बीएसएफ के तकनीकि सशक्तीकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा...
बीएसएफ एकेडमी टेकनपुर में स्कूल ऑफ ड्रोन वॉरफेयर का हुआ शुभारंभ !
ग्वालियर। 2 सितम्बर शनिवार का दिन बीएसएफ अकादमी टेकनपुर के लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है। मंगलवार को बीएसएफ एकेडमी टेकनपुर में स्कूल ऑफ ड्रोन वॉरफेयर का हुआ शुभारंभ दलजीत सिंह चौधरी, आईपीएस, महानिदेशक सीमा सुरक्षा बल के द्वारा किया गया। इसके बाद उन्होंने अकादमी परिसर में अकादमी जगल ट्रेल, योग परिसर एवं लैक व्यू उद्यान का भी विधिवत उद्घाटन किया, जो बीएसएफ का समग्र विकास का प्रमाण है। इसके बाद संस्थान का दौरा किया गया जो वर्तमान सामरिक परिस्थितियों को देखते हुए अत्यंत महत्वपूर्ण रहा।
यह स्कूल बीएसएफ के अधिकारियो और जवानों के लिए तकनीकि सशक्तीकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। इस स्कूल के माध्यम से अधिकारियो और जवानों को ड्रोन संबंधित समसामयिक युद्ध कौशल तथा तकनीकि जान प्रदान किए जायेंगे ताकि सुरक्षा की नई और विषम चुनौतियों जैसे आधुनिक युद्ध में मानवरहित वायु प्रणाली का सफलतापूर्वक सामना किया जा सके। इस स्कूल के द्वारा Detone Warriors और Drone Commandos तैयार किए जाएंगे।
इस अवसर डीजी बी एस एफ वर्तमान में चल रहे तीन वर्षीय यूकेन-रूस युद्ध ऑपरेशन सिंदूर से मिली सीख तथा ड्रोन एवं एंटी-ड्रोन युद्धकला में मशीन लर्निंग (ML) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की उभरती भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
महानिदेशक बीएसएफ ने ड्रोन स्कूल फॉर वारफेयर एवं रुस्तमजी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के आधिकारिक Logos एवं ++Police Technology Innovation Centre के Compendium का अनावरण किया।
डीजी बी एस एफ ने उन सीमा प्रहरियों का भी स्मरण किया, जिन्होंने ऑप्स सिंदूर में सर्वोच्च बलिदान दिया है। उनके बलिदान को राष्ट्र द्वारा कीर्तिचक से नवाजा गया। साथ ही उन वीरों को भी याद किया गया जिन्हें ऑप्स सिंदूर में उनके वीरतापूर्ण योगदान के लिए गैलंट्री मेडल से सम्मानित किया गया है।
महानिदेशक सीमा सुरक्षा बल ने सभी अधिकारियों, अधीनस्थ अधिकारियों, जवानी, छात्रों और स्टाफ को उनके अथक प्रयासों के लिए शुभकामनाएँ दी और उम्मीद जताई कि ये संस्थान राष्ट्रीय गौरव की नई मिसाल स्थापित करेंगे। डॉ शमशेर सिंह, एडीजी, निदेशक, सीमा सुरक्षा बल, अकादमी के कुशल नेतृत्व में यह दौरा बेहद सफल रहा।










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