मचैल माता मंदिर जाने के लिए जमा थे लोग...
बादल फटने से अब तक CRPF के 2 जवानों समेत 46 की मौत, सैकड़ों लापता 120 को बचाया !
जम्मू कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में आज कई जगहों पर बादल फटने की प्राकतिक आपदा घटी. सबसे भीषण बादल तो कश्मीर के चशोती में फटा, उसके बाद पहलगाम के फ्रिसलान और बटकू, गंदेरबल ज़िले के रायल गुंड, कारगिल ज़िले के बोधखरबू और हिनासकोट और लेह ज़िले के लामायुरू में भी बादल फटने से तबाही मची. गुरुवार को बादल फटने के 6 दुर्घटनाओं में सबसे भीषण किश्तवाड़ जिले के पद्दार निर्वाचन क्षेत्र के चशोती गांव में हुआ, जिससे व्यापक तबाही हुई.
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार को आई एक भयानक प्राकृतिक आपदा ने तबाही मचा दी है। गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे किश्तवाड़ से 90 किलोमीटर दूर चिशोती गांव में बादल फटने से पानी का सैलाब आ गया। पहाड़ों से पानी के साथ मिट्टी, पत्थर और बड़ी-बड़ी चट्टानें बहकर आईं, जिन्होंने रास्ते में आने वाली हर चीज को तबाह कर दिया। इस हादसे में CRPF के 2 जवानों समेत 46 लोगों की मौत हो चुकी है, 120 से ज्यादा लोग घायल हैं, और करीब 250 लोग लापता बताए जा रहे हैं। अब तक 167 लोगों को रेस्क्यू किया गया है, लेकिन खराब मौसम के कारण बचाव कार्य में भारी दिक्कतें आ रही हैं।
चिशोती में मचैल माता यात्रा के दौरान हादसा
चिशोती गांव में उस वक्त भारी भीड़ थी, क्योंकि मचैल माता यात्रा के लिए हजारों श्रद्धालु वहां जमा थे। चिशोती से करीब 8.5 किलोमीटर दूर, 9,000 फीट की ऊंचाई पर मचैल माता मंदिर है। हर साल इस यात्रा में देश भर से लोग आते हैं। चिशोती गांव तक सड़क है, और इसके बाद पैदल ट्रैक करके मंदिर तक जाना होता है। हादसे के वक्त श्रद्धालुओं के लिए लंगर और टेंट लगे थे, लेकिन बादल फटने से सब कुछ बह गया। दुकानें, घर, सड़कें, और पुल तक पानी के तेज बहाव में नष्ट हो गए। प्रशासन के मुताबिक, आधिकारिक तौर पर 220 लोग लापता हैं, लेकिन असल संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है, क्योंकि मचैल माता यात्रा के कारण हजारों लोग वहां मौजूद थे।
रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही हैं चुनौतियां
हादसे की खबर मिलते ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। NDRF की 2 टीमें उधमपुर से चिशोती के लिए रवाना हुईं। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना, और SDRF की टीमें भी रेस्क्यू में जुटी हैं। किश्तवाड़, डोडा, और भदरवाह से एम्बुलेंस भेजी गई हैं, और जिला प्रशासन के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं। लेकिन खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे, और रास्ते बह जाने से घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मुश्किल हो रही है।
'पूरे इलाके में जबरदस्त भीड़, कई दुकानें बहीं'
जम्मू-कश्मीर असेंबली में विपक्ष के नेता और पद्दर से विधायक सुनील शर्मा ने कहा, 'मचैल माता यात्रा की वजह से पूरे इलाके में जबरदस्त भीड़ है। तमाम टेंट बनाए गए हैं। दुकानें हैं, जो बह गई हैं। इसलिए वहां भारी नुकसान की आशंका है।' केंद्रीय मंत्री और उधमपुर से सांसद जीतेंद्र सिंह ने बताया, 'मुझे जम्मू-कश्मीर में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने फोन करके इस घटना की जानकारी दी। मैंने डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन से संपर्क करके हालात का अपडेट लिया। मुसीबत के इस वक्त में केंद्र सरकार, राज्य सरकार की हर संभव मदद कर रही है।'
पीएम मोदी ने दिया हर संभव मदद का भरोसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर शोक जताया और हर संभव मदद का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जरूरतमंद लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, 'जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने और बाढ़ से प्रभावित सभी लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं हैं। स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बचाव और राहत अभियान जारी है। जरूरतमंद लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।'
'प्रभावित लोगों को फौरन मदद पहुंचाई जा रही'
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से किश्तवाड़ के हालात पर बात की है। लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने बताया, 'पुलिस, आर्मी, NDRF और SDRF के लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है। प्रभावित लोगों को फौरन मदद पहुंचाई जा रही है।' पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया और बादल फटने की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा, 'बादल फटना अब पहाड़ी राज्यों में आम बात हो गई है। जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, और हिमाचल में लगातार बादल फट रहे हैं। ये ग्लोबल वार्मिंग का असर है या इसकी कोई और वजह है। इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।'
बचाव कार्य में जुटे व्हाइट नाइट कॉर्प्स के जवान
किश्तवाड़ के चिशोती गांव में बादल फटने के बाद सेना के व्हाइट नाइट कॉर्प्स के जवान बचाव और राहत कार्यों के लिए तेज़ी से जुट गए हैं. इन जवानों की प्राथमिकता लोगों की जिंदगी बचाना और फंसे हुए लोगों की सहायता करना है. लापता लोगों की तलाश की जा रही है. ये जवान राहत सामग्री, मेडिकल टीम और बचाव उपकरण लेकर घटनास्थल पर पहुंच गए हैं.
अब तक 120 लोगों को बचाया गया
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है और अब तक 120 लोगों को बचा लिया गया है जिनमें 38 की हालत गंभीर बताई जा रही है. उन्होंने बताया कि मृतकों में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के दो जवान भी शामिल हैं. अधिकारियों ने बताया कि बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव अभियान चलाया जा रहा है जिसमें राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), पुलिस, सेना और स्थानीय स्वयंसेवक सहयोग कर रहे हैं.
प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना
"जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से आई तबाही के कारण कई लोगों की मौत और कईयों के लापता होने की ख़बर बेहद दुखद है. मैं प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और लापता लोगों के जल्द मिलने की आशा करता हूं. प्रशासन से आग्रह है कि राहत और बचाव कार्यों में तेज़ी लाएं. कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि प्रशासन का सहयोग और ज़रूरतमंदों की हरसंभव मदद करें."- राहुल गांधी
किश्तवाड़ में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि
"जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने की दुर्भाग्यपूर्ण आपदा में जान गंवाने वाले लोगों को मैं भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. इस हादसे में प्रभावित सभी परिवारों और व्यक्तियों की कुशलता एवं सुरक्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं."-हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी
सूबे में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम रद्द
किश्तवाड़ में इस आपदा के कारण जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। जम्मू में होने वाली ‘एट होम’ टी पार्टी भी कैंसिल कर दी गई है। उमर अब्दुल्ला ने बताया कि शुक्रवार को सिर्फ परेड होगी, कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा। मचैल माता यात्रा में शामिल कुछ लोग जो मंदिर में दर्शन करके लौट रहे थे, हादसे से बाल-बाल बच गए। इनमें से कई लोग देर शाम किश्तवाड़ पहुंचे, लेकिन उनके कई रिश्तेदार अब भी लापता हैं। स्थानीय लोग और श्रद्धालु सदमे में हैं और अपनों की तलाश कर रहे हैं।
कैंसिल की 'एट होम' टी पार्टी- सीएम उमर अब्दुल्ला
किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना को लेकर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एट होम टी पार्टी को कैंसिल कर दिया है. उन्होंने कहा कि किश्तवाड़ में हुई त्रासदी को देखते हुए मैंने कल शाम की 'एट होम' टी पार्टी केसिंल करने का फैसला किया है. हमने स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान सुबह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी नहीं करने का निर्णय लिया है. सीएम ने कहा कि हालांकि भाषण, मार्च पास्ट पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार ही होंगे.
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