G.News : फिल्म बाहुबली के अभिनेता और उनके निर्माता पिता के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज

 जमीन हथियाने का मामला…

फिल्म बाहुबली के अभिनेता और उनके निर्माता पिता के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज

मुंबई। एसएस राजामौली निर्देशित फिल्म बाहुबली’ के भल्लाल देव यानी अभिनेता राणा दग्गुबाती मीडिया की लाइमलाइट से दूर रहते हैं, लेकिन अब उन्हें लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। राणा दग्गुबाती का नाम कानूनी विवादों में आया है। अभिनेता और उनके फिल्म निर्माता पिता सुरेश बाबू पर जमीन हथियाने का मामला दर्ज हुआ है। हैदराबाद के बिजनेसमैन प्रमोद कुमार ने राणा दुग्गबाती और उनके पिता के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। 

उनका कहना है कि राणा और उनके पिता ने गुंडों की मदद से उनसे प्रॉपर्टी खाली करवा दी हैं, और दोनों ने उन्हें धमकाया है। कारोबारी ने अभिनेता और उनके पिता फिल्म निर्माता बाबू के खिलाफ आरोप लगाने के लिए हाल ही एक प्रेस मीट आयोजित की। कुमार ने कहा कि उन्होंने आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए जनवरी में नामपल्ली कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अभिनेता और निर्माता को अदालत ने 1 मई को सुनवाई के लिए तलब किया है। 

शिकायतकर्ता का कहना है कि 3 नवंबर, 2022 को, दोनों द्वारा किराए पर लिए गए 12 गुर्गों ने मुझे फिल्म नगर में मेरे मिल्कशेक आउटलेट के परिसर से जबरन बेदखल किया, जो अब राणा के स्वामित्व वाली जमीन पर है, जबकि पहले ये सुरेश के स्वामित्व में था। इसके बाद प्रमोद कुमार को सेलिब्रिटी के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। बताया जा रहा है कि अब नामपल्ली कोर्ट ने राणा दग्गुबाती और सुरेश बाबू समेत अन्य कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

G.News 24 : ग्वालियर के स्टार्टअप को 25 करोड़ की वैल्यूएशन पर मिली 75 लाख की फंडिंग

शार्क टैंक में इंडिया-2 जो युवा उद्यमियों के लिए खास मंच प्रदान कर रहा है उसमें...

ग्वालियर के स्टार्टअप को 25 करोड़ की वैल्यूएशन पर मिली 75 लाख की फंडिंग

ग्वालियर। बड़े सपने तो सभी देखते हैं लेकिन दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जिनके पास रास्ता ही नहीं होता अपने सपने पूरे करने का। डिजिटलाइजेशन की बहुत बातें होती है लेकिन भारत में 10 बच्चों में से सिर्फ 1 बच्चे के पास ही लैपटॉप है। और हर हाथ लैपटॉप पहुंचाने के लिए हमने 'प्राइम बुक' लैपटॉप बनाने का स्टार्टअप शुरू किया। जो एक एंड्राइड लैपटॉप है। क्योंकि आजकल डिजिटल स्टडी नेसेसरी हो गई है। 

हमारा लैपटॉप स्मार्टफोन से भी किफायती है। जो मेक इन इंडिया है। हम भारत के 23 करोड़ बच्चों के हाथ तक लैपटॉप पहुंचाना चाहते हैं। यह कहना है ग्वालियर जिला के डबरा के रहने वाले प्राइम बुक स्टार्टअप के सीईओ चित्रांशु महान्त का जो आईआईटी दिल्ली से 2015 बैच के पास आउट है। जिन्होने अपने मित्र अमन वर्मा, पंकज रावत और उमंग लीखा के साथ "प्राइम बुक" स्टार्टअप की शुरुआत की। उन्हें सोमवार 16 जनवरी को सोनी टीवी पर दिखाए जाने वाले लोकप्रिय शो शार्क टैंक में 25 करोड़ वैल्यूएशन पर 75 लाख की फंडिंग मिली।

शर्क टैंक इंडिया-2 सोनी टीवी का लोकप्रिय रियलिटी शो जो युवा उद्यमियों के लिए खास मंच प्रदान कर रहा है। शो के जज युवा इंटरप्रेन्योर के अच्छे बिजनेस मॉडल, आडियाज को सुनकर उन्हें फंडिंग उपलब्ध करा रहे है। और घर-घर तक स्टार्टअप की अलख जगा कर नौकरी लेने वाले भारत को नौकरी देने वाला भारत बनाने की अलख जगा रहे हैं।

अपकमिंग फिल्म पठान में मेकर्स को करने होंगे कई बदलाव करने होंगे: सेंसर बोर्ड

मप्र के गृहमंत्री ने सेंसर बोर्ड के निर्णय को सराहनीय बताया...

अपकमिंग फिल्म पठान में मेकर्स को करने होंगे कई बदलाव करने होंगे: सेंसर बोर्ड

भोपाल। मध्ये प्रदेश के गृहमंत्री डाक्टनर नरोत्तम मिश्रा ने फ‍िल्मो पठान के मामले में सेंसर बोर्ड के निर्णय को सराहनीय बताया है। उल्लेमखनीय है कि सेंसर बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार मेकर्स को शाहरुख खान की अपकमिंग फिल्म पठान फिल्म में कई बदलाव करने होंगे।फिल्म अगले साल 25 जनवरी को रिलीज होनी है।

गृहमंत्री डाक्टठर नरोत्तदम मिश्रा ने कहा कि जब यह मामला मेरे सामने आया था तभी मैंने कहा था कि रील लाइफ रियल लाइफ पर भी असर डालती है निर्माता-निर्देशकों और कलाकारों सभी को इस बात का ध्यांन रखना चाहिये। उल्लेेखनीय है कि एक गाने में दीपिका पादुकोण के पहनावे के कारण शाहरुख खान की अपकमिंग फिल्म पठान काफी चर्चा में बनी हुई है। पठान फिल्म का पहला गाना बेशरम रंग कुछ दिनों पहले ही रिलीज हुआ था। इसके बाद बेशरम रंग गाने पर काफी विवाद और प्रतिक्रियाएं हुई हैं।

उल्लेेखनीय है कि पठान के इस गाने में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की भगवा बिकिनी पर काफी विवाद हुआ है। इतना ही नहीं फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी कुछ लोगों ने की है, जबकि कुछ लोग इसके समर्थन में बयान देते सामने आए हैं। फ‍िल्म  निर्माता सेंसर बोर्ड के सूत्रों के मुताबिक सीबीएफसी की कमेटी ने फ‍िल्मम निर्माता को फिल्म में कुछ पर‍िवर्तन करने की सलाह दी है। यह बदलाव फिल्म के गानों को लेकर भी है। ये बदलाव फ‍िल्मं रिलीज होने से पहले किए जाने चाहिये।

सूफी इस्लामिक बोर्ड ने किया 'फिल्म पठान' का विरोध

गृह मंत्री से की ये मांग...

सूफी इस्लामिक बोर्ड ने किया 'पठान' का विरोध

राजगढ़ l पठान फिल्म का विरोध बढ़ता जा रहा है. अभी तक कई हिंदू संगठन फिल्म की बैन की मांग कर रहे थे, लेकिन अब सूफी इस्लामिक बोर्ड ने भी पठान फिल्म और गाने 'बेशर्म रंग' का विरोध जताया है. सूफी इस्लामिक बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष एहतेशाम हसन सिद्दीकी ने पठान फिल्म का विरोध जताते हुए कहा कि इस्लाम मुसलमान को ऐसी इजाजत नहीं देता. जो पठान फिल्म में जो सीन दिखाए गए हैं l एहतेशाम हसन सिद्दीकी ने कहा कि सेंसर बोर्ड को पठान फिल्म से इस सीन को हटाना चाहिए. जिसमें भगवा रंग दिखाया गया.

सूफी इस्लामिक बोर्ड ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान पर भी सहमति जताई है. कहा है कि अगर फिल्म से सीन नहीं हटाया जाता तो मध्यप्रदेश में ये फ़िल्म बैन होना चाहिए l गौरतलब है कि इन दिनों भगवा कपड़े के अपमान को लेकर अपकमिंग फिल्म पठान पूरे देश में सुर्ख़ियों में है. इन दिनों पूरे देश में फिल्म पठान का विरोध हो रहा है. कहीं फिल्म के पोस्टर जलाए जा रहे हैं तो कहीं फिल्म की रिलीज को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इस विरोध में नेताओं के बयान और प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. इसी क्रम में मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का बयान सामने आया है l

फिल्म को लेकर मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो के लोकसभा सांसद वीडी शर्मा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि टुकड़े टुकड़े गैंग जो लोग भारत माता के टुकड़े करना चाहती है. ऐसे कोई भी लोग मध्यप्रदेश की धरती पर स्वीकार नहीं है. किसी धर्म संस्कृति पर प्रहार करने का क्यों शौक चढ़ा है? क्या तय कर लिया है कि किसी धर्म संस्कृति का अपमान करेंगे, लेकिन इस दिशा में किसी के प्रति द्वेष नहीं है. जिस प्रकार दृश्य फ़िल्म में प्रदर्शित किए गए उन्हें क्यों नहीं कम करते है. इस दृश्य को हटा देना चाहिए l

‘जिस थिएटर में लगे शाहरुख की फिल्म, उसे फूंक दो’ : महंत राजू दास

 अयोध्या के महंत राजू दास बोले ...

‘जिस थिएटर में लगे शाहरुख की फिल्म, उसे फूंक दो’ : महंत राजू दास


फिल्म 'पठान' का अयोध्या के महंत राजू दास ने शाहरुख खान की बहिष्कार करने की अपील करते हुए दर्शकों से कहा है कि जिस भी थिएटर में शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ का प्रदर्शन हो, उसमें आग लगा दी जाए। अयोध्या के महंत राजू दास ने आरोप लगाया है कि ‘पठान’ फिल्म में सनातन धर्म का मजाक उड़ाया गया है। महंत राजू दास ने कहा, 'बॉलीवुड और हॉलीवुड लगातार सनातन धर्म का मजाक उड़ाने वाली फिल्मों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंन्हें कहा कि हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने के नए-नए तरीके खोजे जा रहे हैं। फिल्म में दीपिका पादुकोण ने बिकनी के रंग को लेकर भी आपत्ति जताई गई है।

महंत राजू दास ने कहा कि शाहरुख लगातार सनातन धर्म का मजाक उड़ाते रहे हैं। जब महंत राजू दास से पूछा गया कि क्या फिल्म में बिकनी के तौर पर भगवा का इस्तेमाल करने और न्यूड परफॉर्म करने की जरूरत थी। तो उन्होंने साफ कहा कि यह हिंदू धर्म व देवी देवताओं को अपमानित करने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि जिस भी थिएटर में इस फिल्म का प्रदर्शन हो, उसे फूंक देना चाहिए।

25 जनवरी को रिलीज होगी फिल्म

आपको बता दें कि शाहरुख और दीपिका की यह विवादित फिल्म ‘पठान’ 25 जनवरी को रिलीज होने वाली है। इस फिल्म के एक गाने में दीपिका की ड्रेस को लेकर विवाद है। ‘पठान’ फिल्म के बेशरम रंग गाने के एक सीन में दीपिका ने भगवा रंग की बिकिनी पहनी थी। इसको लेकर हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं।

भोपाल गैस त्रासदी के भयानक मंजर को याद दिलाती है फिल्म

महंत राजू दास के अलावा हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने भी ‘पठान’ फिल्म के गाने को लेकर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि यह भगवा रंग है और पठान फिल्म में इसका अपमान किया गया है। उन्होंने कहा कि पठान में भगवा का अपमान भारत बर्दाश्त नहीं करेगा।

मध्यप्रदेश में फिल्म के प्रदर्शन पर बैन !

पूरे विवाद के बीच मध्यप्रदेश में फिल्म ‘पठान’ के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है। मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने चेतावनी दी है कि जब क दीपिका के कपड़े और फिल्म के कुछ सीन नहीं बदले जाएंगे, मध्यप्रदेश में फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे। डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि फिल्म पठान के गाने में टुकड़े-टुकड़े गैंग की समर्थक एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण का कॉस्ट्यूम बेहद आपत्तिजनक है और गाने को दूषित मानसिकता के साथ फिल्माया गया है।

चांद की यात्रा पर जाएंगे 'बालवीर'

एलन मस्क के स्पेस एक्स में...

चांद की यात्रा पर जाएंगे 'बालवीर'

अरबपति जापानी बिजनेसमैन युसाकु मायजावा के साथ चांद की यात्रा करने वाले लोगों के नाम फाइनल हो गए हैं. इस लिस्ट में भारतीय एक्टर देव जोशी का नाम भी शामिल है. उन्होंने 'बालवीर' शो में बाल वीर का किरदार निभाकर खूब सुर्खियां बटोरी हैं. इस मिशन को डियर मून नाम दिया गया है, जिसके तहत 8 लोगों चांद के आस-पास सैर कराई जाएगी. रिपोर्ट के मुताबिक, चांद की इस यात्रा के लिए एलन मस्क के स्पेस एक्स ने स्पेसशिप को तैयार किया है. 

अगले साल यानी 2023 में चुने गए लोग चांद की यात्रा के निकलेंगे और एक हफ्ते में वापस आ जाएंगे. बताया जा रहा है कि बिजनेसमैन युसाकु मायजावा ने साल 2018 में सभी 8 सीटों के लिए पेमेंट किया था. चांद की यात्रा को लेकर देव जोशी बेहद खुश है. इसके लिए अपना नाम फाइनल होने के बाद देव जोशी ने ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिए अपनी खुशी का इजहार किया. उन्होंने ट्वीट किया, 'हमेशा पॉजिटिव और पैशनेट रहें, क्योंकि चमत्कार होते हैं. वे कभी भी हो सकते है और मेरे लिए ये डियर मून के रूप में आया है.' 

देव जोशी टीवी एक्टर हैं जिनकी उम्र 22 साल है. उनका जन्म गुजरात के अहमदाबाद मे साल 2000 में हुआ था. उन्होंने एलडी आर्ट्स कॉलेज, अहमदाबाद से पॉलिटिकल साइंस की पढ़ाई की और फिर एक्टिंग की दुनिया में अपनी किस्मत आजमाने के लिए निकल पड़े. देव जोशी कई सारे विज्ञापनों और 20 से ज्यादा गुजराती फिल्मों में काम कर चुके हैं लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा पहचान बालवीर और बाल वीर रिटर्न्स से मिली है.

द कश्मीर फाइल्स का एक भी दृश्य या संवाद झूठा निकले हो तो फिल्म बनाना छोड़ दूंगा : विवेक अग्निहोत्री

देश में एक बार फिर द कश्मीर फाइल्स चर्चा में...

द कश्मीर फाइल्स का एक भी दृश्य या संवाद झूठा निकले हो तो फिल्म बनाना छोड़ दूंगा : विवेक अग्निहोत्री

मुंबई। इजराइली फिल्म मेकर नदाव लैपिड द्वारा द कश्मीर फाइल्स को प्रोपेगंडा फिल्म करार देने के बाद से देश में एक बार फिर द कश्मीर फाइल्स चर्चा में है। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर इस वर्ष 350 करोड़ का कारोबार करते हुए न सिर्फ दर्शकों को अपितु सिनेमा से जुड़े व्यक्तियों को भी हैरान कर दिया था। विवाद में घिरी इस फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने एक खुला चैलेंज दिया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर फाइल्स का एक डायलॉग या एक भी सीन झूठा निकला तो मैं फिल्में बनाना छोड़ दूंगा। दरअसल इजराइली फिल्म मेकर नदाव लैपिड ने फिल्म फेस्टिवल के दौरान इस फिल्म को वल्गर और प्रोपेगेंडा फिल्म बताया था। इसके बाद से फिल्म को लेकर विवाद शुरू हो गया है। लैपिड ने यह बयान गोवा में 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के समापन समारोह में दिया। कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म को झूठा बताने वाले लोगों पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा कि 700 लोगों के व्यक्तिगत साक्षात्कार के बाद यह फिल्म बनी है। क्या वे 700 लोग जिनके मां-बाप भाई-बहनों को सरेआम काट दिया गया गैंग रेप किया गया दो टुकड़ों में बांट दिया गया क्या वो सब लोग प्रोपेगैंडा और अश्लील बातें कर रहे थे? जो पूरी तरह से हिन्दू लैंड हुआ करता था आज वहां हिन्दू नहीं रहते हैं। उस भूमि पर आज भी चुन-चुनकर हिंदुओं को मारा जाता है। क्या यह प्रोपेगैंडा और अश्लील बात है? यासीन मलिक अपने जुल्मों को कबूलकर जेल में सड़ रहा है क्या यह प्रोपेगैंडा और अश्लील बात है? इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में कश्मीर फाइल्स पर कंट्रोवर्सी के बाद विवेक अग्निहोत्री ने यह वीडियो जारी किया। विवेक अग्निहोत्री ने कहा दोस्तो यह बार-बार सवाल उठता है कि कश्मीर फाइल्स एक प्रोपेगैंडा फिल्म है। मतलब वहां कभी हिंदुओं का जिनोसाइड हुआ ही नहीं। तो आज मैं इन बुद्धिजीवियों और अर्बन नक्सल को चैलेंज करता हूं।

इजराइल से आए महान फिल्ममेकर को भी चैलेंज करता हूं कि कश्मीर फाइल्स का एक डायलॉग एक शॉट या एक इवेंट कोई प्रूव कर दे कि ये पूरी तरह से सत्य नहीं है तो मैं फिल्में बनाना छोड़ दूंगा। अनुपम खेर ने भी एक वीडियो जारी किया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर फाइल्स का सच कुछ लोगों के गले में कांटे की तरह अटक गया है। वो न उसे निगल पा रहे है न उगल। इस सच को झूठा साबित करने के लिए उनकी आत्मा (जो मर चुकी है) बुरी तरह से छटपटा रही है। पर हमारी ये फिल्म अब एक आंदोलन है फिल्म नहीं। लैपिड ने कहा था कि  द कश्मीर फाइल्स फिल्म देखकर हम सभी डिस्टर्ब और हैरान थे। यह फिल्म हमें अश्लील और प्रोपेगेंडा बेस्ड लगी। इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के लिए ये फिल्म उचित नहीं है। मैं आप लोगों के साथ अपनी फीलिंग को खुले तौर पर इसीलिए शेयर कर सकता हूं क्योंकि इस समारोह की आत्मा ही यही है कि हम यहां आलोचनाओं को स्वीकार करते हैं और उस पर चर्चा करते हैं।

'एकता कपूर इस देश के युवाओं का दिमाग दूषित कर रही हैं' !

 सुप्रीम कोर्ट ने लगाई एकता कपूर को फटकार...

'एकता कपूर इस देश के युवाओं का दिमाग दूषित कर रही हैं' !

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को निर्माता एकता कपूर की वेब सीरीज ‘ट्रिपल एक्स’ में ‘आपत्तिजनक सीन्स’ को लेकर फटकार लगाते हुए कहा कि वह इस देश की युवा पीढ़ी के दिमाग को दूषित कर रही हैं l  शीर्ष अदालत कपूर द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उनके ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘अल्ट बालाजी’ पर प्रसारित वेब सीरीज में सैनिकों का कथित रूप से अपमान करने और उनके परिवारों की भावनाओं को आहत करने के लिए उनके खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को चुनौती दी गई है l 

न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी और न्यायमूर्ति सी टी रवि कुमार की पीठ ने कहा, ‘‘कुछ तो किया जाना चाहिए. आप इस देश की युवा पीढ़ी के दिमाग को दूषित कर रही हैं यह सभी के लिए उपलब्ध है l ओटीटी कंटेंट सभी के लिए उपलब्ध है l  आप लोगों को किस तरह का विकल्प दे रहे हैं? इसके अलावा आप युवाओं के दिमाग को प्रदूषित कर रही हैं.’’ एकता कपूर की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा कि पटना उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर की गई है, लेकिन ऐसी कोई उम्मीद नहीं है कि मामला जल्द ही सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा l  उन्होंने कहा कि शीर्ष अदालत ने पहले भी इसी तरह के मामले में कपूर को संरक्षण दिया था l 

अदालत ने पूछा कि लोगों को किस तरह का विकल्प दिया जा रहा है l पीठ ने कहा, ‘‘हर बार जब आप इस अदालत में आते हैं...हम इसकी सराहना नहीं करते l  हम इस तरह की याचिका दायर करने के लिए आप पर जुर्माना लगाएंगे l  रोहतगी कृपया इसे अपने मुवक्किल को बताएं. सिर्फ इसलिए कि आप अच्छे वकील की सेवा ले सकते हैं l  यह अदालत उनके लिए नहीं है, जिनके पास आवाज है l ’ पीठ ने कहा, ‘‘यह अदालत उनके लिए काम करती है, जिनके पास आवाज नहीं है...जिन लोगों के पास हर तरह की सुविधाएं हैं, अगर उन्हें न्याय नहीं मिल सकता है तो आम आदमी की स्थिति के बारे में सोचें. हमने आदेश देखा है और हमारी आपत्तियां हैं.’’

शीर्ष अदालत ने मामले को लंबित रखा और सुझाव दिया कि उच्च न्यायालय में सुनवाई की स्थिति के बारे में जानने के लिए एक स्थानीय वकील की सेवा ली जा सकती है l  बिहार के बेगूसराय की एक अदालत ने पूर्व सैनिक शंभू कुमार की शिकायत पर वारंट जारी किया था l कुमार ने 2020 की अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि सीरीज ‘थ्री एक्स’ (सीजन-2) में एक सैनिक की पत्नी से जुड़े कई आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए l

आज मनसा में होगा मूसेवाला का अंतिम संस्कार

देहरादून से पकड़े गए 6 संदिग्ध…

आज मनसा में होगा मूसेवाला का अंतिम संस्कार

पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला का आज मनसा में अंतिम संस्कार किया जाएगा। इससे पहले कल उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम में उनके शरीर पर गोलियों को 24 निशान मिले।  इस बीच पंजाब पुलिस और उत्तराखंड की एसटीएफ ने मूसेवाला हत्याकांड के 6 संदिग्धों को देहरादून से पकड़ा है। बता दें कि पंजाब के मानसा में बदमाशों ने सिद्धू मूसेवाला की रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी थी। उधर, मनसा अस्पताल से मूसेवाला का पार्थिव शरीर उनके घर लाया गया जहां अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में उनके समर्थक उमड़ पड़े।

मूसेवाला हत्याकांड में छह संदिग्ध को सोमवार को पंजाब पुलिस व उत्तराखंड की एसटीएफ ने देहरादून से दबोच लिया। पुलिस ने बताया कि इनमें से एक आरोपित ने हत्याकांड में प्रयुक्त असलाह और वाहन उपलब्ध कराया था। इसके बाद आरोपित अपने साथियों के साथ हेमकुंड साहिब यात्रा पर उत्तराखंड में आ गया। सोमवार को जब वह वापस लौट रहे थे, तब शिमला बाइपास पर उन्हें दबोच लिया गया। आरोपित लारेंस विश्नोई गिरोह का सदस्य है। पंजाब पुलिस एवं एसटीएफ समेत गोपनीय तंत्र ने हिरासत में लिए सभी आरोपितों से नयागांव पुलिस चौकी में एक घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद सभी को पंजाब पुलिस अपने साथ ले गई।

मोबाइल लोकेशन के आधार पर पंजाब पुलिस व एसटीएफ ऋषिकेश से देहरादून आने वाले मार्ग पर तैनात हो गई। टीम ने आइएसबीटी के पास आरोपितों की कार (पीबी-04क्यू-3936) को रोकने का प्रयास किया, लेकिन कार शिमला बाइपास से पांवटा साहिब (हिमाचल प्रदेश) जा रहे मार्ग की तरफ मुड़ गई। पुलिस उनकी कार के पीछे लग गई और कुछ दूरी पर नयागांव पुलिस चौकी की टीम को अलर्ट कर दिया गया। चौकी के बाहर पुलिस ने बेरिकेडिंग लगाकर यातायात जाम कर दिया। जैसे ही आरोपितों की कार जाम में फंसी, पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। वाहन में छह युवक थे, सभी को हिरासत में ले लिया गया।

मूसावाला की हत्या से थर्राया पंजाब

अतीत का ' उड़ता पंजाब ' वर्तमान में भी उड़ ही रहा है !

मूसावाला की हत्या से थर्राया पंजाब 

सिद्धू मूसावाला लोकनायक नहीं बल्कि लोक गायक था। उसे दिन-दहाड़े गोलियों से भून दिया गया। मूसावाला की मौत शायद आ गयी थी,उसे इसी तरह से मरना था शायद ,क्योंकि सिद्धू मूसावाला भी कोई दूध का धुला लोक गायक नहीं था। इस हत्याकांड से कम से कम एक बात तो जाहिर हो गयी है की अतीत का ' उड़ता पंजाब ' वर्तमान में भी उड़ ही रहा है। अभी पंजाब को पंजाब बनाने में काफी वक्त लगेगा। हत्या मध्यप्रदेश में हो ,जम्मू-कश्मीर में हो या पंजाब में हो लोगों को परेशान तो करती है। ये परेशानी तब और ज्यादा होती है जब किसी प्रदेश में हाल ही में सत्ता परिवर्तन हुआ हो। ऐसे हत्याकांड राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर भी उँगलियाँ उठाने की वजह बनते हैं। भ्र्ष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की कवायद करने वाले पंजाब में अपराधों को लेकर जीरो टालरेंस क्यों नहीं है ? ये सवाल पूछ जा सकता है। पूछा जा सकता है कि पंजाब को नशा माफिया और अंतर्राष्ट्रीय माफिया गिरोहों से मुक्ति कब मिलेगी। लोकगायक सिद्धू मूसावाला की हत्या की गंभीरता इस बात से कम नहीं हो सकती कि मरने वाला आपराधिक प्रवृति का था। आखिर मरने वाले को राज्य शासन ने सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराइ थी। ये बात अलग है कि सरकार ने आपरेशन ब्लू स्टार की बरसी के बहाने मूसावाला की सुरक्षा में से  कुछ जवानों को वापस ले लिया था।

मूसावाला के पास बुलेटप्रूफ कार भी थी ,लेकिन जब बुलेट चलती ही तो उसे कोई प्रतिरोध रोक नहीं सकता। मूसावाला मारा गया ,उसके मरने का दुःख सबको है लेकिन इससे जायदा डर है लोगों के मन में कि- क्या आने वाले दिनोंमें सरकार राज्य में दूसरे देशों के सक्रिय गिरोहों को नेस्तनाबूद कर पायेगी ? पंजाब कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाला राज्य है लेकिन इस राज्य की अर्थव्यवस्था में नशा बेचने वाले अंतर्राष्ट्रीय गिरोहों की सक्रियता  भी बढ़ गयी है। जाहिर है की क़ानून और व्यवस्था के मामले में करने को अभी बहुत कुछ बाकी है। पुलिस कहती है की सिद्धू मूसेवाला पंजाब के टॉप मोस्ट गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके गैंग के निशाने पर थे। वहीं, कनाडा बेस्ड गैंगस्टर गोल्डी बराड़ (लॉरेंस बिश्नोई का साथी) ने सिद्धू मूसेवाला की मौत की जिम्मेदारी ली है। बिश्नोई गैंग के विरोधी कैंप को सिद्धू मूसेवाला समर्थन कर रहे थे। पुलिस की नजर में मरने वाला   लोक नायक या लोक गायक नहीं बल्कि एक गैंगस्टर था। यानि गैंगस्टर हो तो उसे मारे जाने से कानून और व्यवस्था पर कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन फर्क पड़ता है। फर्क इसलिए पड़ता है क्योंकि पंजाब पहले से लड़ता आ रहा है। यहाँ दुनिया में काम करने वाले हर तरह के गिरोह सक्रिय हैं। 

खालिस्तान के आतंकियों का भी अभी तक वजूद बना हुआ है। कुल 28  साल के सिद्धू मूसे वाला का असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था। उनका जन्म 11 जून 1993 को पंजाब के मनसा स्थित मूसा गांव में हुआ था। वह भोला सिंह और चरण कौर के बेटे थे। सिद्धू ने लुधियाना के गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज से अपनी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई से की थी। 2019 में वह कनाडा के ब्रैम्पटन में बस गए थे। मूसवाला की तरह कनाडा में हजारों   पंजाबी जा बसे हैं और यहीं से लोग अपना कारोबार चलते हैं। पंजाब को इससे फायदा है और फायदा इतना भर है कि राज्य की अर्थव्यवस्था में बाहर से पैसा आता रहेगा। राज्य की सरकार इस कमजोरी का लाभ मजबूत हो चुके गिरोह उठा रहे हैं। पंजाब से पहले जम्मू-कश्मीर में टीवी कलाकार अमरजीत बट का कत्ल किया जा चूका है। हमने उस दिन भी अपनी आवाज बुलंद की थी। पंजाब और जम्मू-कश्मीर देश के सीमावर्ती राज्य हैं इसलिए इन राज्यों में विशेष सतर्कता की जरूरत है। केंद्र इन राज्यों में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से मदद करती है ,लेकिन ये मुद्दा ऐसा है की जिसमें बिना खुलकर सामने आये बात बनने वाली नहीं है। 

हम मूसावाला की हत्या के लिए राज्य के मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराने बाहर से बच नहीं सकते। पंजाब को आतंक और गोलियों से मुक्त दिलाने के लिए सबको मिलकर काम करना पड़ेगा। मूसवाला की हत्या के मामले में सत्तारूढ़ भाजपा समेत सभी राजनीतिक दलों को जैसे सांप सूंघ गया हो ,कोई कुछ बोलने को राजी नहीं है। कोई बोले भी क्यों क्योंकि इस मामले में बोलने का  कोई नफा-नुक्सान नहीं है। यदि राजनीतिक दल इस मुद्दे पर नहीं बोलेंगे तो ये मामला और गंभीर हो जाएगा। सिद्धू मूसे वाला पंजाबी लोक गायक  थे वे खुद  गानों को लिखा भी करते थे। मूसे वाला ने अपने करियर की शुरुआत सिंगर निंजा के लिए लाइसेंस गाने को लिखकर की थी। लेकिन ये समझ से बाहर है की मूसावाला गिरोहबंदी में कैसे पड़ गया ? पंजाब पुलिस मूसावाला के कातिलों को पकड़ेगी या नहीं ये तो वो जाने लेकिन एक हिन्दुस्तानी के नाते हम सबकी ये जिम्मेदारी बन जाती है की हम अपने पंजाब को उड़ने से बचाएं। क्योंकि पंजाब बड़ी मुश्किल से कांग्रेस,भाजपा और  अकालियों की राजनीति से आजाद हुआ है। किसान आंदोलन ने भी पंजाब का जबरदस्त नुक्सान किया है। 

- राकेश अचल

आर्यन खान ड्रग केस मामले के प्रमुख गवाह प्रभाकर सेल की मौत

समीर वानखेड़े पर लगाया था रिश्वत मांगने का आरोप…

आर्यन खान ड्रग केस मामले के प्रमुख गवाह प्रभाकर सेल की मौत

कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग मामले में एनसीबी के प्रमुख गवाह प्रभाकर सेल का कल निधन हो गया। उनके वकील तुषार खंडारे के अनुसार, कल चेंबूर के माहुल इलाके में उनके आवास पर दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। प्रभाकर सेल का पार्थिव शरीर आज सुबह अंधेरी स्थित उनके आवास पर लाया जाएगा। वहीं पर उन्हें अंतिम विदाई भी दी जाएगी। प्रभाकर सेल मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में स्वतंत्र गवाह थे जिन्होंने दावा किया था कि वह वह केपी गोसावी के पर्सनल बॉडीगार्ड थे। प्रभाकर सेल वही शख्स है, जिसने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर 25 करोड़ रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। 

इस केस में केपी गोसावी का नाम भी काफी चर्चा में रहा था और प्रभाकर सेल उसके ड्राइवर रह चुके है। केपी गोसावी वहीं शख्स है जिसके साथ आर्यन खान के बेटे की सेल्फी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई थी। इसके अलाव प्रभाकर सेल ने  एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया था कि उन्होंने इस मामले में गवाहों को खरीदने की कोशिश की थी। आर्यन खान को पिछले साल तीन अक्टूबर को मुंबई के तट के समीप एक क्रूज जहाज पर छापे के बाद गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों पर प्रतिबंधित ड्रग्स को कथित रूप से रखने, सेवन करने, खरीद और बिक्री करने, साजिश करने को लेकर एनडीपीएस एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया किया गया था।

स्माइल हार्ट के नायक से मिलने पहुंचे नेता जी

प्रेसवार्ता के बाद शूटिंग के लिए दतिया रवाना…

स्माइल हार्ट के नायक से मिलने पहुंचे नेता जी

 

अपनी पहली ही फिल्म आशिकी से रातों रात सुपर स्टार बने राहुल राय आज ग्वालियर आए। ग्वालियर आते ही उनके फैंस का जमघट मॉल के आसपास लग गया। राहुल राय ने पत्रकारों से चर्चा की और अपनी आने वाली फिल्म स्माइल हार्ट के बारे में जानकारी दी। पत्रकारों से जिस समय राहुल राय चर्चा कर रहे थे उसी बीच एक वरिष्ठ नेता जी भी उनसे मिलने पहुंचे। उनके साथ प्रोडक्शन टीम भी रही जिसके बाद राहुल राय शूटिंग के लिए दतिया रवाना हो गए।

मशहूर संगीतकार बप्पी लहरी का निधन

मुंबई के अस्पताल में ली अंतिम सांस…

मशहूर संगीतकार बप्पी लहरी का निधन

 

प्रसिद्ध भारतीय गायक और संगीतकार बप्पी लहरी का निधन हो गया है। मुंबई के एक हॉस्पिटल में बप्पी लहरी ने अंतिम सांस ली। उनकी उम्र करीब 69 वर्ष थी। बताया जा रहा है कि बप्पी लहरी का निधन रात करीब 11 बजे हुआ। कहा जा रहा है वो काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज क्रिटी केयर अस्पताल में चल रहा था। हिंदी सिनेमा में 'बप्पी दा' के नाम से फेमस बप्पी लहरी ने महज तीन साल की उम्र में तबला बजाना शुरू कर दिया था और तभी से उन्होंने संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी।

बप्पी लहिरी को सोना पहनना और हमेशा चश्मा लगाकर रखना बेहद पसंद था। गले में सोने की मोटी-मोटी चेन और हाथ में बड़ी-बड़ी अंगूठियां समेत सोने के ढेर सारे गहने पहनना उनकी पहचान थी। उनके निधन की खबर से बॉलीवुड और म्यूजिक इंडडस्ट्री में शोक की लहर है। वहीं इस खबर के सामने अपने के बाद सोशल मीडिया पर हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है।

बप्पी लाहिरी ने बॉलीवुड को कई हिट गाने दिए। उन्हें भारत में डिस्को बीट्स और पॉप म्यूजिक की शुरुआत करने वाला माना जाता है। आई एम डिस्को डांसर, यार बिना चैन कहां रे, तम्मा- तम्मा जैसे गाने उनके मशहूर गाने हैं। सोने की मोटी चेन और चश्मा पहनने के लिए पहचाने जाने वाले गायक-संगीतकार ने 70-80 के दशक में कई फिल्मों में गाने गाए जो काफी हिट रहे। इन फिल्मों मेंचलते-चलते', ‘डिस्को डांसर' औरशराबी' शामिल हैं। उनका आखिरी बॉलीवुड गीत 2020 में आयी फिल्मबागी 3' के लिएभंकस' था।