राष्ट्रपति भवन में दावत के दौरान भारत की जमकर की तारीफ ...
भारत और रूस मिलकर न्यायपूर्ण और सुरक्षित विश्व व्यवस्था बनाने के लिए कर रहे हैं काम : राष्ट्रपति,पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार रात राष्ट्रपति भवन में एक भव्य दावत में हिस्सा लिया था, जिसमें उन्होंने भारत और रूस के बीच बढ़ते संबंधों पर अपनी राय साझा की है. उन्होंने कहा कि रूस और भारत मिलकर एक ऐसी दुनिया बनाना चाहते हैं, जो ज्यादा न्यायपूर्ण और संतुलित हो, पुतिन ने बताया कि दोनों देश अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग कर रहे हैं और इसके जरिए वैश्विक सुरक्षा और भरोसा मजबूत करना चाहते हैं.
शांति, सुरक्षा और भरोसे का माहौल
पुतिन ने विशेष रूप से 2026 में भारत द्वारा ब्रिक्स की अध्यक्षता का जिक्र किया और कहा कि दोनों देश बहुपक्षीय मंचों पर भी अपने प्रयासों को एक साथ आगे बढ़ाने का काम करेंगे. उनका कहना था कि यूरोपीय-एशियाई क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और भरोसे का माहौल बनाना दोनों देशों की सबसे पहली प्राथमिकता है. उन्होंने यह भी बताया कि भारत और रूस के रिश्तों की प्रकृति इस बात में झलकती है कि दोनों देश "साथ चलो, साथ बढ़ो" के सिद्धांत पर विश्वास रखने का काम करते हैं.
रूसी राष्ट्रपति ने यह भी साफ किया कि दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा और इसके लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा. उनका कहना था कि यह साझेदारी सिर्फ आर्थिक लेवल तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दोनों देशों के नागरिकों के हित में भी है. पुतिन के अनुसार, यह सहयोग भविष्य में वैश्विक स्थिरता और विकास के लिए भी महत्वपूर्ण होगा.
आर्थिक और रक्षा क्षेत्रों में आएगी मजबूती
रूस के राष्ट्रपति दो दिन के भारत दौरे पर आए थे, जिसमें उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण बैठकें और वार्ता की है. उनकी यह यात्रा दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और रक्षा क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने के उद्देश्य से की गई थी. दौरे के दौरान भारत ने पुतिन का स्वागत बहुत ही सम्मान के साथ किया और दोनों देशों ने कई अहम समझौते और वार्ता भी की है.
अंत में पुतिन ने कहा कि भारत और रूस के रिश्ते हमेशा से मजबूत और भरोसेमंद रहे हैं. उनका यह दौरा दोनों देशों के संबंधों को और अधिक मजबूती देने वाला साबित होगा और भविष्य में भी यह साझेदारी दोनों देशों के लिए लाभकारी रहेगी. पुतिन शुक्रवार रात रूस के लिए लौट गए.










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