जाती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने लोगों से अजनबियों के भी संपर्क में नहीं रहने को कहा है। होटलों सहित सार्वजनिक शौचालयों में डिस्पोजेबल शौचालय सीट का इस्तेमाल करने को कहा है। चीन के कई इंटरनेट यूजर्स ने वु के इन सुझावों पर आपत्ति जताई है। कुछ यूजर्स ने इन्हें नस्लवादी और भेदभावकारी बताया है। चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वेबो पर एक यूजर ने कहा, यह कितना नस्लवादी है? ऐसे लोगों के बारे में क्या, जो लगभग दस सालों से चीन में रह रहे हैं। सीमाएं बंद होने की वजह से बीते तीन से चार सालों से हम हमारे परिवारों से नहीं मिले हैं।

एक अन्य यूजर ने कहा कि वु के सुझाव पूरी तरह से अनुपयुक्त हैं। उन्होंने कहा, हमारे कितने सारे विदेशी दोस्त हैं, जो चीन में काम करते हैं। महामारी की शुरुआत में कुछ विदेशी दोस्त ही थे, जिन्होंने सोशल मीडिया के जरिए सभी को बताया था कि चीन के लोग यह वायरस नहीं फैला रहे हैं। यूजर ने कहा कि जब विदेशी लोगों के साथ देश में भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है तो हम चीनी लोगों को मूकदर्शक बनकर नहीं रहना है। एक अन्य यूजर ने कहा, क्या वह सेक्सुअल रिलेशनशिप का हवाला दे रहे हैं या सिर्फ त्वचा के संपर्क में आने से बचने का। मुझे लगता है कि वह सेक्शुअल रिलेशनशिप का हवाला दे रहे हैं। लेकिन विदेशी मेहमान से मिलने पर उनसे हाथ मिलाने से बचा नहीं जा सकता। बस में भी किसी की त्वचा के संपर्क में आने से बचना मुश्किल है।

पंजाब के सीएम हुए टल्ली तो क्रू ने फ्लाइट से उतरा !

 फ्रैंकफर्ट में दिल्ली जाने वाले लुफ्थांसा की उड़ान में ….

पंजाब के सीएम हुए टल्ली तो क्रू ने फ्लाइट से उतरा !



पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को फ्रैंकफर्ट में दिल्ली जाने वाले लुफ्थांसा की उड़ान से नीचे उतार दिया गया। चर्चाएं होनी शुरू हो गई हैं कि, मान पर कथित तौर पर उनपर आरोप लग रहा है कि,  उन्होंने इतनी ज्यादा शराब पी रखी थी कि वो अपने पैरों पर ठीक से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। उन्हें उनकी पत्नी और सुरक्षाकर्मी पकड़े हुए थे। लुफ्थांसा फ्लाइट के क्रू ने विमान के नियमों से समझौता करने से इनकार कर दिया और पंजाब मुख्यमंत्री मान को नीचे उतार दिया। 

लुफ्थांसा वेबसाइट के अनुसार ये फ्लाइट फ्रैंकफर्ट से उड़ान शनिवार को दोपहर 1.40 बजे पर रवाना होने वाली थी और दिल्ली में दोपहर 12.55 बजे उतरने वाली थी। लेकिन, उड़ान फ्रैंकफर्ट से शाम 5.52 बजे रवाना हुई और आज सुबह 4.30 बजे दिल्ली में उतरी। इसपर आप के मीडिया कम्युनिकेशंस के निदेशक चंदर सुता डोगरा का कहना है कि, “मुख्यमंत्री थोड़ा अस्वस्थ थे और आज रात फ्रैंकफर्ट से घर वापस आने के लिए फ्लाइट पकड़ेंगे। लेकिन, जिस फ्लाइंट में वो बैठने वाले थे उसी के एक यात्री ने जो आरोप लगाया है वो सन्न कर देने वाला है। क्योंकि, उसका कहना है कि, फ्लाइट में जब भगवंत मान चढ़े तो उनके पैर लड़खड़ा रहे थे। उन्होंने इतनी ज्यादे शराब पी रखी थी कि वो सही से चल नहीं पा रहे थे।

एक ओर राज्य में महिलाओं की सुरक्षा में सेंध लगी हुई है दूसरी ओर राज्य के मुखिया शराब के नशे में डूबे हुए हैं। चंड़ीगढ़ यूनिवर्सिटी में 60 से भी ज्यादा छात्राओं के नहाने का वीडियो लीक हो गया है, इस मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इस बीच जब राज्य के मुखिया ही शराब के नशे में डूबे हुए हैं तो फिर राज्य के सुरक्षा का क्या होगा? लुप्तांसा की इसी फ्लाइट में एक भारतीय सह-यात्री, अपना नाम न छापने की शर्त पर आरोप लगाता है कि, मुख्यमंत्री अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पा रहे थे, क्योंकि उन्होंने अत्यधिक शराब पी ली थी। यहां तक कि उन्हें उनकी पत्नी और सुरक्षाकर्मी पकड़े हुए थे।

इस यात्री ने कहा कि, उड़ान के प्रस्थान में 4 घंटे से अधिक की देरी हुई क्योंकि मुख्यमंत्री के सामान को विमान से उतारना पड़ा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के अधिकारियों ने लुफ्थांसा फ्लाइट क्रू से मान को नहीं उतराने के लिए खूब कोशिश कि क्योंकि, उन्हें अगले ही दिन तय की गई कई महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लेना था। लाख मनाने के बाद भी फ्लाइट क्रून ने विमान सुरक्षा नियमों का हवाला देते हुए उन्हें चढ़ने से मना कर दिया।

पंजाब आप सरकार की सफाई

इसपर चंडीगढ़ में आप के प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने इसे खारिज करते हुए कहा कि, लोग इतनी सारी “बकवास बातें” कहते रहते हैं, उन्होंने जोर देकर कहा कि सीएम अगले दो या तीन दिनों में वापस आ जाएंगे।