सरकार का नया फरमान आ गया है कि उन्हें अपनी आधार से केवाईसी करानी होगी...
सरकार के नए फरमान ने बिगाड़ा खेल,लाड़लियों को नहीं मिलेगी लक्ष्मी !
लाडली बहना योजना ने सरकार का गणित बिगाड़ दिया है। इसका असर दूसरी योजनाओं पर दिखने लगा है। महिला बाल विकास विभाग की लाडली लक्ष्मी योजना भी प्रभावित हुई है। ग्वालियर में वित्त वर्ष 2024-25 की किस्त जारी नहीं की गई है। बेटियां लाड़ली लक्ष्मी की किस्त के इंतजार में है। इसी बीच सरकार का नया फरमान आ गया है कि उन्हें अपनी आधार से केवाईसी करानी होगी। आधार व स्कूल की समग्र आईडी से मिलान होना चाहिए, तभी बेटियों को पैसा मिलेगा। यदि मिलान नहीं होता है तो किस्त खाते में नहीं आएगी।
ग्वालियर जिले में 1 लाख 45 हजार बालिकाएं लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत रजिस्टर्ड हैं। वर्ष 2023-24 का पैसा मिल चुका है, लेकिन 2024-25 का पैसा खातों में नहीं आया है। 2024-25 में 4500 नई लाड़ली रजिस्टर्ड हुई हैं। जिन्हें पहली बार पैसा मिलना है, लेकिन उन्हें भी पैसा नहीं मिला है। 2025 में भी नए रजिस्ट्रेशन हो जाएंगे। बेटियों को अपनी किस्त की चिंता सताने लगी है। चुनाव के पहले लाड़ली बहना योजना के तहत रजिस्ट्रेशन हुए थे। आचार संहिता लगने के बाद योजना के रजिस्ट्रेशन बंद हो गए है। चुनाव के बाद रजिस्ट्रेशन नहीं खोले गए। इस कारण नए नाम नहीं जोड़ गए। धीरे-धीरे रजिस्ट्रेशन भी कम होने लगे हैं। जिले में 3 लाख 8 हजार लाडली बहनाएं रह गई हैं। सीएम हेल्पलाइन में लाड़ली बहना योजना की शिकायतें बढ़ रही है।
प्रदेश सरकार ने लिंगानुपात सुधारने के लिए लाडली बहना योजना लागू की है। इस योजना के तहत रजिस्टर्ड बालिकाओं को सरकार की ओर से 1 लाख 18 हजार रुपए मिलते हैं। कक्षा 6वीं से 12वीं के बीच 18 हजार रुपए दिए जाते हैं और 18 वर्ष की होने पर 1 एक लाख रुपए दिए जाते हैं। 12वीं पास करने बाद व्यवसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने पर 25 हजार रुपए की छात्रवृत्ति दी जाती है।
ऐसे मिलती है राशि
- कक्षा 6 वीं में आने पर 2000 रुपए
- कक्षा 9 वीं में आने पर 4000 रुपए
- कक्षा 11 वीं में आने पर 6000 रुपए
- कक्षा 12 वीं में आने पर 6000 रुपए
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