प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर में हुआ स्पंदन 2025 का भव्य शुभारंभ...
स्पंदन जैसे आयोजन विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता और जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित करते हैं :श्री राजोरिया
ग्वालियर। प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर में वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव “स्पंदन 2025” का 1 नवंबर को हर्ष और उल्लास के साथ शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का वातावरण उत्साह, ऊर्जा और रचनात्मकता से परिपूर्ण रहा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे जयप्रकाश राजोरिया, जिला अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी, ग्वालियर। श्री राजोरिया ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि “युवा किसी भी देश की सबसे बड़ी शक्ति होते हैं। ऐसे सांस्कृतिक आयोजन विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता, टीमवर्क और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। प्रेस्टीज संस्थान विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए जो प्रयास कर रहा है, वह अत्यंत सराहनीय है।”
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे डॉ . प्रवीन अग्रवाल , अध्यक्ष, एम.पी. चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री। अपने संबोधन में डॉ. अग्रवाल ने कहा कि “स्पंदन जैसे आयोजन विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा, सृजनशीलता और प्रबंधन कौशल प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करते हैं। ऐसे मंच युवाओं को आत्मविश्वासी बनाते हैं और उन्हें उद्योग जगत की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करते हैं।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. निर्मल्या बंद्योपाध्याय , निदेशक, प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर ने की। डॉ. बंद्योपाध्याय ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि “स्पंदन केवल एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं, बल्कि हमारे विद्यार्थियों की रचनात्मकता, सहयोग और उत्साह का प्रतीक है। ऐसे कार्यक्रम छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ाते हैं और उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए प्रेरित करते हैं।”
विशेष उपस्थिति डॉ. राखी चैहान , प्राचार्य, लॉ विभाग की रही। डॉ. राखी चैहान ने अपने संबोधन में कहा कि “सांस्कृतिक कार्यक्रम शिक्षा का अभिन्न अंग हैं, जो विद्यार्थियों को कक्षा के बाहर सीखने और अपने व्यक्तित्व को निखारने का अवसर प्रदान करते हैं। स्पंदन जैसे उत्सव विद्यार्थियों के अंदर टीम भावना और प्रतिस्पर्धात्मक उत्साह को प्रोत्साहित करते हैं, जो उनके भविष्य के लिए अत्यंत उपयोगी है।”
उद्घाटन कार्यक्रम का समन्वयन डॉ. आम्रपाली सप्रा (समन्वयक) द्वारा किया गया, जिनके साथ सहायक प्रोफेसर सुगंधा मुदुली एवं सहायक प्रोफेसर तान्या माथुर ने सहयोग किया। स्पंदन 2025 समन्वयक सहायक प्रोफेसर राम पालीवाल तथा सांस्कृतिक समन्वयक सहायक प्रोफेसर सोनम कुशवाहा ने कार्यक्रम के सफल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
चार दिवसीय “स्पंदन 2025” के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं मनोरंजक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जिनमें विद्यार्थियों की प्रतिभा, सृजनशीलता और उत्साह की झलक देखने को मिलेगी।










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