125 कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है घर-घर संपर्क ...
ग्वालियर में “दुग्ध समृद्धि संपर्क”पशुपालकों में पशु स्वास्थ्य व नस्ल सुधार के लिये विशेष अभियान !
ग्वालियर। किसानों की पशुपालन के माध्यम से आय बढ़ाने और दुग्ध उत्पादन को दोगुना करने के लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से ग्वालियर जिले में भी "दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान'' चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप इस अभियान के अंतर्गत जिले की 233 ग्राम पंचायतों के 543 ग्रामों एवं नगर परिषदों के 120 वार्डों में निवासरत ऐसे पशुपालकों का सर्वे किया जा रहा है, जो 10 या 10 से अधिक दुधारू पशु पालते हैं। अभियान के तहत गाँव-गाँव पशुपालकों से व्यक्तिश: सम्पर्क किया जा रहा है। साथ ही पशुओं में नस्ल सुधार, पशु स्वास्थ्य एवं पोषण के संबंध में पशुपालकों को जागरूक करने का काम भी प्रमुखता से हो रहा है।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप संचालक सहित सभी मैदानी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पशुपालकों एवं किसान भाईयों को इस अभियान का पूरा-पूरा लाभ दिलाएँ। अभियान के अंतर्गत घर-घर संपर्क के दौरान पशुपालन के संबंध में किसानों की समस्यायें जानें और उनका निराकरण भी कराएँ।
उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी डॉ. अनिल अग्रवाल ने बताया कि सम्पूर्ण प्रदेश के साथ ग्वालियर जिले में भी 2 अक्टूबर से "दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान" शुरू हुआ है। अभियान का प्रथम चरण 9 अक्टूबर तक चलेगा। अभियान के लिये जिले में नियुक्त 125 कार्यकर्ता 10 या 10 से अधिक गो-वंश रखने वाले पशुपालकों से व्यक्तिश: सम्पर्क कर रहे हैं। साथ ही 22 पशु चिकित्सक, 4 पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी व एक पशु प्रजनन कार्यक्रम अधिकारी द्वारा अपने-अपने कार्य क्षेत्र में अभियान का पर्यवेक्षण किया जा रहा है।
अभियान के तहत सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी/मैत्री द्वारा पशुपालकों से गृह भेंट की जा रही है। साथ ही पशुपालकों को पशु पोषण, पशु स्वास्थ्य एवं नस्ल सुधार के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। पशुओं में टैग लगाने संबंधी जानकारी भी एकत्र की जा रही है।
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