भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को चेताया ...
अगर पाकिस्तान ने आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं किया, तो उसे दुनिया के नक्शे से मिटना पड़ेगा !
भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने शुक्रवार (03 अक्टूबर) को पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया. राजस्थान के श्रीगंगानगर ज़िले के अनूपगढ़ में पाकिस्तान सीमा के पास सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता, तो उसे दुनिया के नक्शे से मिटना पड़ेगा. उन्होंने चेतावनी दी कि भारत अब पहले जैसी संयम की नीति नहीं अपनाएगा और किसी भी उकसावे का तुरंत जवाब दिया जाएगा.
जनरल द्विवेदी ने यह संबोधन घाटसाना क्षेत्र के दौरे के बाद दिया. यह इलाका पाकिस्तान के बहावलपुर के ठीक सामने है, जहां ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की थी. यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया था.
100 से अधिक पाक सैनिक और कई आतंकी ढेर...
सेना प्रमुख ने खुलासा किया कि इस ऑपरेशन में पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकाने पूरी तरह ध्वस्त कर दिए गए. इन ठिकानों में ट्रेनिंग कैंप, हथियार सप्लाई नेटवर्क और मास्टरमाइंड्स छिपे हुए थे. उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई में 100 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक और बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने अपने हमलों में पूरी सटीकता बरती और नागरिकों को नुकसान न हो, इसका पूरा ध्यान रखा. उन्होंने कहा, “भारत ने केवल आतंकी ठिकानों और उनके मास्टरमाइंड्स को निशाना बनाया, नागरिकों को किसी तरह की क्षति से बचाया.”
जनरल द्विवेदी ने सैनिकों से सतर्क और हर वक्त तैयार रहने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, “अपनी तैयारी पूरी रखें... अगर ईश्वर ने चाहा तो जल्द ही मौका मिलेगा.” उन्होंने सेना के आधुनिकीकरण और तकनीकी उन्नति पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि भारतीय सेना अत्याधुनिक तकनीक, मानवरहित हवाई प्रणालियों (UAVs) और एंटी-ड्रोन क्षमताओं को तेजी से अपना रही है ताकि भविष्य की चुनौतियों का सामना किया जा सके.
तीन वीर सैनिकों को किया गया सम्मानित...
इस मौके पर सेना प्रमुख ने ऑपरेशन सिंदूर में उत्कृष्ट योगदान देने वाले तीन वीर सैनिकों- कमांडेंट प्रभाकर सिंह, मेजर रितेश कुमार और हवलदार मोहित गैरा को सम्मानित किया. इसके अलावा, उन्होंने बीकानेर सैन्य स्टेशन और अन्य अग्रिम इलाकों का भी दौरा किया. सीमा से लगे गांवों के लोगों से मुलाकात कर उन्होंने कहा, “आप आम नागरिक नहीं, बल्कि सैनिक हैं जो देश की सुरक्षा में बराबर भागीदार हैं.










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