कोहरे से यातायात प्रभावित...
मध्यप्रदेश में शीतलहर का कहर !
मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार-रविवार की रात प्रदेश के कई शहरों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। रीवा प्रदेश का सबसे ठंडा जिला रहा, जहां पारा 3.2 डिग्री तक गिर गया। राजधानी भोपाल में भी ठंड का असर तेज रहा और तापमान 4.8 डिग्री दर्ज किया गया। रविवार सुबह कई जिलों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ।
कोहरे का सबसे ज्यादा असर रेल यातायात पर पड़ा। दिल्ली से भोपाल और इंदौर आने वाली मालवा एक्सप्रेस करीब 4 घंटे की देरी से चली। शताब्दी एक्सप्रेस, झेलम, सचखंड समेत एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनों की समय-सारणी बिगड़ गई। मौसम विभाग ने भोपाल, इंदौर, सीहोर, राजगढ़ सहित 5 जिलों में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार-रविवार की रात ग्वालियर में इंदौर से अधिक ठंड दर्ज की गई। ग्वालियर में न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री रहा, जबकि इंदौर में 6.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। उज्जैन में 8.5 और जबलपुर में 7.2 डिग्री तापमान रहा। रीवा के बाद राजगढ़ दूसरा सबसे ठंडा शहर रहा, जहां पारा 3.5 डिग्री तक गिर गया। पचमढ़ी में 3.8 और नौगांव में 4.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
इस बार सर्दी नवंबर से ही रिकॉर्ड तोड़ रही है। भोपाल में नवंबर के दौरान लगातार 15 दिन शीतलहर चली, जो 1931 के बाद सबसे लंबा दौर रहा। 17 नवंबर की रात तापमान 5.2 डिग्री तक पहुंच गया था, जो अब तक का रिकॉर्ड है। इंदौर में भी 25 साल बाद नवंबर में पारा 6.4 डिग्री तक गिरा। दिसंबर में भी ठंड का यह सिलसिला जारी है और कई शहरों में तापमान 5 डिग्री से नीचे पहुंच चुका है।










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