पांच लोगों को लखनऊ में भर्ती कराया गया है...
पूर्वाचल एक्सप्रेसवे पर पांच जिंदा जले,मां और 4 बच्चों ने तड़प-तड़पकर तोड़ा दम !
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में पूर्वाचल एक्सप्रेसवे पर बुधवार को दर्दनाक हादसा हुआ। हैदरगढ़ के पास एक कार ने दूसरी में टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही दोनों कार आग गोला बन गई। दर्दनाक हादसे में मां और चार बच्चों की जलकर मौत हो गई। जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हैं, पांचों लोगों को लखनऊ में भर्ती कराया गया है।
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में दर्दनाक हादसा हुआ। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर दो कारों की भिड़ंत के बाद आग लग गई। दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। मृतकों में मां और चार बच्चे शामिल हैं। हादसे में पांच लोग घायल भी हो गए। दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर बुधवार दोपहर करीब तीन बजे हैदरगढ़ के डीह गांव के पास सड़क हादसे में आजमगढ़ में तैनात वाराणसी निवासी सिपाही जावेद अशरफ की पत्नी, तीन बेटियों और एक बेटे की मौत हो गई। हादसे में पांच लोग घायल भी हो गए, जिसमें दो की हालत गंभीर है। सभी को लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बाराबंकी के एसपी अर्पित विजयवर्गीय के अनुसार, जावेद अशरफ की पत्नी गुलिस्ता (49), पुत्री समरीन (22), इल्मा (12), इश्मा (6) और पुत्र जियान (10) सीएनजी वैगन आर कार से आजमगढ़ से लखनऊ आ रहे थे। कार को जावेद का साला मऊ जिले का खानपुर घोसी निवासी जिशान (30) चला रहा था।
जिशान ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कार थोड़ी देर के लिए रोकी थी। परिवार के सदस्य पानी पी रहे थे। इसी दौरान आजमगढ़ की ओर से आ रही ब्रेजा कार पीछे से वैगनआर में टकरा गई। इसके बाद जोरदार धमाका हुआ और दोनों कारों में आग लग गई।
बचाव के लिए स्थानीय लोग, यूपीडा की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची। गुलिस्ता व पुत्र जियान के शव घटनास्थल से दूर पड़े थे। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया तो पुत्री समरीन, इल्मा व इश्मा कार के अंदर ही फंसकर बुरी तरह जली मिलीं। तीनों दम तोड़ चुकी थीं।
वहीं, जिशान को गंभीर हालत में बाहर निकाला गया। वहीं, ब्रेजा कार में सवार दिल्ली के दक्षिणपुरी निवासी दीपांशु मिश्रा (24), बहन दीप्ति मिश्रा (16), परिवार की ही तृप्ति मिश्रा (17) और प्रगति मिश्रा (23) गंभीर रूप से घायल हो गए। एसपी के अनुसार, भिड़ंत से वैगनआर के सीएनजी सिलिंडर फटने से आग लगने की आशंका है। विशेषज्ञ इसकी जांच कर रहे हैं।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर डीह गांव के पास बुधवार दोपहर बाद तीन बजे हादसे का मंजर देखकर सर्विस रोड पर खड़े ग्रामीणों की सांसें थम गईं। एक्सप्रेसवे पर अचानक तेज धमाका हुआ...करीब आठ से 10 सेकंड तक चीखें सुनाई पड़ीं और फिर देखते ही देखते आपस में भिड़ीं दोनों कारें आग के गोले में तब्दील हो गईं।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि ग्रामीण व दुकानदार चीखते हुए ऊपर की ओर भागे। 15 व 20 मीटर की दूरी पर एक महिला और बच्चे के शव पड़े थे। सन्नाटे के बीच धुएं और आग की लपटें नजर आ रही थीं। पुलिस के अनुसार, मऊ के घोसी क्षेत्र के जिशान (30) अपनी बहन गुलिश्ता परवीन उर्फ चांदनी (49) और उनकी तीन बेटियों समरीन, इलमा, इश्मा और बेटे जियान के साथ लखनऊ जा रहे थे।
लोगों ने बताया कि अचानक वैगन-आर कार रुकी। सभी लोग उतरे। सर्विस रोड पर पानी और नाश्ता लिया। अभी चार लोग कार में बैठ ही थे कि पीछे से तेज रफ्तार ब्रेजा कार ने इतनी जोरदार टक्कर मारी कि आग धधक उठी।
कुड़वा के प्रधान अनिल सिंह, शैलेंद्र सिंह, द्वारिका प्रसाद, विजय कुमार, दीपक धमाके की आवाज सुनते ही वे कंटीले तार फांदकर ऊपर चढ़े। सामने का दृश्य देखकर सहम गए। पीछे की कार में दिल्ली के दक्षिणपुरी निवासी दीपांशु मिश्रा, दीप्ति, तृप्ति, प्रगति को ग्रामीणों ने किसी तरह कार से बाहर खींचकर निकाला।
20 मिनट बाद यूपीडा तो 40 मिनट बाद पहुंची पुलिस
घटनास्थल तक यूपीडा की सुरक्षा टीम पहुंचने में पूरे 20 मिनट लग गए। पुलिस 40 मिनट बाद पहुंची, तब तक कार जल चुकी थी। डीएम शशांक त्रिपाठी और एसपी अर्पित विजयवर्गीय भी मौके पर पहुंचे और जांच के आदेश दिए।
ग्रामीणों ने बताई आंखों देखी
ग्रामीणों ने बताया कि हमने देखा हाईवे पर कार में आग लगी है। जब वहां पास गए, तो हम डर गए। उसमें आदमी जल रहे थे। हम चाहकर भी मदद नहीं सके। क्योंकि आग की लपट इतनी तेज थी कि पास जाना तक मुश्किल था। हमने जो मंजर अपनी आंखों देखा, अभी तक मेरे जहन से हट नहीं रहा है।










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