सीएम चंद्रबाबू नायडू ने किया बड़ा ऐलान...
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आंध्र प्रदेश में बने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड !
21 जून आयोजित हुए शनिवार को 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण के साथ योग किया। पीएम मोदी के साथ कई अन्य लोगों ने भी योग किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित भी किया।
योग दिवस समारोह को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने ऐतिहासिक और सफल करार देते हुए कहा कि राज्य ने दो 'गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड' बनाए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ 'आरके बीच' पर योगाभ्यास करने के बाद मीडिया से बात करते हुए नायडू ने बताया कि 3. 03 लाख लोगों ने एक ही स्थान पर एक साथ योग कर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। हालांकि, प्रतिभागियों की सटीक संख्या की घोषणा 'गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड' प्राधिकरण द्वारा की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि करीब 22,000 आदिवासी छात्रों ने एक ही स्थान पर 108 मिनट में 108 बार सूर्य नमस्कार कर एक और विश्व रिकॉर्ड कायम किया है।
दो करोड़ से ज्यादा रजिस्ट्रेशन
मुख्यमंत्री ने कहा, “11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भव्य आयोजन रहा। हमने इतिहास रचा है।” नायडू ने बताया कि राज्य सरकार को आज के योग दिवस के लिए करीब दो करोड़ पंजीकरण की उम्मीद थी, लेकिन यह संख्या बढ़कर 2.45 करोड़ तक पहुंच गई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री नायडू और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने विशाखापट्टनम के 'आरके बीच' पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया।
देश में कितने लोगों की भागीदारी
मुख्यमंत्री ने यहां 'आरके बीच' पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि योग 175 से अधिक देशों में, 12 लाख से अधिक स्थानों पर, 10 करोड़ से अधिक लोगों की भागीदारी के साथ मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाकर इसे एक वैश्विक स्वास्थ्य आंदोलन का रूप दे दिया है।
पीएम मोदी को दिया धन्यवाद
नायडू ने कहा, “मैं हमारे दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने योग को भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत कर योग को एक वैश्विक स्वास्थ्य आंदोलन में बदल दिया।” उन्होंने कहा कि योग प्राचीन भारतीय अभ्यास है जिसे राष्ट्रीयता, क्षेत्र, धर्म और भाषा से परे जाकर सभी ने स्वीकार किया है। योग शरीर, मन और आत्मा का मेल कराता है और यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
सितंबर से ‘योग सुपर लीग’ की शुरुआत
मुख्यमंत्री ने बताया कि सितंबर से ‘योग सुपर लीग’ की शुरुआत की जा रही है और उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वह योग को एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और अंततः ओलंपिक खेलों में शामिल कराने के प्रयास करें। नायडू ने कहा, “आप सभी जानते हैं कि कोई भी इतिहास केवल नरेन्द्र मोदी ही बना सकते हैं और कोई भी रिकॉर्ड केवल वही तोड़ सकते हैं। इसलिए मैं उनसे यह अनुरोध कर रहा हूं।” मुख्यमंत्री ने बताया कि शुक्रवार को 22,122 आदिवासी छात्रों ने एक साथ योगाभ्यास कर नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने कहा कि योग आज एक जन आंदोलन बन चुका है और लोगों से आग्रह किया कि वे प्रतिदिन कम से कम एक घंटा योगाभ्यास के लिए अवश्य निकालें।
'दुनिया तनाव और अस्थिरता से गुजर रही, योग शांति का रास्ता' :पीएम मोदी
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- पीएम मोदी ने योग के महत्व पर जोर दिया और बताया कि यह किस तरह से उथल-पुथल भरे समय में शांति लाता है। उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से आज पूरी दुनिया किसी न किसी तरह के तनाव से गुजर रही है। कई क्षेत्रों में अशांति और अस्थिरता बढ़ रही है। ऐसे में योग हमें शांति की दिशा देता है।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि बढ़ता मोटापा पूरी दुनिया के लिए एक चुनौती है। मैंने मन की बात कार्यक्रम में इसपर विस्तार से चर्चा की थी। इसके लिए अपने खाने में 10% तेल कम करने का चैलेंज भी शुरू किया था। मैं एक बार फिर दुनियाभर के लोगों को इस चैलेंज से जुड़ने का आह्वान करता हूं।
- पीएम मोदी ने कहा कि योग न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि इस पर्यावरणीय और पारिस्थितिक संतुलन के बारे में जागरूकता भी बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि योग हमें इस परस्पर जुड़ाव के प्रति जागरूक करता है और हमें सिखाता है कि हम अलग-थलग व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि प्रकृति का हिस्सा हैं।”
- पीएम मोदी ने कहा कि आज 11वीं बार पूरा विश्व 21 जून को एक साथ योग कर रहा है। योग का सीधा-सादा अर्थ होता है - जुड़ना! ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरे विश्व को जोड़ा है।
- मुझे गर्व होता है जब मैं देखता हूं कि हमारे दिव्यांग साथी योगशास्त्र पढ़ते हैं। वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं। गांव-गांव में युवा साथी योग ओलंपियाड में भाग लेते हैं।
- आइए, हम सब मिलकर योग को एक जन आंदोलन बनाएं। एक ऐसा आंदोलन, जो विश्व को शांति, स्वास्थ्य और समरसता की ओर ले जाए। जहां हर व्यक्ति दिन की शुरुआत योग से करे और जीवन में संतुलन पाए। जहां हर समाज योग से जुड़े और तनाव से मुक्त हो। जहां योग मानवता को एक सूत्र में पिरोने का माध्यम बने।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व में योग के प्रसार के लिए भारत योग की साइंस को आधुनिक रिसर्च से और अधिक सशक्त कर रहा है। देश के बड़े-बड़े मेडिकल संस्थान योग पर रिसर्च पर जुटे हैं। योग की वैज्ञानिकता को आधुनिक चिकित्सा पद्धति में स्थान मिले, ये हमारा प्रयास है।
- चाहे सिडनी ऑपेरा हाउस की सीढ़ियां हो, चाहे एवरेस्ट की चोटियां हो, या फिर समुद्र का विस्तार हो। हर जगह से एक ही संदेश आता है- योग सभी का है और सभी के लिए है। मैं बीते एक दशक में योग की यात्रा को जब देखता हूं, तो बहुत कुछ याद आता है। वो दिन जब संयुक्त राष्ट्र में भारत ने प्रस्ताव रखा कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रुप में मान्यता मिले और तब कम से कम समय में दुनिया के 175 देश हमारे इस प्रस्ताव के साथ खड़े हुए। आज की दुनिया में ऐसी एकजुटता, ऐसा समर्थन सामान्य घटना नहीं है।
- इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विषय है 'एक पृथ्वी के लिए योग, एक स्वास्थ्य के लिए योग'। यह विषय एक गहरी सच्चाई को दर्शाता है। पृथ्वी पर प्रत्येक इकाई का स्वास्थ्य परस्पर जुड़ा हुआ है। मानव कल्याण उस मिट्टी के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है जो हमारे भोजन को उगाती है, उन नदियों पर जो हमें पानी देती हैं, उन जानवरों के स्वास्थ्य पर जो हमारे पारिस्थितिकी तंत्र को साझा करते हैं, और उन पौधों पर जो हमें पोषण देते हैं। योग हमें इस परस्पर जुड़ाव के प्रति जागरूक करता है, हमें दुनिया के साथ एकता की यात्रा पर ले जाता है, और हमें सिखाता है कि हम अलग-थलग व्यक्ति नहीं हैं बल्कि प्रकृति का हिस्सा हैं।
- देश और दुनिया भर के सभी लोगों को International Yoga Day की बहुत बहुत शुभकामनाएं। आज 11वीं बार पूरा विश्व 21 जून को एक साथ योग कर रहा है। योग का सीधा-सादा अर्थ होता है-जुड़ना। और ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरे विश्व को जोड़ा है।
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