साल 2015 में सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत की थी...
अब इन लोगों को नहीं मिलेगा पीएम मुद्रा योजना का लाभ !
केन्द्र सरकार देश के अलग-अलग तबकों से आने वाले लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं लेकर आती है. साल 2015 में सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत की थी. जिससे छोटे व्यवसायों को बढ़ावा दिया जा सके. जो लोग खुद का काम शुरू करना चाहते हैं या अपने मौजूदा बिजनेस को आगे बढ़ाना चाहते हैं. उन्हें सरकार इस योजना के तहत बेहद कम ब्याज पर लोन देती है.
अब तक लाखों लोग इस स्कीम का फायदा उठाकर अपना कारोबार शुरू कर चुके हैं. सरकार ने लोन पाने के लिए कुछ जरूरी शर्तें तय की हैं. जिन्हें पूरा करने पर ही आवेदन स्वीकार किया जाता है. इस योजना में कितनी रकम तक लोन मिल सकता है और किन लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता. चलिए आपको बताते हैं पूरी जानकारी.
सरकार देती है इतने लाख तक का लोन
मुद्रा योजना के तहत सरकार तीन तरह के लोन देती है. जिनमें शिशु, किशोर और तरुण. शिशु योजना के तहत अधिकतम 50 हजार रुपये तक का लोन दिया जाता है. किशोर योजना में 50 हजार से 5 लाख रुपये तक और तरुण योजना में 10 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है. तो अब तरूण प्लस कैटेगरी में 20 लाख तक लोन मिलता है. लेकिन यह उन्हें मिलता है. जिन्होंने तरूण लोन लेकर समय पर चुकाया हो.
यह सभी लोन बैंक, माइक्रो फाइनेंस संस्थान या नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों के जरिए दिए जाते हैं. इन लोन पर ब्याज दर बहुत कम होती है. जिससे छोटे व्यापारी, दुकानदार या स्टार्टअप आसानी से इसे चुका सकें. खास बात यह है कि इसके लिए किसी गारंटी की जरूरत नहीं होती. जिससे नए उद्यमियों को शुरुआत में राहत मिलती है.
इन लोगों को नहीं मिलता लोन का फायदा
हर कोई इस योजना के तहत लोन नहीं ले सकता. जिन लोगों को बैंकों की ओर से डिफॉल्टर घोषित किया गया है. वह इस स्कीम के लिए योग्य नहीं हैं. इसी तरह जो लोग भारत में रहते हैं लेकिन भारतीय नागरिक नहीं हैं. उन्हें भी लोन नहीं दिया जाता. योजना में 18 साल से कम उम्र के आवेदकों को भी बाहर रखा गया है. इसके अलावा जिनके पास अपने बिजनेस से जुड़ी ठोस प्रोजेक्ट रिपोर्ट नहीं है या जो जरूरी दस्तावेज जैसे आधार, पैन या बैंक स्टेटमेंट नहीं दे पाते वह भी आवेदन नहीं कर सकते.










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