छत्तीसगढ़ की आदिवासी महिला से 72 लाख ठगी का मामला...
ग्वालियर के DSP के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाला आरोपी सीधी से गिरफ्तार
ग्वालियर। प्रधानमंत्री कार्यालय से आई एक गंभीर शिकायत ने ग्वालियर पुलिस प्रशासन को हिला दिया। शिकायत में आरोप था कि ग्वालियर के डीएसपी संतोष पटेल ने छत्तीसगढ़ की एक आदिवासी महिला से नौकरी लगवाने के नाम पर 72 लाख रुपये वसूल लिए हैं। मामला छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के कुसमी थाना क्षेत्र से जुड़ा है।
कुसमी थाने से एक दरोगा शिकायत की जांच के लिए ग्वालियर पहुँचे। शिकायत में जिस अधिकारी का नाम था और जिसकी फोटो लगी थी, उसे देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि पीड़ित महिला के न तो रुपये मिलेंगे और न ही असली आरोपी पकड़ा जाएगा। परंतु छत्तीसगढ़ पुलिस की तत्परता के कारण इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ और मध्यप्रदेश के जिला सीधी से वास्तविक आरोपी संतोष कुमार पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच में सामने आया कि संतोष कुमार पटेल, पिता रविनाथ पटेल, उम्र 29 वर्ष, निवासी ग्राम पड़खुरी पचोखर, थाना चुरहट, जिला सीधी (मप्र) वर्ष 2016 में ए.साई कंपनी के रोड निर्माण कार्य में जेसीबी ऑपरेटर के रूप में काम करता था। इसी दौरान ग्राम कंजिया निवासी आदिवासी महिला ललकी बाई रोज जंगल में बकरी चराने आती थी, जहाँ आरोपी उससे बातचीत करता था।
काम पूरा होने के बाद आरोपी अपने गांव लौट गया और वहीं से उसने ललकी बाई को फोन कर झूठ बोला कि वह ग्वालियर में डीएसपी बन गया है। आरोपी ने महिला को भरोसा दिलाया कि वह उसके दोनों बच्चों को पुलिस विभाग में बड़े पद पर नौकरी दिला सकता है, लेकिन इसके लिए पैसे लगेंगे। आरोपी ने दावा किया कि उसने खुद भी पैसे देकर नौकरी पाई है।
इसी झांसे में आकर पीड़िता ने वर्ष 2018 से 2025 तक बैंक एवं फोन-पे के माध्यम से आरोपी को कुल ₹72,00,000/- रुपये भेज दिए। चूँकि फर्जीवाड़े में ग्वालियर के एक वास्तविक पुलिस अधिकारी की फोटो और पहचान का दुरुपयोग किया गया था, इसलिए जब कुसमी थाना पुलिस बयान के लिए पहुँची तो संबंधित अधिकारी स्वाभाविक रूप से चिंतित थे। लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस की संवेदनशीलता और निष्पक्ष जांच के कारण पूरे मामले की सच्चाई सामने आई।
एएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी, एसडीओपी कुसमी ईम्मानुएल लकड़ा, एवं थाना प्रभारी कुसमी उनि. विरासत कुजूर, स.उनि रमेश तिवारी, स.उनि दीपक बड़ा तथा आरक्षक धीरेन्द्र चंदेल की संयुक्त कार्रवाई से आरोपी संतोष कुमार पटेल को सीधी जिले से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। छत्तीसगढ़ पुलिस की समयबद्ध और पारदर्शी कार्रवाई से न केवल एक आदिवासी महिला को न्याय मिला, बल्कि ग्वालियर पुलिस के वास्तविक अधिकारी पर लगे झूठे संदेह भी दूर हो गए।










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