जिनपिंग चाहते हैं 150 साल तक जीवित रहना ...
राष्ट्रपति जिनपिंग को 150 साल तक जीवित रखने के लिए चीन की लैब में चल रही है रिसर्च !
आने वाले समय में क्या इंसान150 साल तक का लंबा जीवन जी पाएंगे?...चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग तो फिलहाल यही चाहते हैं। जिनपिंग की इच्छा 150 साल तक जीने की है। इसके लिए चीन में बहुत बड़ा और सीक्रेट प्रयोग शुरू हो चुका है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 150 साल तक जीने की अपनी ख्वाहिश पूरी कर पाएंगे। जिनपिंग की इच्छी लंबी उम्र जीने की है। अब तक तो ये बात शी के दिल में ही थी, लेकिन पुतिन के साथ गैर-आधिकारिक वार्ता के दौरान अनजाने में उनकी ये ख़्वाहिश दुनिया को पता चल गई। साथ ही अब यह भी तथ्य सामने आया है कि चीन की एक लैब में इंसानों की उम्र बढ़ाने को लेकर एक बहुत बड़ा रिसर्च चल रहा है। अगर यह सफल रहा तो जिनपिंग 150 साल तक जीने की अपनी इच्छा पूरी कर सकते हैं।
जिनपिंग और पुतिन के बीच क्या हुई लंबी उम्र पर बात...
इंसानों के 150 साल तक जी सकने का जिक्र उस वक्त सामने आया, जब हाल ही में बीजिंग में शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति पुतिन और नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन के साथ विक्ट्री डे की परेड में शामिल होने जा रहे थे। उस वक्त तीनों नेताओं के बीच हो रही यह अनौपचारिक बातचीत कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जिसमें शी जिनपिंग, पुतिन से ये कह रहे थे कि आज तो ऐसा ज़माना आ गया है कि 70 साल की उम्र वाले भी बच्चे ही होते हैं। जबकि पहले कोई 70 साल तक जी जाए, तो चमत्कार माना जाता था। इस पर पुतिन ने उनसे कहा कि बॉयो-टेक्नोलॉजी की मदद से ऑर्गन ट्रांसप्लांट हो रहे हैं। ऐसे में आगे चलकर अमर होने का रास्ता भी खुल सकता है।
आगे चलकर 150 साल तक जी सकते हैं इंसान : जिनपिंग
पुतिन के जवाब पर शी जिनपिंग ने कहा कि आगे चलकर लोगों के 150 साल तक जीने की भविष्यवाणी की जा रही है। हो सकता है जल्दी ही ये सच हो जाए। बता दें कि जिनपिंग और पुतिन चाइनीज़ और रशियन में बोल रहे थे। उनके ट्रांसलेटर उनकी बातों का अनुवाद समझा रहे थे। शी जिनपिंग की ओर से 150 साल तक इंसानों के जीने का दावा सिर्फ हवा-हवाई नहीं है, बल्कि चीन ने इसके लिए प्रयोग करना भी शुरू कर दिया है।
चीन में चल रहा इंसानों के 150 साल तक जीने का शोध ...
वैसे चीन में उम्र बढ़ाने के कई रिसर्च भी चल रहे हैं। चीन की एक लैब में Human Cell Lineage नाम से स्पेशल प्रोजेक्ट चल रहा है। इसमें इंसानों की cells के डेवेलपमेंट की मैपिंग की जा रही है। इसमें एक ऐसा AI मॉडल तैयार किया जा रहा है, जिसके जरिए बीमार होने पर से पहले ही cells को रिप्लेस किया जा सकेगा। अगर ये संभव हुआ तो इंसान बीमार नहीं पड़ेगा और उसकी उम्र भी लंबी हो जाएगी।
चीनी वैज्ञानिकों ने खोजा है ये खास जीन...
चीन के वैज्ञानिकों ने उम्र बढ़ाने वाले एक खास जीन की पहचान की है। इस जीन का नाम OSER1 है, जो लोगों के जीवनचक्र को रेग्यूलेट करता है। दावा तो ये किया जा रहा है कि चीन के साइंटिस्ट ने सिल्क वॉर्म्स और मक्खियों के इस जीन में बदलाव किया। इसके बाद उनकी लाइफ बढ़ गई। अब यही प्रयोग इंसानों पर दोहराने की कोशिश की जा रही है।
पुतिन और जिनपिंग जिस अंग प्रत्यारोपण की बात कर रहे थे, उससे लंबी उम्र जीना संभव नहीं लगता। क्योंकि जिस किसी इंसान में लिवर, किडनी जैसे अंग ट्रांसप्लांट किए जाते हैं, उसके लिए उन्हें साथ में काफी दवाएं लेनी पड़ती हैं। तब भी बीपी समेत कई अन्य समस्याओं का खतरा होता है। कई बार शरीर उन अंगों को स्वीकार नहीं करता और जीवन भर दवाएं लेनी पड़ती है। इसके बावजूद इंसान अस्वस्थ ही रहता है।
इसलिए अब वैज्ञानिक ऐसे अंग बनाने पर काम कर रहे हैं, जिन्हें शरीर अस्वीकार यानी रिजेक्ट ना करे. इसके लिए जेनेटिकली ऑल्टर्ड (बदले गए) सूअरों का इस्तेमाल डोनर के तौर पर किया जा रहा है। वे 'क्रिस्पर' नाम की जीन एडिटिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके सूअर के कुछ जीन हटाते हैं और कुछ इंसानी जीन जोड़ देते हैं। ताकि प्रत्यारोपित किया जाने वाला अंग इंसान के शरीर से मेल खा सके। इसके लिए विशेष नस्ल के सूअर ब्रीड कराए जाते हैं क्योंकि उनके अंग आकार में इंसानों जैसे होते हैं। हालांकि ये रिसर्च अभी शुरुआती दौर में है।










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