असत्य पर सत्य की जीत के पर्व 🏹 "विजयदशमी" 🏹की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं...
अपने भीतर के रावण को,जब आग खुद लगाएंगे,सही मायने में वो ही दशहरा मनाएंगे,...
अयोध्या वापस आने पर मां कौशल्या ने श्रीराम से पूछा... "रावण" को मार दिया.....?
भगवान श्रीराम ने सुन्दर जवाब दिया
महाज्ञानी,महाप्रतापी,महाबलशाली,प्रकांड-पंडित, महाशिवभक्त, चारो वेदो के ज्ञाता, शिव ताण्डवस्त्रोत के रचयिता ...
"लंकेश" को मैंने नहीं मारा,
उसे "मैं" ने मारा है।
आओ हम सब अहंकार छोड़ दे...
आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर दशहरा मनाया जाता है। इस वर्ष 2 अक्तूबर 2025 को दशहरा मनाया जा रहा है। इस पर्व को विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक दशहरा भगवान राम की रावण पर विजय का प्रतीक है, उन्होंने लंकापति रावण का वध कर धर्म और सत्य की जीत की रक्षा की थी।
अन्य ग्रंथों के मुताबिक इस तिथि पर मां दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का वध भी किया था। इसलिए दशहरा को शक्ति की जीत का पर्व कहा जाता है। इस खास अवसर पर रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों का दहन भी किया जाता है, जिसे बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक भी कहते है। इस दौरान पुतलों के दहन के बाद सभी एक दूसरे को इस दिन की शुभकामनाएं देते है। आप इन खूबसूरत संदेशों के माध्यम से अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और खास लोगों को दशहरा की शुभकामनाएं दे सकते हैं।
अपने भीतर के रावण को जब आग खुद लगाएंगे, सही मायने में वो ही दशहरा मनाएंगे,
आप सभी को बुराई पर अच्छाई एवं असत्य पर सत्य की जीत के पर्व 🏹 "विजयदशमी" 🏹की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं...
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