हम अगर संविधान की रक्षा करेंगे तो संविधान हमारी रक्षा करेगा...
संविधान भाजपा के लिए एक पवित्र ग्रंथ से कम नहीं है: जयभान सिंह पवैया
ग्वालियर। भारतीय संविधान दिवस के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा द्वारा बुधवार को जिला कार्यालय मुखर्जी भवन पर एक संगोष्ठी का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महाराष्ट्र के सह प्रभारी व पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने संगोष्ठी को संबोेधित करते हुए कहा कि आज पूरे भारत वर्ष में संविधान दिवस मनाया जा रहा है। ये हमारे संकल्प को दोहराने का दिन है। हमारे यहां एक शुक्ति है कि हम धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म हमारी रक्षा करेगा। यही पंक्ति संविधान पर भी लागू होती है। हम अगर संविधान की रक्षा करेंगे तो संविधान हमारी रक्षा करेगा, इसलिए सविंधान में हमारी गहरी श्रद्धा की प्रतिज्ञा का स्मरण करने का काम ये भारतीय जनता पार्टी कर रही है।
पूर्व मंत्री पवैया ने कहा कि संविधान के प्रति बेशर्त समर्पण का भाव ही राष्ट्र की अखंडता की गारंटी है । जिन्होंने अतीत में सत्ता के लिए संविधान से खिलवाड़ किया वे ही आज संविधान खतरे का नारा लगा रहे हैं । उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए संविधान एक पवित्र धर्मग्रंथ से कम नहीं । उन्होंने शाहबानों मामले की याद दिलाते हुए कहा कि कॉंग्रेस ने संसद में सुप्रीम कोर्ट फैसला पलटने संविधान में बदलाव किया और 39 वें व 42 वें संशोधन कर आपातकाल जैसी तानाशाही का काला दाग लगाया । उन्होंने कहा कि कि बाबा साहब अम्बेडकर से पं. नेहरू और कॉंग्रेस ने मृत्यु के बाद भी ईर्ष्या नहीं छोड़ी और उनके स्मारक की दिल्ली में अनुमति नहीं दी । भारत के आम नागरिक में संविधान के प्रति गहरा भरोसा है।
उन्होंने कहा कि संविधान 1950 में लागू हुआ और 57 साल कांग्रेस की सरकार रही। लेकिन कांग्रेस को कभी भी संविधान याद नहीं आया। देश में संविधान तो था, लेकिन संविधान दिवस नहीं था, क्योंकि कांग्रेस संविधान दिवस मनाना नहीं चाहती थी। उन्होंने कहा कि एसआईआर के बहाने संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करना क्या संविधान का सम्मान है । उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ संगठनों द्वारा जाति विद्वेष की आग फैलाना संविधान की मूल भावना सामाजिक एकता के खिलाफ गंभीर षड़यंत्र हैं।
हमारे देश का संविधान विश्व का सबसे बड़ा और लिखित संविधान हैं
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया ने कहा कि संविधान दिवस, हर साल 26 नवंबर को भारत के संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। भारत की संविधान सभा ने 1949 में इसी दिन औपचारिक रूप से संविधान को अपनाया था, लेकिन यह बाद में, 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ। उन्होंने कहा कि लोगों को संविधान दिवस के बारे में जाने और इसका पालन कैसे करें इसको लेकर देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाने का आव्हान किया और आज पूरे देश में 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का संविधान विश्व का सबसे बड़ा और लिखित संविधान हैं, जो नागरिक को संवैधानिक अधिकार देता है। नागरिकों को मौलिक कर्तव्यों के माध्यम से उनके कर्तव्यों का बोध कराता है।
संविधान को सही मायने में लागू करने का काम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुआ है: शेजवलकर
इस अवसर पर पूर्व सांसद विवेक शेजवलकर ने कहा कि 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ था और हर साल 26 नवंबर को राष्ट्रीय संविधान दिवस मनाया जाता है, जो 1949 में भारतीय संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग संविधान की बातें करते हैं लेकिन संविधान का सम्मान किसी ने किया है और संविधान को सही मायने में लागू करने का काम किसी ने किया है तो वह हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुआ है।
कार्यक्रम का संचालन भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष संतोष गोडयाले ने एवं आभार मोर्चा के महामंत्री पोहप सिंह जाटव ने व्यक्त किया।इस अवसर पर अभय चौधरी, कमल माखीजानी, जिला महामंत्रीगण विनय जैन, विनोद शर्मा, राजू पलैया, विवेक जोशी, राकेश खुरासिया, धर्मेन्द्र राणा, राजू सेंगर, सुधीर गुप्ता, श्रीमती हेमलता बुधोलिया, दीपक शर्मा, धर्मेन्द्र सिंह कुशवाह, डॉ. कुलदीप चतुर्वेदी, नवीन परांडे, महेंद्र सोलंकी, रमेश सेन, जिला मीडिया प्रभारी नवीन चौधरी, अरविंद रघुवंशी,, राघवेन्द्र कुशवाह, यश शर्मा, हेमंत चौपडा, विनती शर्मा, व्यंजना मिश्रा, श्रीमती करुणा सक्सेना, अनिल सांखला, मुलायम सिंह यादव, शर्मिला वर्मा, श्रीमती शैलेन्द्री ठाकुर गिर्राज व्यास सहित भाजपा जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्षगण सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।










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