दूसरी लहर में बिगड़ी स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए…
तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां अभी से हुईं शुरू
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में बिगड़ी स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए अब तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए कंपू पर निर्माणाधीन एक हजार बिस्तर के अस्पताल से शुरूआत की जा रही है। इस कैंपस में निर्माणाधीन 3 ब्लॉक में से सी ब्लॉक की बिल्डिंग को जुलाई तक तैयार किया जा रहा है, जिसमें 500 बेड की चिकित्सा सुविधा शुरू की जाएगी। इसके लिए संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना ने चिकित्सा शिक्षा आयुक्त को पत्र भेजकर स्टाफ की भर्ती एवं ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट लगाने और लिक्विड ऑक्सीजन टैंक की स्वीकृति मांगी है। अफसरों का कहना है कि तीसरी लहर से पहले 6 नए ऑक्सीजन प्लांट लग जाएंगे। अगले 10 दिन में सबसे पहले मुरार अस्पताल का प्लांट चालू होने की उम्मीद है।
बाकी के 5 प्लांट हजीरा, डबरा अस्पताल के अलावा जेएएच में लगेंगे। अपर कलेक्टर रिंकेश वैश्य ने कहा कि जेएएच में तीन प्लांट में से एक का सिविल वर्क पूरा हो चुका है जबकि दूसरे का जारी है। अभी ऑक्सीजन की सप्लाई शहर के अस्पतालों में बोकारो, राउरकेला, भिलाई से हुई। मालनपुर में सूर्या व पिंटो पार्क क्षेत्र में शिवा कंपनी भी सिलेंडर भरने का काम करते हैं। कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल रहा। कहीं बेड तो कहीं ऑक्सीजन कम होने से इलाज में दिक्कत का सामना करना पड़ा, लेकिन तैयारियां होने से तीसरी लहर में ये दिक्कतें नहीं आएंगी। कंपू स्थित पॉटरीज फैक्ट्री और परिवहन विभाग की 7.75 हेक्टेयर जमीन पर 3 ब्लॉक में यह अस्पताल बनाया जा रहा है। हर ब्लॉक 7 मंजिला बिल्डिंग का रहेगा और तीनों ब्लॉक में 1106 बेड की सुविधा होगी।
कोरोना संक्रमितों के इलाज में रेमडेसिविर इंजेक्शन वितरण की कमान बेशक प्रशासन ने अपने हाथ में ले रखी हो, लेकिन लोगों को राहत नहीं मिल पा रही। जिला प्रशासन द्वारा सीधे अस्पतालों को डिमांड नोट के आधार पर इंजेक्शन दिए जा रहे हैं, उसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन मरीजों के परिजनों पर इंजेक्शन लाने के लिए दबाव बना रहे हैं। ड्रग इंस्पेक्टर दिलीप अग्रवाल के पास यह रिकॉर्ड मेंटेन नहीं है कि किस निजी अस्पताल को कितने इंजेक्शन दिए गए। अब तक लगभग 11058 इंजेक्शन मिल चुके हैं जिनमें 6000 निजी अस्पतालों को दिए गए हैं।
यहां लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट -
- हजीरा में 1.07 करोड़ से प्लांट बनेगा। प्रति मिनट 200 लीटर ऑक्सीजन तैयार होगी। डबरा में प्लांट के लिए वर्क ऑर्डर जारी हो चुका है। क्षमता 200 लीटर प्रति मिनट रहेगी।
- मुरार में सिविल वर्क का काम पूरा हो चुका है। यहां प्रति मिनिट 200 लीटर गैस बनेगी।
- सन फार्मा जेएएच में प्लांट लगा रहा है। यहां प्रति मिनट 307 लीटर ऑक्सीजन तैयार होगी।
- यूआरएल मुंबई का प्लांट ट्रॉमा सेंटर के पास बनेगा।
कंपू पर निर्माणाधीन एक हजार बिस्तर के अस्पताल का सी ब्लॉक जल्द ही पूरी तरह तैयार होने वाला है। इहैं। कोरोना की तीसरी लहर से पहले इसे तैयार करा दिया जाएगा। - प्रद्युम्न सिंह तोमर, ऊर्जा मंत्री
हम अस्पताल प्रबंधन से डिमांड लेकर उन्हें इंजेक्शन रहे हैं। अब डिमांड एवं उपलब्धता को लेकर परेशानी नहीं है। अगले कुछ दिन में व्यवस्थाएं सामान्य हो जाएंगी। मैंने अस्पतालों के प्रबंधन से चर्चा कर मरीजों के परिजन को परेशान करने से मना किया है। - कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर
मेरे पास निजी अस्पतालों के लिए अब तक लगभग 6000 इंजेक्शन आए हैं जिनका वितरण डिमांड के अनुसार हो चुका है, लेकिन उन सभी का रिकॉर्ड मेरे पास इकजाई नहीं है। रिकॉर्ड का मिलान करने के बाद ही टोटल आवंटन बता सकूंगा। - दिलीप अग्रवाल, ड्रग इंस्पेक्टर
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