250 रुपये में मिलेगी कोरोना वैक्सीन की एक खुराक

केंद्र सरकार ने तय की कीमत…

250 रुपये में मिलेगी कोरोना वैक्सीन की एक खुराक

नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि निजी अस्पताल कोविड-19 टीके की प्रति खुराक के लिए 250 रुपये तक का शुल्क ले सकते हैं। देश में एक मार्च से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण करने की तैयारी चल रही है। मंत्रालय ने टीकाकरण में शामिल किए जाने वाले 45 से 59 वर्ष की आयु के लोगों में 20 गंभीर बीमारियों के बारे में भी बताया। इनमें ह्रदय की बीमारी, कोरोनरी धमनी रोग, सीटी / एमआरआई-स्ट्रोक, 10 साल से अधिक समय से मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गुर्दे की बीमारी आदि शामिल हैं। कोविड-19 टीका सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दिया जायेगा जबकि निजी अस्पतालों में लोगों को इसके लिए भुगतान करना होगा। एक आधिकारिक सूत्र ने बताया, ‘‘टीके के लिए अधिकतम शुल्क 250 रुपये लिया जाएगा, जिसमें 150 रुपये टीके की कीमत और 100 रुपये सेवा शुल्क है। यह व्यवस्था अगले आदेशों तक लागू रहेगी।’’ इन सभी सूचनाओं को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से टीकाकरण पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और मिशन निदेशकों (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) के साथ बातचीत के दौरान साझा किया। 

मंत्रालय ने कहा, ‘‘आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई के तहत लगभग 10,000 निजी अस्पतालों, सीजीएचएस के तहत सूचीबद्ध 600 से अधिक अस्पतालों और राज्य सरकारों की स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत अन्य निजी अस्पताल कोविड टीकाकरण केन्द्रों (सीवीसी) के रूप में शामिल हो सकते हैं।’’ मंत्रालय ने कहा, ‘‘राज्य सरकारों के स्वास्थ्य विभागों ने पहले ही इन निजी अस्पतालों के साथ बातचीत शुरू कर दी है ताकि उन्हें सीवीसी के रूप में इस अभियान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।’’ इन सभी निजी अस्पतालों की एक सूची स्वास्थ्य मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की वेबसाइट पर अपलोड की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि ‘ऑन-साइट’ पंजीकरण कराने की सुविधा उपलब्ध होगी, ताकि योग्य लाभार्थी अपनी पसंद के टीकाकरण केंद्र पर जाकर अपना पंजीकरण कराएं और टीका लगवाएं। टीके के लाभार्थी को-विन 2.0 पोर्टल डाउनलोड कर और आरोग्य सेतु आदि मोबाइल ऐप के जरिए पहले भी अपना पंजीकरण करा सकते हैं। 

मंत्रालय ने कहा था कि लाभार्थी अपनी पसंद के कोविड-19 टीकाकरण केंद्र (सीवीसी) को चुन सकते हैं और टीका लगवाने के लिए अपना समय निर्धारित करवा सकते हैं। कोविड-19 के खिलाफ राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू हुआ था। देश में शनिवार को लगातार तीसरे दिन कोविड-19 के 16,000 से अधिक मामले आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,10,79,979 हो गयी जबकि अब तक 1,07,63,451 लोग ठीक हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना के 16,488 केस मिले जबकि 113 और लोगों की मौत से मृतकों की कुल संख्या 1,56,938 हो गयी है। आंकड़ों के मुताबिक, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,59,590 है जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 1.44 प्रतिशत है। संक्रमण से अब तक 1,07,63,451 लोग स्वस्थ हो चुके हैं जिससे ठीक होने की दर 97.14 प्रतिशत हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत है। देश में शुक्रवार को संक्रमण के 16,577 मामले और बृहस्पतिवार को 16,738 मामले आए थे।

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री ने राहुल गांधी पर कसा तंज

पप्पू मछली पकड़ रहा है...

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री ने राहुल गांधी पर कसा तंज

नई दिल्ली। अपने गृह क्षेत्र दतिया पहुंचे मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी पर जोरदार तंज कसा है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आप अंतर देखो मोदी जी तमिलनाडु में प्रचार कर रहे हैं, अमित शाह जी पश्चिम बंगाल में हैं, नड्डा जी असम में हैं, राजनाथ जी केरल में हैं और पप्पू मछली पकड़ रहा है, फिर कहेंगे EVM खराब है। 

दतिया में एक कार्यक्रम के दौरान मीडियाकर्मियों ने नरोत्तम मिश्रा से 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर पूछे गए एक सवाल में ऐसी प्रतिक्रिया दी। मिश्रा ने कहा कि विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी की तैयारियों का फर्क दोनों पार्टियों के नेताओं को देखकर समझा जा सकता है। इसी दौरान नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बिना नाम लिए पप्पू कह कर संबोधित किया। मिश्रा ने कहा कि बीजेपी के सभी बड़े नेता चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं।

बता दें कि, नरोत्तम मिश्रा का इशारा राहुल गांधी की ओर था जो 2 दिन पहले ही मछुआरों के साथ समुद्र में मछली पकड़ते नजर आए थे। राहुल केरल में मछुआरों के साथ समुद्र में गए थे। उनका असली मकसद मछुआरों के जीवन को करीब से जानने के लिए उनके साथ समय बिताना था। राहुल उनके साथ नाव पर समुद्र में थे जब एक मछुआरे ने मछली पकड़ने के लिए समुद्र में छलांग लगा दी, उसके ठीक पीछे राहुल गांधी भी समुद्र में कूद गए थे। उनका यह वीडियो खूब वायरल हुआ था।

इंसान की हत्या आरोप में मुर्गा हुआ गिरफ़्तार !

अब कोर्ट में होगी पेशी, जानिए पूरा मामला…

इंसान की हत्या आरोप में मुर्गा हुआ गिरफ़्तार !

हैदराबाद।  तेलंगाना से  एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है , जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे | दरअसल यहां एक शख्स की मौत के मामले में पुलिस ने एक मुर्गे को कस्टडी में रखा हुआ है। मामला तेलंगाना के जगतियाल जिले का हैं , जहां मुर्गों के बीच एक लड़ाई का खेल चल रहा  था और इसी दौरान एक मुर्गे ने 45 साल के अपने मालिक सतीश पर हमला कर दिया, हमला इतना खतरनाक था कि सतीश को अपनी जान से तक हाथ धोना पड़ा। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया और पुलिस मुर्गे को ‘अरेस्ट’ कर थाने ले आई। अब इसे पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। 

दरअसल, अवैध कॉक फाइट (मुर्गों के बीच की लड़ाई) में खेल के  दौरान मुर्गे के पैर से बंधा एक चाकू गलती से 45 वर्षीय थानुगुल्ला सतीश की कमर के नीचे लगने से वहां कट लग गया। बताया जा रहा है कि सतीश अवैध कॉक फाइट के लिए मुर्गा लेकर आया था, मगर इस घटना ने उसकी जीवनलीला ही समाप्त कर दी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुर्गे की लड़ाई के दौरान ही मुर्गे के पैर में बंधे चाकू से सतीश घायल हो गया। इसके बाद सतीश के शरीर से काफी खून बहने लगा। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। चूंकि इस राज्य में कॉक फाइट बैन है, इसलिए लोगों के एक समूह ने चोरी-छिपे गांव में येलम्मा मंदिर के पास मुर्गे की लड़ाई का आयोजन किया था।

घटना के बाद पुलिस मुर्गे को गोलापल्ला थाने में ले आई और उसे कस्टडी में रखा। थाने में मुर्गे की देखभाल पुलिसकर्मी कर रहे हैं। पुलिस की मानें तो मुर्गे को ना तो हिरासत में लिया गया और ना ही अरेस्ट किया गया है। फिलहाल मुर्गे की सुरक्षा पुलिसकर्मी कर रहे हैं। पुलिस ने मुर्गे के खाने पीने का प्रबंध भी किया है। मुर्गे को कोर्ट के सामने भी पेश किया जाएगा जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फ़िलहाल इलाके में इस मुर्गे के कारनामे के चर्चे लोगों की जुबान पर है |  

दिल्ली टीम ने महाराष्ट्र को हराकर किया ट्रॉफी पर कब्जा

तीन राज्यों की त्रिकोणीय व्हीलचेयर क्रिकेट श्रंखला में...

दिल्ली टीम ने महाराष्ट्र को हराकर किया ट्रॉफी पर कब्जा

मध्य प्रदेश व्हीलचेयर क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया के तत्वाधान में तीन राज्यों की लेदर बॉल नेशनल व्हीलचेयर क्रिकेट। दो दिवसीय प्रतियोगिता के दूसरे दिन कड़े मुकाले के बाद दिल्ली ने महाराष्ट्र को 17 रन से पराजित कर ट्रॉफी पर कब्ज़ा किया ।  मध्यप्रदेश, महाराष्ट्रा व दिल्ली के दिव्यांग खिलाड़ियों की हौंसला अफजाई की गई। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकेंद्र सिंह राजपूत एवं ओपी दीक्षित कार्यक्रम के विशेष अतिथि शगुन वैश्य अनीता उड़िया, नरेश किरार ,अंजू भदोरिया मौजूद थी। कार्यक्रम का संचालन एवं कमेंट्री मनोज पांडे द्वारा किया गया एवं अतिथियों के स्वागत की बेला में डॉक्टर मयंक श्रीवास्तव, बृजेश शुक्ला, गजेंद्र तिवारी, हरीष जयशवाल, नीलम अग्रवाल, मनीष किरार, आदि ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। 

इस अबसर पर दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया सी ई ओ गजल खान कार्यक्रम में मौजूद थी। उल्लेखनीय है कि श्रंखला का उद्देश्य दिव्यांग जन को समाज तथा राष्ट्र का अविभाज्य अंग बनाना तथा खेलों के माध्यम से उनके पुनर्वास एवं स्वाबलंबन के लिए प्रयास करना था। 

मध्य प्रदेश व्हीलचेयर क्रिकेट एसोसिएशन ग्वालियर के प्रबुद्ध समाज के सहयोग से इस स्वप्न को साकार करने में सफल रहे। पत्रकार बंधुओं ने इस दो दिवसीय आयोजन में प्रचार प्रसार में उल्लेखनीय भूमिका का निर्वहन किया। हमारी एसोसिएशन उनके प्रति भी कृतज्ञता ज्ञापित करती है।

संत रविदास जी के बताए मार्ग पर चलकर जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएँ : सिंधिया

संत रविदास जयंती के उपलक्ष्य में हुआ आयोजन…

संत रविदास जी के बताए मार्ग पर चलकर जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएँ : सिंधिया

ग्वालियर। कोई भी व्यक्ति जन्म से नहीं कर्म से महान बनता है। संत रविदास जी ऐसी ही महान आत्माओं में से एक थे। हमें संत रविदास जी की पूजा ही नहीं उनके बताए मार्ग पर चलकर अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के प्रयास करने चाहिए। इस आशय के विचार पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अजाक्स द्वारा संत सिरोमणि गुरू रविदास जी की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में व्यक्त किए। 

समारोह की अध्यक्षता सांसद  विवेक नारायण शेजवलकर ने की। इस अवसर पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। इस अवसर पर अजाक्स कार्यालय परिसर में संत शिरोमणि रविदास जी की प्रतिमा का अनावरण भी किया गया। 

शनिवार को यहाँ ठाठीपुर स्थित अजाक्स कार्यालय परिसर में आयोजित हुए कार्यक्रम में अतिथियों ने समाज के संतजन एवं समाज सेवियों को शॉल-श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया। राज्यसभा सांसद श्री सिंधिया ने कहा कि 600 वर्ष से अधिक समय व्यतीत हो जाने के बाबजूद संत रविदास जी के सिद्धांत एवं विचार आज भी प्रासंगिक हैं। वे केवल महान संत ही नहीं अपितु दर्शनशास्त्री एवं कवि भी थे। 

इतने सारे गुणों का समावेश होने से वे महान संत कहलाए और समाज को सही रास्ता दिखाया। श्री सिंधिया ने कहा कि संत रविदास ने संदेश दिया कि भगवान उसी के हृदय में निवास करते हैं जिसमें भेदभाव, द्वेष व लालच न हो। आत्मा शुद्ध हो। किसी के प्रति मन में नकारात्मक भाव न हों। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत को विश्व पटल पर ऊँचा उठाने के लिये दलितों एवं शोषित लोगों को राष्ट्र की मुख्यधारा में जोड़ने का काम कर रहे हैं। यही संकल्प हम सबका होना चाहिए। 

श्री सिंधिया ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के दौर में हम तभी मजबूत बनेंगे जब एक दूसरे का हाथ थामकर एक लड़ी के रूप में भारत माता की सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार है। इसलिये अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग शिक्षित होकर प्रदेश एवं देश के भविष्य के शिल्पकार बनें, यही संत रविदास जी के प्रति सच्ची श्रृद्धांजलि होगी। 

सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि भारतीय संस्कृति व मूल्यों के संरक्षण में संतों की सदैव से विशेष भूमिका रही है। इसीलिए तमाम बाहरी हमलों के बाबजूद हमारी संस्कृति की ध्वजा आज भी फहरा रही है। संत रविदास जी उसी संत परंपरा के श्रेष्ठ संतों में से एक थे। संत रविदास जी ने समाज को भक्ति के साथ-साथ आध्यात्मिक मार्ग का पाठ पढ़ाया। 

श्री शेजवलकर ने इस अवसर पर यह भी कहा कि हमारे संतों ने समाज व देश को जोड़ने के लिये जो परंपरा शुरू की उसे हम आगे बढ़ाएँ, यही संत रविदास जी के प्रति हम सबकी सच्ची श्रृद्धांजलि होगी। श्री शेजवलकर ने कहा कि हमारी कोई भी विचारधारा हो पर अपनी संस्कृति को नहीं भूलना चाहिए। बाबा साहब आम्बेडकर ने भी कभी अपनी संस्कृति से नाता नहीं तोड़ा। 

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने संत शिरोमणि रविदास जी के विचारों का स्मरण करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार अनुसूचित जाति, अनुसूचितजनजाति वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के कल्याण के लिये लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा सरकार ने इन वर्गों के उत्थान के लिये कारगर योजनायें बनाई हैं। साथ ही घर-घर पात्रता पर्ची पहुँचाकर खाद्यान्न सुरक्षा भी दी है। मंत्री श्री तोमर ने भव्य अजाक्स कार्यालय बनाने में पूर्ण सहयोग देने का भरोसा भी दिलाया।

बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें देना ही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए : श्री सारंग

जेएएच अस्पताल का किया निरीक्षण,दिए निर्देश…

बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें देना ही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए : श्री सारंग

ग्वालियर। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग ने शनिवार को गजराराजा मेडीकल कॉलेज में चिकित्सकों से चर्चा की और उसके पश्चात अस्पताल का निरीक्षण किया। मंत्री श्री सारंग ने कहा है कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें आमजनों को उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। चिकित्सक अपने दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करें। अस्पताल में आने वाले मरीज को बेहतर उपचार मिले, यह हमारी पहली प्राथमिकता है। गजराराजा मेडीकल कॉलेज के सभागार में स्वास्थ्य के क्षेत्र में मेडीकल कॉलेज द्वारा किए जा रहे कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई। 

बैठक में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना, डीन मेडीकल कॉलेज डॉ. एस एन अयंगर, अधीक्षक जेएएच डॉ. आर एस धाकड़, पूर्व अधीक्षक डॉ. अशोक मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष ग्वालियर विकास प्राधिकरण अभय चौधरी सहित मेडीकल कॉलेज के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में खाली पड़े पदों को शीघ्र भरने की कार्रवाई की जायेगी। इसके साथ ही न्यूरोसर्जरी विभाग में भी जो पद खाली हैं उनको भरने की कार्रवाई की जायेगी। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि मेडीकल कॉलेज एवं अस्पताल में स्वच्छता एवं सुरक्षा के लिये नियुक्त एजेन्सी अच्छे से कार्य न करे तो एजेन्सी के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। अस्पताल परिसर में सुरक्षा एवं सफाई से कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि ग्वालियर में कार्डियोलॉजी विभाग में बाइपास सर्जरी की सुविधा भी शीघ्र उपलब्ध कराई जायेगी। 

इसके लिये कार्डियोलॉजी सर्जन की नियुक्ति भी शीघ्र होगी। उन्होंने एक हजार बिस्तर के निर्माण की प्रगति की भी समीक्षा की। मंत्री श्री सारंग ने बैठक में बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा शीघ्र ही एक मंथन कार्यक्रम का आयोजन भी भोपाल में किया जायेगा। इस कार्यक्रम में चिकित्सा से जुड़े चिकित्सक एवं स्टाफ के साथ बैठकर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में विचार-विमर्श कर नीतिगत निर्णय लिए जायेंगे। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर का मेडीकल कॉलेज एवं गजराराजा चिकित्सालय बहुत ही पुराना और प्रतिष्ठित कॉलेज है। ग्वालियर के अस्पताल में न केवल ग्वालियर-चंबल अंचल के मरीज उपचार हेतु आते हैं बल्कि उत्तरप्रदेश और राजस्थान के भी अनेक मरीज ग्वालियर में उपचार हेतु आते हैं। ग्वालियर में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने की दिशा में जो भी आवश्यकता है उसकी पूर्ति शीघ्र की जाना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि ट्रॉमा सेंटर की क्षमता बढ़ाने का कार्य भी हमें प्राथमिकता से करना चाहिए। इसी प्रकार बायपास सर्जरी की सुविधा भी ग्वालियर वासियों को मिले, यह भी जरूरी है। बैठक में संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना ने बताया कि ग्वालियर संभाग के सभी अस्पतालों में जन सहयोग से व्यवस्थाओ को ठीक करने हेतु अस्पताल नं. 1 अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में स्वयंसेवी संस्थाओं को जोड़कर सप्ताह में एक दिन जन सहयोग से अस्पताल में कार्य किया जा रहा है। इस अभियान के सार्थक परिणाम सामने आए हैं। अनेक स्वयंसेवी संस्थाओं ने आगे बढ़कर अस्पताल में जन सहयोग से कार्य किया है। यह अभियान संभाग के सभी जिलों में चलाया जा रहा है। डीन मेडीकल कॉलेज डॉ. एस एन अयंगर एवं अधीक्षक डॉ. आर एस धाकड़ ने ग्वालियर में मेडीकल कॉलेज एवं अस्पताल में किए जा रहे नए-नए कार्यों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। 

सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल एवं एक हजार बिस्तर के अस्पताल के निर्माण के साथ-साथ अन्य प्रोजेक्टों के बारे मं। भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अस्पताल में फरवरी माह में ही 73 हजार ओपीडी को अटेण्ड किया गया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने गजराराजा चिकित्सालय के कार्डियोलॉजी यूनिट, सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि अस्पताल में आने वाले मरीज को त्वरित उपचार मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। कार्डियोलॉजी विभाग में मरीजों को बिना बिस्तर के पाए जाने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और वार्ड के खुले स्थान पर तत्काल पलंग लगाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि जब तक वार्ड की व्यवस्था नहीं है तब तक खुले स्थल पर ही वार्ड जैसी व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाएँ। 

मंत्री श्री सारंग ने निरीक्षण के दौरान मरीजों से भी चर्चा की। मरीजों से चर्चा के दौरान उन्होंने जब मरीज के पास डॉक्टर द्वारा लिखित पर्ची देखी तो उस पर डॉक्टर का नाम एवं सील न पाए जाने पर उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जब भी मरीज को दवा लिखकर दी जाए तो उस पर चिकित्सक का नाम एवं उसकी सील अवश्य होना चाहिए। अस्पताल में साफ-सफाई व्यवस्था पर भी उन्होंने और गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने चिकित्सकों को यह भी निर्देशित किया है कि अस्पताल में आने वाले गंभीर मरीजों को तत्काल स्ट्रेचर एवं व्हील चेयर उपलब्ध होना चाहिए। इसके लिये मैदानी स्तर के अमले को तैनात किया जाए। कोई भी मरीज बिना स्ट्रेचर या व्हील चेयर के वार्ड में न पहुँचे यह सुनिश्चित किया जाए।

किसान आत्मनिर्भर होंगे तो देश आत्मनिर्भर होगा : राज्यमंत्री

जिले के 23000 किसानों के खाते में पहुँचे 4 करोड़…

किसान आत्मनिर्भर होंगे तो देश आत्मनिर्भर होगा : राज्यमंत्री

ग्वालियर। किसान आत्मनिर्भर होंगे तो अपना प्रदेश एवं देश भी आत्मनिर्भर बनेगा। इसी रोड़मैप पर चलकर मध्यप्रदेश सरकार किसानों के कल्याण में जुटी है। यह बात प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह ने मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत आयोजित हुए जिला स्तरीय कार्यक्रम में मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष मनीषा यादव ने की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में दमोह जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। 

जिसमें मुख्यमंत्री ने एक क्लिक के जरिए प्रदेश के 20 लाख किसानों के खाते में 400 करोड़ रूपए की धनराशि अंतरित की। जिसमें ग्वालियर जिले के 23 हजार किसानो के खाते में पहुँची लगभग 4 करोड़ रूपए की धनराशि शामिल है। दमोह में आयोजित कार्यक्रम एवं मुख्यमंत्री के उदबोधन का सीधा प्रसारण किया गया, जिसे एलईडी स्क्रीन के जरिए ग्वालियर में किसानों ने देखा और सुना। राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री कुशवाह ने कहा कि मुख्यमंत्री पद की चौथी बार शपथ लेने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर जिले के किसानों के खातों में 96 करोड़ रूपए की राशि पहुँचाई है। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश देश में एक मात्र राज्य है जहां हर किसान के खाते में एक साल में 10 हजार रूपए की राशि पहुँचाई जा रही है। 

इसमें से 6 हजार रूपए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत तथा 4 हजार रूपए की राशि मुख्यमंत्री किसान योजना के तहत दी जा रही है। कार्यक्रम में जिला पंचायत प्रशासकीय समिति के उपाध्यक्ष शांतिशरण गौतम, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, अपर कलेक्टर टी एन सिंह व रिंकेश वैश्य तथा जिले के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी एवं उपसंचालक किसान कल्याण व कृषि विकास डॉ. आनंद बड़ोनिया सहित जिले के विभिन्न ग्रामों से आए कृषकगण मौजूद थे। जिला सतरीय कार्यक्रम के साथ-साथ जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें किसानों ने मुख्यमंत्री का ऑनलाइन उदबोधन सुना।