Media Workers व उनके परिवार के सदस्यों को बड़ी राहत !

CM शिवराज ने की कोरोना के नि:शुल्क इलाज की घोषणा…

मीडियाकर्मियों व उनके परिवार के सदस्यों को बड़ी राहत !

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के प्रिंट, इलेक्ट्रानिक और डिजिटल मीडिया के सभी अधिमान्य या गैर-अधिमान्य मीडियाकर्मी और संपादकीय विभाग के कर्मचारियों तथा इनके परिवार के सदस्यों के कोरोना से प्रभावित होने पर उनका नि:शुल्क उपचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी मीडिया के साथी कोरोना महामारी के काल में जन-जागृति का धर्म निभा रहे हैं। 

मीडिया साथियों के परिवार के कोरोना इलाज की चिंता भी सरकार करेगी। मुख्यमंत्री जी ने निवास पर जारी वीडियो वाइट में यह बात कही। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस विकट संकट में हमारे मीडिया के साथी दिन और रात अपने कर्तव्य का निर्वहन पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ कर रहे हैं। जनता तक जानकारियाँ पहुँचाने के अपने धर्म का निर्वहन करते-करते कई मीडियाकर्मी संक्रमित भी हुए हैं, कुछ का दु:खद स्वर्गवास भी हो गया है।

ऐसे में यह आवश्यक है कि जो कोरोना संक्रमित हैं, उनके इलाज की उचित व्यवस्था हो। यदि कोई मीडियाकर्मी या उसके परिवार का सदस्य कोरोना संक्रमित होता है तो उसे उसके हाल पर नहीं छोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस योजना में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के संपादकीय विभाग में कार्य कर रहे सभी पत्रकार, डेस्क में पदस्थ पत्रकार साथी, कैमरामेन, फोटोग्राफर सभी को कव्हर किया जाएगा।

साथ ही मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि जिन कोरोना मरीजों को ठीक होने के बाद पोस्ट कोविड केयर की आवश्यकता है, उनका देखभाल कोविड केयर सेंटर में की जाए। इन सेंटर्स पर डॉक्टर की सलाह अनुसार ऐसे व्यक्तियों को आवश्यक उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ब्लेक फंगस के बढ़ते मामलों को देखते हुए आवश्यक व्यवस्थाएँ स्थापित की जा रही हैं। 

इस बीमारी के लिए उपयोगी दवा की कालाबाजारी और जमाखोरी को रोकने के लिए जिला प्रशासन सतर्क रहे। मुख्यमंत्री जी मंत्रि-परिषद की बैठक के उपरांत कोरोना की स्थिति पर चर्चा कर रहे थे। मंत्रि-परिषद की वर्चुअल बैठक वंदे मारतम के गायन के साथ शुरू हुई। मुख्यमंत्री जी निवास से बैठक में सम्मिलित हुए। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस भी उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने कोरोना की स्थिति पर प्रस्तुतीकरण दिया। बैठक में मंत्रि-परिषद के सदस्य और अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल हुए।

रविवार को ग्वालियर आएंगे CM शिवराज

पहले शनिवार दोपहर 12 बजे आने का था कार्यक्रम…

रविवार को ग्वालियर आएंगे CM शिवराज

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अब रविवार को ग्वालियर आएंगे। पहले CM का शनिवार को आने का कार्यक्रम था। किन्हीं कारणों के चलते उनका कार्यक्रम एक दिन आगे बढ़ गया है। यहां उन्हें कोरोना आपदा की स्थिति की समीक्षा करनी है। साथ ही यहां वह पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी बात करेंगे। यहीं कलेक्टोरेट के सभागार से वह संभाग स्तर पर कोरोना आपदा के संबंध में बैठक भी लेंगे। CM के आने से पहले शनिवार को सुरक्षा के सभी इंतजामों को आखिरी टच दिया जाना है। शनिवार सुबह 11 बजे एयरपोर्ट से लेकर कलेक्टोरेट तक CM के रूट पर रिहर्सल की जाएगी। कोरोना के वर्तमान हालात की समीक्षा के लिए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को शनिवार को ग्वालियर आना था। 

सभी तैयारियां भी हो गई थीं, लेकिन अचानक शुक्रवार शाम उनके कार्यक्रम में बदलाव हुआ है। अब वह शनिवार की जगह रविवार को ग्वालियर आएंगे। यहां कलेकटोरेट में वह 12 से 3 बजे के बीच कोरोना के वर्तमान हालातों की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही संभागीय स्तर पर भी वह कोरोना के हालातों की समीक्षा बैठक के माध्यम से लेंगे। CM के आने से पूर्व शुक्रवार को कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा की तैयारियों पर IG अविनाश शर्मा, प्रभारी पुलिस अधीक्षक ASP हितिका वासल ने अफसरों की बैठक ली। इसके साथ ही शनिवार को एयरपोर्ट से लेकर कलेक्टोरेट तक रिहर्सल की जाएगी। जैसे CM का काफिला निकलता है वाहन वैसे ही निकाले जाएंगे।

कोरोना काल में अचानक CM के ग्वालियर आने के पीछे क्या कारण है यह चर्चा भी राजनीतिक गलियारों में काफी हो रही है। ऐसा पता लगा है कि पिछले एक महीने में कोरोना की बिगड़ती स्थिति को लेकर भाजपा के पुराने नेता, कार्यकर्ता और सिंधिया समर्थक भाजपा नेताओं के बीच जो टकराव हुआ है उसे भी समाप्त करना है। जैसे भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा का रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह के बंगले के बाहर प्रदर्शन करना। पूर्व साडा अध्यक्ष जयसिंह कुशवाह का पत्र लिखकर नाराजगी जताना आदि शामिल है।

शुक्रवार को ग्वालियर में मिले 376 नए संक्रमित

प्रदेश में अब संक्रमण की स्थिति में हो रहा सुधार…

शुक्रवार को ग्वालियर में मिले 376 नए संक्रमित

ग्वालियर। शहर में कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार हो रहा है। हर दिन के साथ संक्रमण की दर घटती जा रही है और रिकवरी रेट बढ़ती जा रही है। पर शहर के विपरीत गांव-देहात में हालात खराब होते जा रहे हैं। गांव में हो रहीं शादियां सुपर स्प्रेडर साबित हो रही हैं। यही कारण है कि ग्वालियर में शुक्रवार को 376 नए संक्रमित मिले हैं, जबकि 20 संक्रमित की मौत हुई है। ग्वालियर के आधा दर्जन गांव हॉट स्पॉट बने हुए हैं। यहां रास्ते सील कर दिए गए हैं। यही कारण है कि शुक्रवार को कलेक्टर ग्वालियर ने सभी पंचायत भवनों को आइसोलेशन सेंटर बनाने के निर्देश दिए हैं।

प्रदेश में अब धीरे-धीरे ही सही कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार आने लगा है। कई ऐसे शहर हैं जहां रिकवरी रेट और पॉजिटिविटी रेट में काफी सुधार हुआ है। यही कारण है कि कुछ जगह अब बाजारों में कुछ राहत देने की बात भी होने लगी है। इसके चलते ग्वालियर में भी कोरोना संक्रमण में तेजी से सुधार हुआ है। 10 दिन पहले तक नए संक्रमित का आंकड़ा हर दिन 1100 से 1200 के पार जा रहा था। अब यही नए संक्रमित का आंकड़ा 400 संक्रमित के आसपास आने लगा है। शुक्रवार को भी 376 नए संक्रमित मिले हैं। साथ ही 20 संक्रमित की मौत भी हुई है, हालांकि प्रशासन ने सिर्फ 8 मौत की पुष्टि की है।

शुक्रवार को 3512 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट आई है, इनमें से 376 नए संक्रमित निकले हैं। इसके बाद कुल संक्रमित का आंकड़ा 52727 हो गया है। शनिवार के लिए 3585 सैंपल भेजे गए हैं। 14 मई तक जिले में कुल एक्टिव कंटेनमेंट जोन की संख्या 107 रह गई है। अभी तक कुल सैंपलिंग 4 लाख 87 हजार 801 के पार हो गई है। शुक्रवार को 20 संक्रमित की मौत हुई है और इनका अंतिम संस्कार जिले के लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम में कोविड गाइड लाइन से हुआ है। प्रशासन ने सिर्फ 8 मौत की पुष्टि की है। जिसके बाद कुल मौत का आंकड़ा 1043 पर पहुंच गया है। शुक्रवार को 1159 संक्रमित ठीक होकर डिस्चार्ज किए गए हैं।

गांव व देहात में लगातार कोविड संक्रमण फैल रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह यहां शादियों पर रोकथाम नहीं हो पा रही है। साथ ही लोग मास्क और सोशल डिस्टेंस को मजाक समझते हैं। ऐसे में लगातार कुछ गांव हॉट स्पॉट बन गए हैं। यही कारण है कि ग्वालियर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह सभी पंचायत भवनों को आइसोलेशन सेंटर व क्वारेंटाइन सेंटर बनाने के निर्देश जारी किए हैं। जिससे गांव में मिलने वाले संक्रमितों को यहां निगरानी में रखा जा सके।

Third Wave से निपटने की तैयारियां अभी से हुईं शुरू

दूसरी लहर में बिगड़ी स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए…

तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां अभी से हुईं शुरू

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में बिगड़ी स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए अब तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए कंपू पर निर्माणाधीन एक हजार बिस्तर के अस्पताल से शुरूआत की जा रही है। इस कैंपस में निर्माणाधीन 3 ब्लॉक में से सी ब्लॉक की बिल्डिंग को जुलाई तक तैयार किया जा रहा है, जिसमें 500 बेड की चिकित्सा सुविधा शुरू की जाएगी। इसके लिए संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना ने चिकित्सा शिक्षा आयुक्त को पत्र भेजकर स्टाफ की भर्ती एवं ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट लगाने और लिक्विड ऑक्सीजन टैंक की स्वीकृति मांगी है। अफसरों का कहना है कि तीसरी लहर से पहले 6 नए ऑक्सीजन प्लांट लग जाएंगे। अगले 10 दिन में सबसे पहले मुरार अस्पताल का प्लांट चालू होने की उम्मीद है। 

बाकी के 5 प्लांट हजीरा, डबरा अस्पताल के अलावा जेएएच में लगेंगे। अपर कलेक्टर रिंकेश वैश्य ने कहा कि जेएएच में तीन प्लांट में से एक का सिविल वर्क पूरा हो चुका है जबकि दूसरे का जारी है। अभी ऑक्सीजन की सप्लाई शहर के अस्पतालों में बोकारो, राउरकेला, भिलाई से हुई। मालनपुर में सूर्या व पिंटो पार्क क्षेत्र में शिवा कंपनी भी सिलेंडर भरने का काम करते हैं। कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल रहा। कहीं बेड तो कहीं ऑक्सीजन कम होने से इलाज में दिक्कत का सामना करना पड़ा, लेकिन तैयारियां होने से तीसरी लहर में ये दिक्कतें नहीं आएंगी। कंपू स्थित पॉटरीज फैक्ट्री और परिवहन विभाग की 7.75 हेक्टेयर जमीन पर 3 ब्लॉक में यह अस्पताल बनाया जा रहा है। हर ब्लॉक 7 मंजिला बिल्डिंग का रहेगा और तीनों ब्लॉक में 1106 बेड की सुविधा होगी। 

कोरोना संक्रमितों के इलाज में रेमडेसिविर इंजेक्शन वितरण की कमान बेशक प्रशासन ने अपने हाथ में ले रखी हो, लेकिन लोगों को राहत नहीं मिल पा रही। जिला प्रशासन द्वारा सीधे अस्पतालों को डिमांड नोट के आधार पर इंजेक्शन दिए जा रहे हैं, उसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन मरीजों के परिजनों पर इंजेक्शन लाने के लिए दबाव बना रहे हैं। ड्रग इंस्पेक्टर दिलीप अग्रवाल के पास यह रिकॉर्ड मेंटेन नहीं है कि किस निजी अस्पताल को कितने इंजेक्शन दिए गए। अब तक लगभग 11058 इंजेक्शन मिल चुके हैं जिनमें 6000 निजी अस्पतालों को दिए गए हैं।

यहां लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट -

  • हजीरा में 1.07 करोड़ से प्लांट बनेगा। प्रति मिनट 200 लीटर ऑक्सीजन तैयार होगी। डबरा में प्लांट के लिए वर्क ऑर्डर जारी हो चुका है। क्षमता 200 लीटर प्रति मिनट रहेगी।
  • मुरार में सिविल वर्क का काम पूरा हो चुका है। यहां प्रति मिनिट 200 लीटर गैस बनेगी।
  • सन फार्मा जेएएच में प्लांट लगा रहा है। यहां प्रति मिनट 307 लीटर ऑक्सीजन तैयार होगी।
  • यूआरएल मुंबई का प्लांट ट्रॉमा सेंटर के पास बनेगा।

कंपू पर निर्माणाधीन एक हजार बिस्तर के अस्पताल का सी ब्लॉक जल्द ही पूरी तरह तैयार होने वाला है। इहैं। कोरोना की तीसरी लहर से पहले इसे तैयार करा दिया जाएगा। - प्रद्युम्न सिंह तोमर, ऊर्जा मंत्री

हम अस्पताल प्रबंधन से डिमांड लेकर उन्हें इंजेक्शन रहे हैं। अब डिमांड एवं उपलब्धता को लेकर परेशानी नहीं है। अगले कुछ दिन में व्यवस्थाएं सामान्य हो जाएंगी। मैंने अस्पतालों के प्रबंधन से चर्चा कर मरीजों के परिजन को परेशान करने से मना किया है। - कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर

मेरे पास निजी अस्पतालों के लिए अब तक लगभग 6000 इंजेक्शन आए हैं जिनका वितरण डिमांड के अनुसार हो चुका है, लेकिन उन सभी का रिकॉर्ड मेरे पास इकजाई नहीं है। रिकॉर्ड का मिलान करने के बाद ही टोटल आवंटन बता सकूंगा। - दिलीप अग्रवाल, ड्रग इंस्पेक्टर

Stone Mafia ने वन विभाग के अमले को घेरकर किया पथराव

दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, वनकर्मी का सिर फोड़ा…

पत्थर माफिया ने वन विभाग के अमले को घेरकर किया पथराव

ग्वालियर में माफिया राज हावी है। लाख कोशिशों के बाद भी माफिया बाज नहीं आ रहे हैं। गुरुवार को जंगल में पत्थर के अवैध उत्खनन को रोकने पहुंची वन विभाग की टीम पर माफिया ने हमला कर दिया। वन विभाग के अफसरों को जंगल में दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया गया। एक वनकर्मी की वर्दी फाड़ दी। टीम को घेरकर पथराव किया गया। पत्थर लगने से दो लोग घायल भी हुए हैं। घटना तिघरा के जंगल में महेशपुरा के पास हुई है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घायल वनकर्मियों को उपचार के लिए भेजने के बाद पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। तिघरा में नीलपुरा वन चौकी प्रभारी सत्यप्रकाश पुत्र बीएस गौड़ को गुरुवार को अवैध उत्खनन की सूचना मिली थी। इस पर वह पर तिघरा के जंगल में सांकरे बाबा मंदिर के पास महेशपुरा इलाके में पहुंचे। उनके साथ में वनकर्मी नीलेश पचौरी, नंदन दुबे, सोबरन सिंह पटेल और रिंकू यादव भी थे। 

यहां पर काफी मात्रा में माफिया पत्थर का अवैध उत्खनन कर रहे थे। यहां से पत्थर निकाल रहे माफिया की पहचान बलराम बघेल, गोटा सिंह, शिवचरण, राधे यादव और अरविन्द यादव के रूप में हुई। वन विभाग के अमले ने माफिया को चारों तरफ से घेर लिया। साथ ही माफिया को सरेंडर करने के लिए कहा, इस पर माफिया ने वन टीम पर अचानक हमला बोल दिया। जंगल में छुपे एक दर्जन से अधिक युवक पत्थरों से लैस होकर पहुंचे और वन अमले पर पथराव शुरू कर दिया। खुद को घिरा पाकर वन अमले में भगदड़ मच गई। इसके बाद तो वनकर्मियों को जंगल में दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। हमलावरों ने पथराव के बाद भाग रहे वनकर्मी नीलेश पचौरी को घेर लिया और वर्दी फाड़ दी। नीलेश को जमीन पर पटककर लाठियों से पीटा। 

पथराव में वन पाल हरिवल्लभ चतुर्वेदी तथा एक अन्य के सिर में पत्थर लगा, जिससे वह घायल हो गए। माफिया के हमले से बचने वनकर्मियों ने जंगल में छुपकर जान बचाई, साथ ही पुलिस को सूचना दी। मामले का पता चलते ही तिघरा थाना प्रभारी अवधेश सिंह कुशवाह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तो पत्थर माफिया स्पॉट से भाग चुके थे। पुलिस ने घायल वनकर्मियों को उपचार के लिए भेजकर पुलिस ने आरोपियों बलराम बघेल, गोटा सिंह, शिवचरण, राधे यादव और अरविन्द यादव के खिलाफ बलवा, मारपीट व शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कर लिया है। वन अमला या पुलिस पर यह माफिया का पहला हमला नहीं है। शिवराज में माफियाराज हावी है। लगातार माफिया पुलिस, जिला प्रशासन व वन अमले पर हमले करता रहा है। अभी कुछ ताजा मामले इस प्रकार हैं।

  • 6 फरवरी को पुरानी छावनी जलालपुर अंडर रेलवेब्रिज पर रेत माफिया ने कार्रवाई के बौखलाकर गोलियां चलाईं। पुरानी छावनी TI सुधीर सिंह कुशवाह पर ट्रैक्टर चढ़ाकर कुचलने का प्रयास किया। इसमें वह घायल हुए थे।
  • बीते 2 महीने में तिघरा के महेशपुरा के पास वन टीम पर यह तीसरा हमला है। हर बार माफिया हमला कर बच निकलते हैं।
  • पनिहार के छोड़ा गांव के बीच पत्थर का अवैध उत्खनन कर रहे माफिया ने पिछले ही महीने वन विभाग पर हमला किया था। बाद में पुलिस ने पहुंचकर एक ट्रॉली पत्थर जब्त किया था।

Lockdown के दौरान मुरैना में एकबार फिर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग

निगम के हेल्थ ऑफिसर के घर पर किया हमला…

लॉकडाउन के दौरान मुरैना में एकबार फिर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग

मुरैना। कोरोना संक्रमण की वजह से मुरैना में लॉकडाउन है। इसके बावजूद गुंडों के हौसले बुलंद हैं। पाबंदियों के बावजूद पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। ताजा मामला शुक्रवार का है। यहां के स्टेशन रोड नेकसिया वाली गली उत्तमपुरा क्षेत्र में रंजिश के चलते वाल्मीकि समाज के कुछ लोगों ने नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी जगदीश टैगोर पर हमला कर दिया। गुंडों ने दिनदहाड़े जगदीश के घर पर पत्थर फेंके। यही नहीं, जमकर कट्टे और बंदूकों से फायरिंग भी की। पुलिस ने मामले में चार लोगों को पकड़ा है। आधे घंटे तक इलाके में दहशत फैली रही। मोहल्ले में किसी ने इसका वीडियो बना लिया। बता दें कि पांच दिनों पहले गुर्जर समाज के करीब दो दर्जन लोगों ने बाइक पर सवार होकर बाजार में फायरिंग कर दहशत फैलाई थी। इसमें एक महिला घायल हुई थी। 

लाॅकडाउन की वजह से उत्तमपुरा में सुबह लोग घरों में ही थे। दोपहर करीब 2 बजे 15 से 20 हमलावर नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी जगदीश टैगोर के दरवाजे पर पहुंच गए। हमलावरों ने परिवार के लोगों को गालियां देना शुरू कर दिया। उन्होंने दरवाजों पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिए। इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। सभी के हाथों में कट्टे व हथियार थे। करीब आधा घंटे तक हमलावरों ने जमकर फायरिंग की। इस हमले का किसी ने वीडियो बना लिया। बाद में वह वीडियो पुलिस को सौंप दिया। फरियादी अशोक उर्फ बूटा जाटव पुत्र भगरीदास जाटव थाने में शिकायत दर्ज कराई। रिपोर्ट में बताया कि उनके बगल में रहने वाले मुन्नालाल वाल्मीकि के परिवार से पुराना विवाद चल रहा है। कल शुक्रवार को राज भंगड़ और वाल्मीकि समाज के लोगों का झगड़ा हुआ था। 

इसकी रिपोर्ट समाज के लोगों ने राज भंगड़ के खिलाफ की थी। उसी बात को लेकर शुक्रवार दोपहर 2 बजे धीरू वाल्मीकि, मनोज वाल्मीक, बड़े वाल्मीक और मनीष वाल्मीक कट्टे और लाठियों से लैस होकर आए और फायरिंग की। इस घटना के घटे भर बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। पुलिस ने घटना के मुख्य 4 आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। उत्तमपुरा में लॉकडाउन के दौरान हुई फायरिंग की इस घटना से लोगों में दहशत हैं। लॉकडाउन में जहां घर से बाहर निकलने की साफ मनाही हैं। वहां सरेआम गोलीबारी की जा रही है। इस गोलीबारी के बाद से लोगों का पुलिस प्रशासन पर से भरोसा उठता जा रहा है।

अनियंत्रित ट्रक की चपेट में आकर 3 जिंदगियां हुई स्वाहा

रफ्तार और लापरवाही का कहर…

अनियंत्रित ट्रक की चपेट में आकर तीन जिंदगियां हुई स्वाहा

शिवपुरी के अमोला थाना क्षेत्र के सिरसौद चौराहे पर शुक्रवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया। यहां एक ट्रक अनियंत्रित होकर बाइक सवार तीन लोगों को रौंदते हुए पलट गया। इसके बाद पेट्रोल का टैंक फटने से ट्रक में आग लग गई। हादसे में किशोरी, महिला और एक पुरुष जिंदा जल गए। वहीं, 4 साल का बच्चा दूर जाकर गिर गया, जिससे वह बच गया। तीनों की पहचान नहीं हो पाई है। 

पुलिस के अनुसार दोपहर करीब 3:30 ट्रक क्रमांक यूपी 16 ईटी 1771 शिवपुरी से झांसी की ओर जा रहा था। उसके आगे एक बाइक पर एक 17 वर्षीय लड़की, महिला, एक पुरुष और चार साल का बच्चा बैठे थे। बाइक सवार ने सिरसौद चौराहे पर क्रॉस करने के लिए बाइक रोकी। इसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार ओमनी वैन आई। वह संभल कर आगे निकल गई।

इसके पीछे ही ट्रक चालक तेज रफ्तार में आया। ट्रक चालक ने ब्रेक लगाने की कोशिश की, तभी ट्रक अनियंत्रित हो गया और बाइक सवारों को रौंदते हुए पलट गया। इसमें तीनों दब गए और बच्चा छिटक कर दूर जा गिरा। ट्रक गिरने से बाइक का पेट्रोल टैंक फट गया। हादसे के कुछ देर बाद ट्रक में आग लग गई। ट्रक में प्लास्टिक का सामान भरा था, इसलिए तुरंत आग पकड़ ली। 

हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर और क्लीनर मौके से फरार हो गए। सूचना के बाद अमोला थाना प्रभारी राघवेन्द्र यादव मौके पर पहुंचे। वहां पास ही स्थित कुएं में मोटर चालू कर आग को बुझाने का प्रयास किया। हादसे में तीनों का चेहरा बुरी तरह झुलस गया, जिसे तीनों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। बाइक भी बिना नंबर की है। अब चेसिस नंबर के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।