मुख्यमंत्री के सामने अधिकारीयों की खूब किर-कीरी हुई...
ग्वालियर की खस्ता हाल नगरीय सेवाओं से आमजन तो परेशान था ही,अब VVIP भी भुक्तभोगी बने !
ग्वालियर। गत दिवस तिरंगा यात्रा में शामिल होने आए मध्यप्रदेश के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस)के अखिल भारतीय क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख प्रवीण गुप्त और भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री रह चुके पूर्व राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी जब ग्वालियर आये तो वे ग्वालियर की खस्ता हाल नगरीय सेवाओं के भुक्तभोगी बने।
इनमें से किसी ने शासन-प्रशासन को कोसा ,किसी ने ट्रैफिक पुलिस और नागरिकों को किसी ने मुख्यमंत्री को इन समस्याओं के लिए कोसा।आरएसएस के एक नेता ने तो ग्वालियर को सबसे गंदा शहर तक बता दिया। मंत्री विजयवर्गीय ने खराब ट्रैफिक व्यवस्था के लिए एसएसपी धर्मवीर यादव पर दोष मढ़ दिया। खचाखच भरे सभागार में मुख्यमंत्री के सामने अधिकारीयों की खूब किर-कीरी हुई।
दर्शल ग्वालियर महानगर की खराब ट्रेफिक व्यवस्था के लिए निम्न तत्व जिम्मेदार हैं -
1. सड़कों पर हजारों ठेले - गुमटियां और दुकानदारों की सड़कों पर फैलतीं जा रही दुकानें । 2. वैधानिक पार्किंग न होना , इसलिए गाड़ियां सड़कोंं पर जहां - तहां खड़ी हो जाती हैं । 3. जो मल्टी वाहन पार्किंग करोड़ो रूपयों की लागत से बनी हैं , नगर निगम प्रशासन द्वारा उनका इस्तेमाल न करना । 4. सड़कों पर बैठे रहते आवारा जानवर - गाय , साण्ड , गधे , कुत्ते । 5. अचलेश्वर मंदिर प्रबंधन द्वारा सरकारी जमीन पर अतिक्र मण । 6. चेम्बर ऑफ कामर्स, और सनातन धर्म मंदिर में उठावनी - शोक सभा आयोजन से सड़क पर वाहनों की भीड़ । 7. शहर में जगह - जगह वीडियो बस स्टैण्ड जैसे - आमखो में, जवाहर कॉलोनी में , पदमा विद्यालय के बाहर , जिंसी नाला रोड़ पर , फूलबाग गुरूद्वारे के पीछे । 8. सड़कों में गड्ढे , सड़कें उखड़ने से , खराब सड़कों पर वाहन फंसने से चक्काजाम । 9. हर रोज सड़कों पर धार्मिक आयोजन ,सांस्कृतिक आयोजन , राजनीतिक आयोजन में गाड़ियों के इस्तेमाल से सड़कों पर जाम होना । 10. फुटपाथों पर दुकानदारों , रहवासियों और दुपहिया गाड़ियों के अतिक्रमण । 11. तमाम सड़कों पर स्ट्रीट लाइट न होने से , खराब होने से भी यातायात अवरूध्द हो रहा है , क्योंकि अंधेरे में सड़क दुर्घटनाएं ज्यादा होती हैं ।
मुख्यमंत्री ,केन्द्रीय मंत्री जहां-जहां जाते हैं , जिले के दर्जनों नेता उनके पीछे जाते हैं , इस अव्यवस्था को रोका जाना चाहिए । वीवीआई वाहनों का काफिला अत्यंत छोटा होना चाहिए ।
12. वीवीआईपी काफिले में दर्जनों गाड़ियों के शामिल होने से भी सड़कें अवरूध्द होती हैं । 13. मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री स्वविवेक से निर्णय ले सकते हैं कि उनकी आवाजाही के दौरान ट्रैफिक न रोका जाए । यदि ऐसा किया जाता है तो सड़कें जाम नहीं होंगी ।
14. कल ग्वालियर में तिरंगा यात्रा में मुख्यमंत्री शमिल हुए । उन्हें व विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र तोमर को तिरंगा हाथ में लेकर पैदल -पैदल चलना था , गाड़ियां नहीं होतीं तो सड़कें जाम नहीं होतीं ।
मुख्यमंत्री की तिरंगा यात्रा कार्यक्रम में सैकड़ों पुलिस जवानों को लगा दिया । इसकी जरूरत थी ? इन जवानों को शहर में अव्यवस्थित यातायात को संभालने के लिए लगाया जा सकता था । ग्वालियर नगर निगम प्रशासन को खराब सड़कों को दुरूस्त करना चाहिए और सभी स्ट्रीट लाइट चालू करना चाहिए ।
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