आसमान से गिरे खजूर में अटके...
युद्ध से जानकर भागे तो मौत बन बरसे पहाड़,1000 लोग दफन,जिंदा बचा केवल 1 !!!
सूडान में कुदरत का करिश्मा और कहर दोनों एक साथ देखने के लिए मिला. रविवार को पश्चिमी सूडान के दूरदराज मर्रा पर्वत क्षेत्र में भीषण भूस्खलन हुआ, जिससे भारी तबाही मच गयी. विद्रोही संगठन 'सूडान लिबरेशन मूवमेंट/आर्मी' (SLM/A) ने दावा किया है कि इस हादसे में कम से कम 1000 लोगों की मौत हो चुकी है.
संगठन के मुताबिक, यह भूस्खलन लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण हुआ, जिसने तरासिन गांव को पूरी तरह समतल कर दिया. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पूरे गांव में सिर्फ एक व्यक्ति ही जीवित बचा है. पता हो यह हादसा ऐसे समय में हुआ है जब देश पहले से ही गहरे संघर्ष और मानवीय संकट से जूझ रहा है.
पूरा गांव तबाह, बचा सिर्फ एक...
SLM/A द्वारा जारी बयान के अनुसार, तरासिन गांव पूरी तरह से मिट्टी के ढेर में बदल गया है. लोगों को बचाने का कोई मौका तक नहीं मिला. भूस्खलन इतना तेज और व्यापक था कि सैकड़ों लोग मलबे में दबकर तुरंत ही मौत के शिकार हो गए. संगठन ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से तत्काल मानवीय सहायता की अपील की है.
जंग से उजड़े लोग, पहाड़ों में मिली मौत...
तरासिन गांव में रहने वाले अधिकांश लोग उत्तर दरफूर से आए शरणार्थी थे, जो सूडानी सेना और अर्धसैनिक बल 'रैपिड सपोर्ट फोर्सेज' (RSF) के बीच चल रही जंग से भागकर इस क्षेत्र में शरण लेने आए थे. लेकिन यहां भी उन्हें कुदरत का कहर झेलना पड़ा.
लाखों लोग हुए गृह युद्ध का शिकार...
सूडान में अप्रैल 2023 से शुरू हुआ गृह युद्ध अब तक लाखों लोगों की जान ले चुका है. अमेरिका के एक अधिकारी के मुताबिक, इस संघर्ष में अब तक करीब 1.5 लाख लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 1.2 करोड़ लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हुए हैं.
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