G News 24 : ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद पीएम मोदी का पहला रिएक्शन,राष्ट्रपति पेजेशकियन से बात की !

पाकिस्तान के पीएम का भी आया पहला रिएक्शन...

ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद पीएम मोदी का पहला रिएक्शन,राष्ट्रपति पेजेशकियन से बात की !

मिडिल ईस्ट में जारी जंग के बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से फोन पर बात की. पीएम मोदी ने मसूद पेजेशकियन के साथ मौजूदा स्थिति पर विस्तार से चर्चा की और चिंता व्यक्त की. पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर इजरायल और ईरान से तनाव कम करने और आपसी बातचीत की अपील की है.

पीएम मोदी ने क्षेत्रीय शांति बहाल करने की अपील की

पीएम मोदी ने तत्काल तनाव को कम करने के लिए सभी मामलों को कूटनीति के जरिए सुलझाने और क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा बहाल करने की अपील की. उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से यह मानता रहा है कि संवाद और कूटनीति ही किसी भी संकट का समाधान है. पीएम मोदी की मसूद पेजेशकियन के साथ बातचीत ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका की ओर से ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर किए गए बमबारी के बाद पूरी दुनिया की नजर मिडिल ईस्ट के हालातों पर टिकी हुई है.

भारत के व्यापार पर प्रभाव पड़ने के आसार 

ईरान और इजरायल के बीच युद्ध के और बढ़ने से इराक, जॉर्डन, लेबनान, सीरिया और यमन सहित पश्चिम एशियाई देशों के साथ भारत के व्यापार पर व्यापक प्रभाव पड़ने के आसार हैं. अमेरिका ने रविवार (22 जून 2025) तड़के ईरान के तीन परमाणु केन्द्रों फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर हमला किया जिसका उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर लगाम लगाना है.

अमेरिका की एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के पीएम का भी आया पहला रिएक्शन

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी कर अमेरिका द्वारा ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर किए गए सैन्य हमलों की कड़ी निंदा की है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान की संप्रभुता पर किया गया यह हमला क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है.

ईरान को आत्मरक्षा का हक, अमेरिका ने किया संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन

पाकिस्तान ने साफ कहा कि इन हमलों ने अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के सभी नियमों का उल्लंघन किया है. ईरान को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है और उस पर इस तरह के हमले करना किसी भी तरह से जायज नहीं कहा जा सकता. यह अंतरराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ एक खतरनाक कदम है.

बातचीत और कूटनीति ही समाधान, नागरिकों की सुरक्षा जरूरी

बयान में पाकिस्तान ने सभी देशों से अपील की है कि वे आम नागरिकों की जान और संपत्ति का सम्मान करें और युद्ध जैसी कार्रवाईयों को तुरंत रोकें. साथ ही सभी पक्षों को अंतरराष्ट्रीय कानून, खासतौर पर मानवाधिकार कानून का पालन करने की सलाह दी गई है. पाकिस्तान ने ज़ोर दिया कि मौजूदा संकट का हल केवल बातचीत और कूटनीति से ही संभव है और इसके लिए संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों का पालन जरूरी है.

'अमेरिका ने ईरान के खिलाफ शुरू किया युद्ध'

ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि परमाणु स्थलों पर हमले के बाद अमेरिका ने खुद ईरान के खिलाफ एक खतरनाक युद्ध शुरू कर दिया है. विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि उसके परमाणु स्थलों पर हमलों के नतीजों के लिए अमेरिका पूरी तरह जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि कोई ऐसी लक्ष्मण रेखा नहीं बची, जिसे अमेरिका ने पार न किया हो.

नेतन्याहू ने अमेरिका की जमकर तारीफ की

ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाए जाने के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के राष्ट्रपति को धन्यवाद कहा है. उन्होंने कहा, " ईरान के परमाणु केन्द्रों पर अमेरिका ने कार्रवाई करके शानदार काम किया. उसने वह कर दिखाया है जो दुनिया का कोई भी दूसरा देश नहीं कर सकता." इजरायल वर्षों से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को अस्तित्व के लिए खतरा बताता रहा है वहीं ईरान ने लगातार कहा है कि उसका परमाणु शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है.

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