शादियों के सीजन में 30 हजार करोड का व्यापार होने की संभावना...
1 नबम्बर से 14 दिसम्बर 2025 के दौरान प्रदेश भर में होंगी लगभग 1.85 हजार शादियां !
ग्वालियर। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की अनुसंधान शाखा ’कैट रिसर्च एण्ड ट्रेड डबलपमेंट सोसायटी’’(सीआरटीडीएस) ने अनुमान के अनुसार इस शादी सीजन 1 नबम्बर से 14 दिसम्बर 2025 के दौरान प्रदेश भर में लगभग 1.85 हजार शादियां होंगी जिनसे कुल 30 हजार करोड का व्यवसाय होगा।
कैट के राष्ट्रीय संगठन मंत्री भूपेन्द्र जैन ने बताया कि व्यापक अध्यन 15 से 25 अक्टूबर 2025 के बीच प्रदेश के 12 प्रमुख शहरों में किया गया था। अध्यन से पता चला कि भारत की बेडिंग एकोनमी घरेलू व्यापार का एक मजबूत स्तम्भ बना हुआ है, जो परम्परा, आधुानिकता, आत्म निर्भरता का संगम है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के वोकल फोर लोकल विजन के अनुरूप है। कैट अध्यन के प्रमुख निष्कर्ष-सेटल शादियां 1.85 हजार, अनुमानित व्यापार 30 हजार करोड, 12 प्र्रमुख शहरों से अध्यन किया गया। तुलनात्मक रूप से 2024 में 1.56 हजार शादियों से 27 हजार करोड का व्यापार हुआ था। 2023 में 1.35 हजार शादियों से 22 हजार करोड का व्यापार हुआ था।
कैट के राष्ट्रीय संगठन मंत्री भूपेन्द्र जैन ने कहा कि इस वर्ष शादियों की संख्या लगभग पिछले वर्ष के बराबर है। प्रति शादी खर्च में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसका कारण बढती आय, कीमती धातुओं की मूल्यों में वृद्धि और त्यौहारी सीजन में उपभोकता विश्वास का बढना है। अध्यन में यह भी सामने आया अब शादी से जुडे 70 प्रतिशत से अधिक सामान भारतीय निर्मित है।
जैसे परिधान, आभूषण, सजावट सामग्री, वर्तन, केटरिंग आयटम आदि। कैट के वोकल फोर लोकल वेडिंग अभियान ने चीनी लाइटिंग, कृतिम सजावट और गिफट एसेसरी, आयातित उत्पादों की मौजूदगी को काफी घटा दिया है। पारमपरिक कारीगरों, ज्वेलर्स और वस्त्र उत्पादों को भारी आर्डर मिल रहे हैं। जिससे मध्यप्रदेश की स्थानीय निर्माण क्षमता और हस्तकला को नया बल मिल रहा है।










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