G News 24 : ठाकरे बंधुओं को राजयपाल की नसीहत,अगर आप मुझे मारेंगे तो क्या मैं तुरंत मराठी बोलने लगूंगा ?

 मराठी नहीं बोलने पर पिटाई पर महाराष्ट्र के राज्यपाल राधाकृष्णन का बड़ा बयान...

ठाकरे बंधुओं को राजयपाल की नसीहत,अगर आप मुझे मारेंगे तो क्या मैं तुरंत मराठी बोलने लगूंगा ? 

महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मराठी भाषा विवाद पर कहा कि हमें ज्यादा से ज्यादा भाषाएं सीखनी चाहिए, अपनी मातृभाषा पर गर्व करना चाहिए, लेकिन किसी दूसरे की मातृभाषा से नफरत नहीं करनी चाहिए. महाराष्ट्र में मराठी नहीं बोलने पर बदसलूकी के मामलों पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने चिंता जताई है. उन्होंने इस दौरान तमिलनाडु की घटना का भी जिक्र किया है. मुंबई के राजभवन में एक कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने कहा, ''आजकल मैं अखबारों में देख रहा हूं कि लोग कह रहे हैं — अगर आप मराठी नहीं बोलेंगे तो आपको पीटा जाएगा. ऐसा तमिलनाडु में भी हुआ है.''

राज्यपाल ने सुनाई पुरानी कहानी

राज्यपाल ने कहा, ''जब मैं सांसद था, तो मैं बहुत काम करता था. एक बार मैं हाईवे पर था, वहां दो गुटों में झगड़ा हो रहा था. मैंने अपने ड्राइवर से कहा कि गाड़ी रोको और मैं खुद नीचे उतर गया कि देखूं क्या मामला है.''सीपी राधाकृष्णन ने कहा, ''मुझे देखकर कुछ लोग भाग गए. फिर मैंने उस गुट से पूछा जिसे पीटा जा रहा था कि क्या दिक्कत है. उन्होंने मुझसे हिंदी में बोलना शुरू किया. मुझे हिंदी ठीक से नहीं आती, तो मैंने पास के एक होटल वाले से पूछा कि ये लोग क्या कह रहे हैं. होटल वाले ने कहा कि उन्हें इसलिए पीटा जा रहा था क्योंकि वे हिंदी में बोल रहे थे और दूसरा गुट उनसे तमिल बोलने की जिद कर रहा था.''

राज्यपाल ने कहा, ''आज भी वैसी ही स्थिति है. अगर आप मुझे मारेंगे तो क्या मैं तुरंत मराठी बोलने लगूंगा? मैंने उस पिटे हुए गुट से माफी मांगी, उनके खाने का इंतजाम किया और जब तक वे ठीक नहीं हुए, तब तक मैं वहां से गया नहीं.''

नफरत फैलाएंगे तो हमारे राज्य में कौन निवेशक आएगा : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन

  • लंबे समय में हम महाराष्ट्र का ही नुकसान कर रहे हैं.
  • हमें तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा नहीं करना चाहिए.
  • हमें ज्यादा से ज्यादा भाषाएं सीखनी चाहिए.

सीपी राधाकृष्णन ने कहा, ''अब मुझे एक बात समझ में नहीं आती — यह मेरे लिए बहुत बड़ी बाधा है — देखिए, मोदीजी ने गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों की संख्या 30% से घटाकर 5-7% कर दी है और उनमें से भी ज्यादातर हिंदी भाषी हैं. अगर हमें गरीबों की समस्याएं समझनी हैं तो उनकी भाषा भी समझनी होगी.''

उन्होंने कहा, ''हमें ज्यादा से ज्यादा भाषाएं सीखनी चाहिए, अपनी मातृभाषा पर गर्व करना चाहिए — इसमें कोई समझौता नहीं है — लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि हम किसी और की मातृभाषा से नफरत करें. हमें एक-दूसरे के प्रति सहिष्णु होना चाहिए.''

12 जुलाई को ही राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस के कार्यकर्ताओं ने विरार रेलवे स्टेशन पर एक ऑटो वाले की इसलिए पिटाई कर दी क्योंकि उसने मराठी में बोलने से इनकार कर दिया. इसके बाद लोकल ट्रेन का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें, मराठी बोलने को लेकर महिलाओं में बहस हो रही है.

Reactions

Post a Comment

0 Comments