ईरान ने भी खींचा हाथ...
गाजा में सुरंग नेटवर्क हुआ तबाह, गाजा से हमास गायब !
ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर होने के बाद अब हमास अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है. लड़ाकों की कमी, सुरंग नेटवर्क ध्वस्त होना और अपने सहयोगी ईरान से समर्थन के अभाव के कारण गाजा में बचे रहने के लिए हमास को कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है. विद्रोही स्थानीय कबीलों और लगातार इजरायली सैन्य दबाव के सामने हमास असहाय होता जा रहा है. IDF के अधिकारी की मानें तो इजरायल ने 20,000 या उससे अधिक हमास के लड़ाकों को मार डाला है और तटीय पट्टी के नीचे सैंकड़ों मील लंबी सुरंगों को नष्ट कर दिया है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक हमास के तीन करीबी सूत्रों ने बताया कि हमास के लड़ाके लंबे समय तक टिके रहने के आदेश के कारण स्वायत्त रूप से काम कर रहे हैं, लेकिन इस इस्लामी ग्रुप को अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है, क्योंकि इजरायल खुले तौर पर इसका विरोध करने वाली जनजातियों का समर्थन करता है.
'हमास की लगातार आलोचना कर रहे गाजावासी'
एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि गाजा में मानवीय संकट के कारण युद्ध विराम के लिए अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है, इसलिए हमास को लड़ाई में सीजफायर की सख्त जरूरत है. उन्होंने कहा कि युद्ध विराम से न केवल थके हुए गाजावासियों को राहत मिलेगी, जो हमास की लगातार आलोचना कर रहे हैं, बल्कि इससे इस्लामी समूह को अपने दुश्मनों को कुचलने का मौका भी मिलेगा, जिनमें कुछ कबीले और लुटेरे भी शामिल हैं.
हमास से जुड़े और हालात के जानकार दो अन्य सूत्रों ने बताया कि तत्काल खतरे का मुकाबला करने के लिए हमास ने अपने कुछ टॉप लड़ाकों को एक विद्रोही नेता यासर अबू शबाब को मारने के लिए भेजा है, लेकिन अब तक वह इजरायली सैनिकों के कब्जे वाले राफा क्षेत्र में होने के कारण उनकी पहुंच से बाहर हैं.
'हमास अब सीमित हो गया है'
उन्होंने बताया कि हमास अभी भी हमले करने में सक्षम है. हमास ने मंगलवार को दक्षिणी गाजा में एक हमले में सात इजरायली सैनिकों को मार गिराया. मामले को लेकर मिडिल ईस्ट के तीन राजनयिकों ने कहा कि खुफिया आकलन से पता चला है कि हमास ने अपना केंद्रीकृत कमांड और नियंत्रण खो दिया है और वो सीमित हो गया है.
'गरीब, बेरोजगार और विस्थापित युवाओं की भर्ती कर रहा हमास'
एक इजरायली सैन्य अधिकारी ने अनुमान लगाया कि इजरायल ने 20,000 या उससे अधिक हमास के लड़ाकों को मार डाला है और तटीय पट्टी के नीचे सैंकड़ों मील लंबी सुरंगों को नष्ट कर दिया है. 20 महीनों के संघर्ष में गाजा का अधिकांश हिस्सा मलबे में बदल गया है.
एक इजरायली सुरक्षा स्रोत ने कहा कि हमास लड़ाकों की औसत आयु दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है. इजरायली सुरक्षा स्रोतों का कहना है कि हमास सैंकड़ों गरीब, बेरोजगार और विस्थापित युवाओं की भर्ती कर रहा है.
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